गिरिडीह: जिले के जमुआ प्रखंड के रेंबा में एक और बिरनी प्रखंड के गरायडीह और केन्दुआटांड़ में दो और कुल तीन कोरोना मरीज मिलने के बाद इन तीनों गांव को सील कर दिया गया है. किसी के भी आने जाने पर पूर्णतः प्रतिबंध लगा दिया गया है. वहीं, इन गांवों को सेनिटाइज करने का भी काम किया गया.
सोमवार की सुबह से ही पदाधिकारी के साथ पुलिसकर्मी और स्वास्थ्यकर्मी यहां डटे हुए हैं. इन तीनों गांव का निरीक्षण डीसी राहुल कुमार सिन्हा और एसपी सुरेंद्र कुमार झा ने भी किया है. तीनों गांवों का निरीक्षण करने के बाद डीसी और एसपी ने बताया कि इन तीनों गांव के कुल 52 लोगों को क्वॉरेंटाइन सेंटर में रखा गया है. बताया गया है कि इनमें मंझलीटांड़, रेंबा में कुल क्वॉरेंटाइन में रखे गए व्यक्तियों की संख्या 16 है. इसी प्रकार गरायडीह में प्राथमिक विद्यालय में 23 और केन्दुआटांड़ के केन्दुआटांड़ मध्य विद्यालय में 13 लोगों को क्वॉरेंटाइन सेंटर में रखा गया है.
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इसके अलावा एहतियात के तौर पर स्कूल भवन के चारों तरफ बैरिकेडिंग की जा रही है, ताकि स्कूल के अंदर रह रहे बाकी लोग स्ट्रिक्ट क्वॉरेंटाइन में रहें. इस दौरान डीसी-एसपी ने इन गांवों में प्रतिनियुक्त स्वास्थ्य विभाग की टीम, दंडाधिकारी और पुलिस कर्मियों को सतर्कता और सावधानी बरतने का आवश्यक और उचित दिशा-निर्देश दिए. सभी गांवों में धारा 144 लागू की गई है. इसके साथ ही चिन्हित सभी गांव में लगातार साफ-सफाई, ब्लीचिंग और सेनिटाइजेशन का कार्य प्रशासन द्वारा किया जा रहा है.
लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से स्वास्थ्य विभाग और प्रखंड स्तर की टीम द्वारा लगातार माइक के माध्यम से लोगों को जागरूक किया जा रहा है. ताकि कोई भी ग्रामीण घबराए नहीं, बल्कि सावधानी बरते और सतर्क रहें. निरीक्षण के क्रम में डीसी ने बताया कि ग्रामीणों की सुरक्षा और सुविधा को देखते हुए गांव को पूरी तरह सील किया गया है. ऐसी परिस्थिति में किसी को भी भोजन या खाद्य सामग्री की किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं हो, इसके लिए जिला प्रशासन कटिबद्ध है. जिला प्रशासन की टीम द्वारा घर-घर राशन सामग्री पहुंचाई जाएगी. इसके अलावा निरीक्षण के क्रम में उपायुक्त ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि घरों में रहने के साथ ही सामाजिक दूरी का अनुपालन करें.