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गिरिडीह: कोविड वैक्सीनेशन की तैयारी पूरी, 21 कोल्डचेन पॉइंट में चलेगा वैक्सीन देने का काम - गिरिडीह में कोविड वैक्सीनेशन की खबर

कोविड के खिलाफ जंग अब अंतिम चरण में है. गिरिडीह जिला में भी वैक्सीन देने की तैयारी की गई है. वैक्सीन कैसे देने हैं उसकी पूरी तैयारी डीसी राहुल कुमार सिन्हा और सिविल सर्जन डॉ सिद्धार्थ सान्याल की देखरेख में किया जा रहा है.

preparations for covid vaccination complete in giridih
सिविल सर्जन डॉ सिद्धार्थ सान्याल
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Published : Jan 5, 2021, 8:18 AM IST

Updated : Jan 5, 2021, 8:53 AM IST

गिरिडीह: कोरोना बीमारी से लड़ाई अबतक जारी है. हालांकि टीका आ जाने के बाद ऐसा समझा जा रहा है कि कोरोना को दूर भगाने का ब्रह्मास्त्र मिल गया है. यह टीका हर किसी को लगना है. गिरिडीह जिले में भी टीकाकरण की तैयारी पूरी कर ली गयी है. यहां जिले के डीसी राहुल कुमार सिन्हा पूरे मामले की मॉनिटरिंग कर रहे हैं. वहीं सिविल सर्जन डॉ सिद्धार्थ सान्याल के नेतृत्व में टीकाकरण का काम होगा. इस पूरे मामले पर ईटीवी भारत ने सिविल सर्जन डॉ सिद्धार्थ सान्याल से बात की.

देखें पूरी खबर
229 वैक्सिनेटर का चयनसिविल सर्जन डॉ सान्याल ने बताया कि बीमारी के खिलाफ लड़ाई अंतिम चरण में है. जिले में 229 वैक्सिनेटर का चयन किया गया है. वहीं 3,440 मेंबर को अभियान में शामिल किया गया है. इनमें सहिया, आंगनबाड़ी सेविका के साथ अन्य स्टाफ 105 सुपरवाइजर है. 21 कोल्डचेन पॉइंट बनाया जाना है जहां पर वैक्सीन देने का काम होगा.पहले चरण में 9 हजार हेल्थवर्कर को मिलेगा टीकासिविल सर्जन ने बताया कि प्रत्येक दिन 100 लोगों को वैक्सीन दिया जाना है. पहले चरण में 9 हजार से अधिक हेल्थवर्कर को वैक्सीन दिया जाएगा. इनमें डॉक्टर, नर्स, सहिया, आंगनबाड़ी सेविका, पारा मेडिक्लकर्मी, एंबुलेंस ड्राइवर अन्य कर्मी सम्मलित है. पांच सदस्यीय टीम देगी वैक्सीनवैक्सीन देने के लिए पांच सदस्य की एक टीम बनी है. वैक्सीन देने का काम तीन रूम के सेशन साइट में किया जाना है. टीम के पहले व्यक्ति का काम जिस व्यक्ति को वैक्सीन दिया जाना है उसके मोबाइल पर आए मैसेज का मिलान करना है. यह देखना है कि मैसेज जिसके पास गया है वह वही है, जिसे वैक्सीन दिया जाना है. इसके बाद कमरे में बैठकर टीम का दूसरा सदस्य कागजात का मिलान करेंगे और टीम के वैक्सीन ऑफिसर वैक्सीन देंगे. आधे घंटे तक होगी निगरानीआधा घंटे तक वैक्सीन लेने वाले को एक कमरे में बैठाया जाएगा. यह देखा जाएगा कि कोई प्रतिकूल प्रभाव तो नहीं पड़ रहा है. उन्होंने कहा अमूमन दो या तीन तरह की प्रतिकूल प्रभाव होता है. माइनर प्रभाव के लिए चिंतित नहीं होना है. इसके बावजूद सीरियस प्रतिकूल प्रभाव हुआ तो उसके लिए भी पूरी तैयारी है. डरने की जरूरत किसी को नहीं है.

ये भी पढ़े- हेमंत सरकार के खिलाफ राज्य में जनाक्रोश, मुख्यमंत्री आंख नहीं मूंदें: दीपक प्रकाश

डाटा बेस हो रहा है तैयार
सिविल सर्जन ने बताया कि हेल्थ वर्कर के बाद राजस्व कर्मचारी, पुलिस विभाग, प्रशासन के लोगों को वैक्सीन पूरी तरह से मुफ्त दिया जाएगा. जिसके बाद गंभीर बीमारी से पीड़ित लोगों को वैक्सीन दी जानी है जो वैक्सीनेशन का तीसरा चरण है. उन्होंने कहा कि वैक्सीन लगने के बाद भी कोविड की मार्गदर्शिका का पालन करना है.

पालन करना है कोविड प्रोटोकॉल
सिविल सर्जन ने कहा कि वैक्सीन लेने के बाद भी कोविड प्रोटोकॉल का पालन करना है, मास्क पहनना है, दो गज की दूरी का पालन करना है, हैंड सेनेटाइज्ड करते रहना है. उन्होंने कहा कि जबतक सरकार इस प्रोटोकॉल से मुक्त नहीं करती तबतक इन नियमों का पालन करना जरूरी है. उन्होंने बताया पहला वैक्सीन लेने के बाद दूसरा टीका कहां और कब लेना है इसकी भी जानकारी संबंधित व्यक्ति को दी जाएगी.

गिरिडीह: कोरोना बीमारी से लड़ाई अबतक जारी है. हालांकि टीका आ जाने के बाद ऐसा समझा जा रहा है कि कोरोना को दूर भगाने का ब्रह्मास्त्र मिल गया है. यह टीका हर किसी को लगना है. गिरिडीह जिले में भी टीकाकरण की तैयारी पूरी कर ली गयी है. यहां जिले के डीसी राहुल कुमार सिन्हा पूरे मामले की मॉनिटरिंग कर रहे हैं. वहीं सिविल सर्जन डॉ सिद्धार्थ सान्याल के नेतृत्व में टीकाकरण का काम होगा. इस पूरे मामले पर ईटीवी भारत ने सिविल सर्जन डॉ सिद्धार्थ सान्याल से बात की.

देखें पूरी खबर
229 वैक्सिनेटर का चयनसिविल सर्जन डॉ सान्याल ने बताया कि बीमारी के खिलाफ लड़ाई अंतिम चरण में है. जिले में 229 वैक्सिनेटर का चयन किया गया है. वहीं 3,440 मेंबर को अभियान में शामिल किया गया है. इनमें सहिया, आंगनबाड़ी सेविका के साथ अन्य स्टाफ 105 सुपरवाइजर है. 21 कोल्डचेन पॉइंट बनाया जाना है जहां पर वैक्सीन देने का काम होगा.पहले चरण में 9 हजार हेल्थवर्कर को मिलेगा टीकासिविल सर्जन ने बताया कि प्रत्येक दिन 100 लोगों को वैक्सीन दिया जाना है. पहले चरण में 9 हजार से अधिक हेल्थवर्कर को वैक्सीन दिया जाएगा. इनमें डॉक्टर, नर्स, सहिया, आंगनबाड़ी सेविका, पारा मेडिक्लकर्मी, एंबुलेंस ड्राइवर अन्य कर्मी सम्मलित है. पांच सदस्यीय टीम देगी वैक्सीनवैक्सीन देने के लिए पांच सदस्य की एक टीम बनी है. वैक्सीन देने का काम तीन रूम के सेशन साइट में किया जाना है. टीम के पहले व्यक्ति का काम जिस व्यक्ति को वैक्सीन दिया जाना है उसके मोबाइल पर आए मैसेज का मिलान करना है. यह देखना है कि मैसेज जिसके पास गया है वह वही है, जिसे वैक्सीन दिया जाना है. इसके बाद कमरे में बैठकर टीम का दूसरा सदस्य कागजात का मिलान करेंगे और टीम के वैक्सीन ऑफिसर वैक्सीन देंगे. आधे घंटे तक होगी निगरानीआधा घंटे तक वैक्सीन लेने वाले को एक कमरे में बैठाया जाएगा. यह देखा जाएगा कि कोई प्रतिकूल प्रभाव तो नहीं पड़ रहा है. उन्होंने कहा अमूमन दो या तीन तरह की प्रतिकूल प्रभाव होता है. माइनर प्रभाव के लिए चिंतित नहीं होना है. इसके बावजूद सीरियस प्रतिकूल प्रभाव हुआ तो उसके लिए भी पूरी तैयारी है. डरने की जरूरत किसी को नहीं है.

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डाटा बेस हो रहा है तैयार
सिविल सर्जन ने बताया कि हेल्थ वर्कर के बाद राजस्व कर्मचारी, पुलिस विभाग, प्रशासन के लोगों को वैक्सीन पूरी तरह से मुफ्त दिया जाएगा. जिसके बाद गंभीर बीमारी से पीड़ित लोगों को वैक्सीन दी जानी है जो वैक्सीनेशन का तीसरा चरण है. उन्होंने कहा कि वैक्सीन लगने के बाद भी कोविड की मार्गदर्शिका का पालन करना है.

पालन करना है कोविड प्रोटोकॉल
सिविल सर्जन ने कहा कि वैक्सीन लेने के बाद भी कोविड प्रोटोकॉल का पालन करना है, मास्क पहनना है, दो गज की दूरी का पालन करना है, हैंड सेनेटाइज्ड करते रहना है. उन्होंने कहा कि जबतक सरकार इस प्रोटोकॉल से मुक्त नहीं करती तबतक इन नियमों का पालन करना जरूरी है. उन्होंने बताया पहला वैक्सीन लेने के बाद दूसरा टीका कहां और कब लेना है इसकी भी जानकारी संबंधित व्यक्ति को दी जाएगी.

Last Updated : Jan 5, 2021, 8:53 AM IST
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