गिरिडीह: राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग (एनसीआरपी) के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो ने नए परिसदन भवन में कैंप लगाकर बच्चों की शिकायत सुनी. सभी बच्चों की शिकायतों को सुनने के बाद अध्यक्ष ने समाधान के लिए समय सीमा भी तय की. इस दौरान डीसी राजेश पाठक, एसपी सुरेंद्र कुमार झा समेत कई अधिकारी मौजूद थे.
कैंप में ज्यादातर मामले स्कूलों की आधारभूत संरचना, दिव्यांग बच्चों के सर्टिफिकेट, पेंशन, आंगनबाड़ी केंद्रों की आधारभूत संरचना और अभ्रक के अवैध खदानों में बाल मजदूरी से जुड़े थे. अध्यक्ष ने अभ्रक के खदानों में काम कर रहे बच्चों को स्कूल से जोड़ने की बात कही. कैंप में 200 शिकायत दर्ज की गई, जिसमें से 170 का निष्पादन तय सीमा के अंदर करने का निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिया गया.
अध्यक्ष प्रियंक ने बताया कि जिला प्रशासन को बाल मजदूरी पर रोक लगाने के निर्देश दिए गए हैं. आगे उन्होंने बताया कि गिरिडीह, कोडरमा और बिहार के नवादा में 4500 बाल मजदूरों की पहचान की गई है.