गिरिडीहः Constitution Day पर कैंसर पीड़ित बुजुर्ग महिला को पुलिस ने पूछताछ के लिए उठाया. इस मामले को लेकर परिजन और इलाके के समाजसेवी काफी गंभीर है. इसको लेकर उन्होंने शमशेर आलम का अपहरण में पूछताछ को लेकर पुलिस पर प्रताड़ना का आरोप लगाते हुए दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की मांग की है.
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पिछले दिनों अपहृत जमीन कारोबारी Shamsher Alam की सकुशल बरामदगी के लिए पुलिस दिन-रात छापेमारी कर रही है. लेकि इसके बाद पुलिस को देर से ही मगर उसकी बरामदगी में सफलता मिलने के बाद पुलिस को एक ओर भले हीं इस मामले में राहत मिल गयी है. लेकिन इसी मामले में दूसरी ओर पुलिस घिरती हुई दिख रही है. अपहृत की बरामदगी मामले में पुलिस लगातार संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही थी. इसी दौरान बगोदर के अटका से पुलिस ने एक वृद्ध महिला को घर से उठाकर थाना ले गयी थी और फिर पूछताछ के बाद उसे छोड़ दिया गया था.
लेकिन बाद में यह बात सामने आई कि वृद्ध महिला कैंसर पीड़ित है और संविधान दिवस के दिन ही 26 नवंबर को पुलिस ने महिला को हिरासत में लिया था. लेकिन बात यहीं खत्म नहीं होती है. महिला के भतीजा सह समाजिक कार्यकर्ता सुरेश शक्ति ने इसे गंभीरता से लेते हुए स्थानीय विधायक, प्रदेश के CM से लेकर National Women Commission तक को खत लिखकर मामले की जानकारी देते हुए पुलिस पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया और दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की मांग की है.
उनका कहना है कि पूरा देश एक ओर संविधान दिवस मना रहा था, संविधान की रक्षा का संकल्प ले रहा था. दूसरी ओर संविधान के द्वारा महिलाओं को प्रदत अधिकारों से पुलिस खिलवाड़ कर रही थी. पुलिस ने सुभद्रा देवी नामक महिला जो बुजुर्ग कैंसर पीड़ित है उसे पूछताछ के नाम पर प्रताड़ित किया है. हालांकि पुलिस ने महिला को प्रताड़ित करने के आरोपों को खारिज कर दिया है. थाना प्रभारी सरोज सिंह चौधरी ने कहा है कि महिला को पूछताछ के लिए थाना जरूर लाई थी मगर पूछताछ के बाद उन्हें घर पहुंचा दिया गया था.