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10 सालों से अधूरा है हॉस्टल, पूरे निर्माण की जोह रहा बाट

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Published : Oct 26, 2019, 10:47 AM IST

गिरिडीह के बगोदर के इकलौते घाघरा इंटर साइंस कॉलेज परिसर में लाखों की लागत से दस साल पहले शुरू हुए छात्रावास का निर्माण कार्य अधूरा है. इसे देखने वाला कोई नहीं.

अधूरा हॉस्टल

बगोदर, गिरिडीहः बगोदर प्रखंड में सरकारी भवनों की दुर्दशा देखने वाला नहीं है. यही कारण है कि लाखों- करोड़ों की लागत से सरकारी भवनों का शुरू हुआ निर्माण कार्य आधा-अधूरा पड़ा है.

देखें पूरी खबर

छात्रावास का निर्माण कार्य अधूरा
तिरला में बेकार पड़े आदिम जनजाति बिरहोर छात्रावास, अटका में बेकार पड़े अनुसूचित जनजाति बालक छात्रावास के बाद एक और बेकार पड़े छात्रावास का मामला उजागर हुआ है. बगोदर के इकलौते घाघरा इंटर साइंस कॉलेज परिसर में लाखों की लागत से दस साल पहले शुरू हुए छात्रावास का निर्माण कार्य अधूरा है.

ये भी पढ़ें- पौधारोपण अभियान को ठेंगा दिखा रहे माफिया, कटते जंगल पर वन विभाग बेपरवाह

लाखों की लागत
लाखों की लागत से एनआरईपी की ओर से यहां एससी/एसटी वर्ग के छात्रों के लिए छात्रावास का निर्माण कार्य शुरू हुआ था. मगर दस साल बाद भी दो मंजिला इस छात्रावास का न तो निर्माण कार्य पूरा हुआ है और न हीं अस्तित्व में आया है.

ये भी पढ़ें- विधानसभा चुनाव से पहले वास्तु दोष मिटाने में जुटी कांग्रेस, जानिए पार्टी ने उठाया क्या कदम

कई बार पत्राचार किया
लिहाजा, निर्माण कार्य का उद्देश्य भी बेकार साबित हो रहा है. कॉलेज के सचिव प्रो अशोक कुमार यादव कहते हैं कि छात्रावास के अधूरे निर्माण कार्य को पूरा करने के लिए उन्होंने जिले के वरीय अधिकारियों तक कई बार पत्राचार किया. मगर परिणाम सार्थक नहीं दिखा.

बगोदर, गिरिडीहः बगोदर प्रखंड में सरकारी भवनों की दुर्दशा देखने वाला नहीं है. यही कारण है कि लाखों- करोड़ों की लागत से सरकारी भवनों का शुरू हुआ निर्माण कार्य आधा-अधूरा पड़ा है.

देखें पूरी खबर

छात्रावास का निर्माण कार्य अधूरा
तिरला में बेकार पड़े आदिम जनजाति बिरहोर छात्रावास, अटका में बेकार पड़े अनुसूचित जनजाति बालक छात्रावास के बाद एक और बेकार पड़े छात्रावास का मामला उजागर हुआ है. बगोदर के इकलौते घाघरा इंटर साइंस कॉलेज परिसर में लाखों की लागत से दस साल पहले शुरू हुए छात्रावास का निर्माण कार्य अधूरा है.

ये भी पढ़ें- पौधारोपण अभियान को ठेंगा दिखा रहे माफिया, कटते जंगल पर वन विभाग बेपरवाह

लाखों की लागत
लाखों की लागत से एनआरईपी की ओर से यहां एससी/एसटी वर्ग के छात्रों के लिए छात्रावास का निर्माण कार्य शुरू हुआ था. मगर दस साल बाद भी दो मंजिला इस छात्रावास का न तो निर्माण कार्य पूरा हुआ है और न हीं अस्तित्व में आया है.

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कई बार पत्राचार किया
लिहाजा, निर्माण कार्य का उद्देश्य भी बेकार साबित हो रहा है. कॉलेज के सचिव प्रो अशोक कुमार यादव कहते हैं कि छात्रावास के अधूरे निर्माण कार्य को पूरा करने के लिए उन्होंने जिले के वरीय अधिकारियों तक कई बार पत्राचार किया. मगर परिणाम सार्थक नहीं दिखा.

Intro:दस सालों से अधूरी पड़ी है होस्टल, घाघरा साइंस कॉलेज के कैंपस में बन रहा था होस्टल

बगोदर/गिरिडीह


Body:बगोदर/गिरिडीहः बगोदर प्रखंड में सरकारी भवनों की दुर्दशा को कोई देखने वाला नहीं है. यही कारण है कि लाखों- करोड़ो की लागत से सरकारी भवनों का शुरू हुए निर्माण कार्य आधी- अधूरी पड़ी है. आधी- अधूरी और बेकार पड़ी इन भवनों की ईटीवी लगातार उजागर कर रही है. तिरला में बेकार पड़े आदिम जनजाति बिरहोर छात्रावास, अटका में बेकार पड़े अनुसूचित जन जाति बालक छात्रावास के बाद एक और बेकार पड़े छात्रावास का मामला उजागर हुआ है. बगोदर के इकलौते घाघरा इंटर साइंस कॉलेज परिसर में लाखों की लागत से दस साल पूर्व शुरू हुए छात्रावास का निर्माण कार्य अधूरी पड़ी है. लाखों की लागत से एनआरईपी के द्वारा यहां एससी- एसटी वर्ग के छात्रों के लिए छात्रावास का निर्माण कार्य शुरू हुआ था. मगर दस साल बाद भी दो मंजिला इस छात्रावास का न तो निर्माण कार्य पूरा हुआ है और न हीं अस्तित्व में आया है. लिहाजा निर्माण कार्य का उद्देश्य भी बेकार साबित हो रहा है. कॉलेज के सचिव प्रो अशोक कुमार यादव कहते हैं कि छात्रावास का आधी- अधूरी पड़े निर्माण कार्य को पूरा करने के लिए उन्होंने जिले के वरीय अधिकारियों तक कई बार पत्राचार किया. मगर परिणाम सार्थक नहीं दिखा.


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