गिरिडीह: दिल्ली दंगे में बुद्धिजीवियों को आरोपी बनाने के खिलाफ मंगलवार को गावां बाजार में भाकपा माले की ओर से प्रतिवाद मार्च निकाला गया. इस दौरान मुख्य रूप से पूर्व विधायक राजकुमार यादव मौजूद थे. प्रतिवाद मार्च के बाद गावां हटिया में सभा का आयोजन किया गया. कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राजकुमार यादव ने कहा कि आये दिन हम सब देख रहे है की जो भी समाज के लोग या वामपंथी विचारधारा के लोग इस भाजपा सरकार के खिलाफ आवाज उठाने की कोशिश करते हैं, तो उन्हें यह सरकार फर्जी मुकदमा लादकर जेल के सलाखों के पीछे धकेलने का काम कर रही है.
इससे यह साफ जाहिर होता है की गरीब, किसान, मजदूर, छात्र, नौजवान की आवाज़ को भाजपा सरकार दबाने की कोशिश कर रही है. जो सविधान हमें बोलने, चलने, घूमने की आजादी देती है आज उसी संविधान को भाजपा सरकार उखाड़ कर फेंकना चाहती है और मनुस्मृति लाना चाहती है. कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रखंड पार्टी सचिव नागेश्वर यादव ने कहा की कविता कृष्णन, योगेंद्र यादव, प्रकाश करात और सीताराम येचुरी के ऊपर जो दिल्ली दंगे में फर्जी मुकदमा लादकर फंसाने की साजिश है. फर्जी मुकदमा वापस लेने की मांग की गई और दिल्ली दंगाई के मुख्य आरोपी कपिल मिश्रा को गिरफ्तार करने के बजाय वाई प्लस की सुरक्षा मोदी सरकार ने दिया है जो लोकतंत्र का हनन है.
ये भी पढ़ें- आर्थिक रूप से कमजोर विद्यार्थियों कर सकेंगे निशुल्क मेडिकल-इंजीनियरिंग की तैयारी, राज्य शिक्षा परियोजना परिषद की पहल
इस मौके पर कार्यकारी सचिव सकलदेव यादव, इंनौस के जिला कमिटी सदस्य अकलेश यादव, जितेंद्र यादव, अशोक यादव, गांधी यादव, जासो देवी, बबिता देवी, महेंद्र स्वर्णकार, महेंद्र यादव, अमित बरनवाल, राकेश कुमार, मनीष कुमार, संजय यादव, अनिल यादव, अभिमन्यु यादव, उमेश यादव, पवन चौधरी, विक्रम चौधरी, सुरेश चौधरी और दर्जनों कार्यकर्ता मौजूद थे.