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गिरिडीह में सीआरपीएफ कैंप का विरोध, ग्रामीणों ने एकजुट हो कर किया प्रदर्शन - गिरिडीह में ग्रामीणों का प्रदर्शन

गिरिडीह के पारसनाथ की तराई वाले इलाके में सुरक्षा बलों के अस्थाई कैंप का विरोध लगातार जारी है. बुधवार की शाम को भी यहां प्रदर्शन किया गया.

protest against crpf camp in giridih
गिरिडीह में सीआरपीएफ कैंप का विरोध
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Published : Dec 23, 2020, 9:59 PM IST

Updated : Dec 23, 2020, 10:10 PM IST

गिरिडीहः नक्सल प्रभावित पीरटांड़ के इलाके में पुलिस कैंप और सीआरपीएफ के अस्थायी कैंप का विरोध लगातार हो रहा है. बुधवार को भी पारसनाथ की तराई वाले इलाके में ग्रामीण गोलबंद हुए और पुलिस कैंप का विरोध किया. यहां पर इस कार्यक्रम के दौरान सदर विधायक सुदिव्य कुमार भी पहुंचे.

देखें पूरी खबर

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शाम तक चले विरोध कार्यक्रम में विधायक ने कहा कि जनता ही सर्वोपरि है. जनता को यदि लगता है कि यहां पर पुलिस कैंप उचित नहीं है तो जनता की बातों से मुख्यमंत्री को अवगत कराया जायेगा. पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल को मुख्यमंत्री से मिलवाने की जवाबदेही उनकी है और जनता की इच्छा के अनुसार ही उनका कदम रहेगा. इस दौरान केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ ग्रामीणों ने भड़ास भी निकाली.

अस्थायी कैंप में घुसे ग्रामीण

इधर इस सभा के समाप्त होने के बाद शाम को पर्वतपुर मैदान से लोग रैली की शक्ल में निकले और नारेबाजी करते हुए पांडेयडीह में बने सीआरपीएफ के अस्थायी कैंप में जा घुसे. यहां पर जमकर नारेबाजी की गई. बताया जाता है लोगों के गुस्से का खामियाजा प्रखंड के पदाधिकारियों को भी भुगतान पड़ा है. यहां बता दें कि पारसनाथ का यह इलाका घोर नक्सल प्रभावित है. ऐसे में नक्सल अभियान के तहत इस इलाके में पुलिस और सीआरपीएफ कैंप बनाने का प्रस्ताव दिया गया है. पांडेयडीह में तो अस्थायी कैंप बनाया भी गया है. इसके बाद से लगातार विरोध हो रहा है.

गिरिडीहः नक्सल प्रभावित पीरटांड़ के इलाके में पुलिस कैंप और सीआरपीएफ के अस्थायी कैंप का विरोध लगातार हो रहा है. बुधवार को भी पारसनाथ की तराई वाले इलाके में ग्रामीण गोलबंद हुए और पुलिस कैंप का विरोध किया. यहां पर इस कार्यक्रम के दौरान सदर विधायक सुदिव्य कुमार भी पहुंचे.

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शाम तक चले विरोध कार्यक्रम में विधायक ने कहा कि जनता ही सर्वोपरि है. जनता को यदि लगता है कि यहां पर पुलिस कैंप उचित नहीं है तो जनता की बातों से मुख्यमंत्री को अवगत कराया जायेगा. पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल को मुख्यमंत्री से मिलवाने की जवाबदेही उनकी है और जनता की इच्छा के अनुसार ही उनका कदम रहेगा. इस दौरान केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ ग्रामीणों ने भड़ास भी निकाली.

अस्थायी कैंप में घुसे ग्रामीण

इधर इस सभा के समाप्त होने के बाद शाम को पर्वतपुर मैदान से लोग रैली की शक्ल में निकले और नारेबाजी करते हुए पांडेयडीह में बने सीआरपीएफ के अस्थायी कैंप में जा घुसे. यहां पर जमकर नारेबाजी की गई. बताया जाता है लोगों के गुस्से का खामियाजा प्रखंड के पदाधिकारियों को भी भुगतान पड़ा है. यहां बता दें कि पारसनाथ का यह इलाका घोर नक्सल प्रभावित है. ऐसे में नक्सल अभियान के तहत इस इलाके में पुलिस और सीआरपीएफ कैंप बनाने का प्रस्ताव दिया गया है. पांडेयडीह में तो अस्थायी कैंप बनाया भी गया है. इसके बाद से लगातार विरोध हो रहा है.

Last Updated : Dec 23, 2020, 10:10 PM IST
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