गिरिडीहः जिला पुलिस और केंद्रीय पुलिस बल की 7वीं बटालियन की ओर से शनिवार को चलाए जा रहे संयुक्त सर्च ऑपरेशन में पकड़े गए नक्सली चकाई थाना क्षेत्र के निहालडीह गांव के राकेश मरांडी को पूछताछ के बाद जेल भेज दिया गया है. जेल भेजे गए नक्सली ने इस दौरान पुलिस को कई महत्वपूर्ण जानकारी दी है. यह भी बताया है कि वह इलाके में लगातार सक्रिय था.
अन्य थाना में भी मामला दर्ज
यह सारी जानकारी रविवार को पुलिस लाइन में आयोजित प्रेस वार्ता में खोरी महुआ एसडीपीओ नवीन कुमार सिंह ने दी है. उन्होंने बताया कि निर्माणाधीन पुल पर हमला बोलकर मजदूरों की पिटाई में शामिल नक्सलियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करते हुए छापेमारी की जा रही थी. इसी दौरान राकेश को पकड़ा गया. नवीन सिंह ने बताया कि लेवी के लिए ही नक्सलियों ने इस घटना को अंजाम दिया था. एसडीपीओ ने बताया कि राकेश के विरुद्ध भेलवाघाटी थाना कांड संख्या 14/20 के तहत भेलवाघाटी थाना क्षेत्र के गुनियाथर पंचायत के कुलमुंगरी और चिरूडीह में पुल निर्माण में लगे कर्मियों के साथ मारपीट करने और इसी थाना क्षेत्र के अड़वारा गांव में विस्फोटक पदार्थ बरामदगी के मामले में कांड संख्या 07/20 के तहत मुकदमा दर्ज है. इसके अलावा जमुई के खैरा और चकाई में भी मामला दर्ज है.
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ऐसे हुई गिरफ्तारी
जानकारी के मुताबिक गिरिडीह पुलिस और भेलवाघाटी और चकाई के सीआरपीएफ की ओर से संयुक्त ऑपरेशन के दौरान कुलमुंगरी में नक्सली राकेश के छिपे होने की सुचना पर छापेमारी कर राकेश को गिरफ्तार किया गया. अभियान में भेलवाघाटी बी सेवन बटालियन के सहायक कमांडेट अजय कुमार, भेलवाघाटी के थाना प्रभारी एमजे खान, सहायक अवर निरीक्षक विनोद हांसदा और बल ने छापेमारी कर इसे पकड़ा था.