गांडेय, गिरिडीह: एक आदिवासी दिव्यांग युवती के साथ जोर जबरदस्ती करने के आरोप में एक बाबा की लोगों ने जमकर धुनाई कर दी (People beat up Baba). हालांकि मुखिया प्रतिनिधि और कुछ ग्रामीणों की सक्रियता से बाबा की जान बच पाई. मुखिया प्रतिनिधि एवं ग्रामीणों ने आक्रोशित युवाओं की चंगुल से बाबा को बचाया और फौरन मामले की सूचना पुलिस को दी. सूचना मिलते ही बेंगाबाद पुलिस मौके पर पहुंची और बाबा को सुरक्षित अपने कब्जे में लिया. इसके बाद पुलिस युवती को अपने साथ थाने ले गई और उससे पूछताछ की.
जानकारी के अनुसार देवघर कॉलेज के पास राम कृष्ण विवेकानंद अनाथलय के नाम से आश्रम चलाने वाले बाबा के आश्रम में आदिवासी युवती रह कर काम करती थी. आश्रम के काम काज के साथ वह अपनी पढ़ाई भी कर रही थी. युवती के अनुसार वर्ष 2013 में वह बाबा के संपर्क में आई थी. मगर आश्रम में रहते हुए बाबा उसके साथ शादी करने के लिए जोर जबरदस्ती करने लगा. युवती को बाबा से शादी करना मंजूर नहीं था. जिस कारण वह आश्रम में रहना नहीं चाहती थी. कुछ दिन पहले जब बाबा किसी काम से कलकत्ता गया हुआ था तो युवती ने अपने परिजनों को इसकी जानकारी दी. जिसके बाद परिजन देवघर आये और युवती को अपने साथ कटोरिया ले गए. कटोरिया से वह अपने भाभी के पास गिरिडीह के सोनबाद आ गई थी.
कलकत्ता से लौटने के बाद बाबा युवती को ढूंढते ढूंढते बेंगाबाद थाना क्षेत्र के सोनबाद आ धमका और उसे अपने साथ जाने की जिद करते हुए जबरदस्ती करने लगा. मामले की जानकारी गिरीडीह कॉलेज होस्टल के छात्रों को हुई. जिसके बाद दर्जनों छात्र मौके पर पहुंचे और युवती को बाबा से छुड़ाया. जिसके बाद आक्रोशित छात्रों ने बाबा की पिटाई शुरू कर दी. युवती ने बताया कि बाबा ने जबरन उसकी मांग में सिंदूर भर दिया था. अब बाबा उसको जबरदस्ती अपने साथ रखना चाहता है, साथ जाने से इनकार करने पर बाबा ने उसे धमकी भी दी और आत्महत्या कर उसे फंसा देने की बात कहने लगा. वह जाने को तैयार नहीं हुई तो बाबा उसका हाथ पकड़ कर जबरन खींच कर घर से निकाला और गाड़ी में बैठाने लगा.
इधर, बाबा ने बताया कि आश्रम में युवती की पूरी देखभाल उनके द्वारा ही की जा रही थी. युवती को टीबी भी हुआ था, जिसका इलाज भी करवाया. बाबा का कहना है कि 2016 में उन्होंने युवती के साथ शादी कर ली है. किसी बात को लेकर एक बार उन्होंने युवती को डांट फटकार लगाई थी. इसी वजह से वह नाराज होकर घर चली गई थी. बाबा के अनुसार घर जाने के बाद भी युवती ने उनसे फोन पर बात की है और मैसेज किया है. जिसके बाद वह उसे लेने कटोरिया भी गए. मगर युवती वहां नहीं मिली तो उन्होंने उसका पता लगाया और गिरिडीह के सोनबाद पहुंचे. बाबा का कहना है कि दोनों ने साथ जीवन जीने का फैसला लिया था. मगर अब युवती किसी दबाव में आकर इनकार कर रही है.
बाबा को बचाने वाले मुखिया प्रतिनिधि डिस्को मंडल ने कहा कि मामला काफी उग्र हो गया था. बाबा के साथ मोब लिंचिंग की घटना भी घट सकती थी. मगर उन्होंने तत्परता दिखाते हुए स्थानीय ग्रामीणों के सहयोग से उनकी जान बचाई और पुलिस प्रशासन को घटना की सूचना दी. फिलहाल बेंगाबाद पुलिस पूरे मामले की गहन जांच पड़ताल में जुट गई है. बेंगाबाद थाना प्रभारी ने प्रदीप कुमार ने कहा कि युवती एवं बाबा के अलावे अन्य लोगों से पूछताछ की जा रही है. युवती के परिजनों से भी पूछताछ की जाएगी जिसके बाद उचित कार्रवाई की जाएगी.