गिरिडीह: जिले में पुलिस का मानवीय चेहरा देखने को मिला है. पुलिस ने मुंबई में मरे एक युवक के शव को गिरिडीह लाया और उनके परिजनों को सौंपा है. इसके लिए विशेष टीम को मुंबई भेजा गया था. वहीं परिजनों को पुलिस ने मदद की.
दरअसल 8 दिनों पहले मुंबई में गिरिडीह के हीरोडीह थाना इलाके के कुरुमडीहा निवासी 53 वर्षीय नरेश पंडित की कथित तौर पर हत्या कर दी गयी थी. युवक मुंबई के ठाणे में स्थित मीरा रोड ईस्ट साबरी होटल में काम करता था. हत्या के बाद से शव मुंबई में ही पड़ा था. ऐसे में परिजनों ने जमुआ के भाजपा विधायक केदार हाजरा के साथ-साथ गिरिडीह एसपी सुरेंद्र कुमार झा से शव को वापस लाने की गुहार लगायी थी. मामले की गंभीरता को देखते हुए राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भी ट्वीट कर इस मामले में मृतक के परिवार को मदद करने का निर्देश दिया था.
एसडीपीओ के नेतृत्व में बनी टीम
परिजनों के कष्ट और सीएम के निर्देश को देखते हुए एसपी सुरेंद्र ने खोरीमहुआ के एसडीपीओ नवीन कुमार सिंह को त्वरित कार्यवाई करने को कहा. इसके बाद एसडीपीओ नवीन ने पहले मृतक के परिजनों को अनाज के साथ अन्य सामान से मदद की. इसके बाद निजी खर्च से हीरोडीह थाना के एक पुलिस पदाधिकारी और मृतक के चचेरे भाई को फ्लाइट के से मुंबई भेजा. बाद में कागजी प्रक्रिया पूरा कर शव को रांची लाया गया. मंगलवार को एसडीपीओ ने शव को मृतक के परिजनों को सौंप दिया.
शव को लाने में हजारों रुपये का खर्च
बताया जाता है कि शव को लाने में हजारों रुपये का खर्च आया. चूंकि मृतक के परिजन काफी गरीब हैं. ऐसे में पुलिस पदाधिकारी ने ही इसका खर्च वहन किया. वहीं, शव से काफी दुर्गंध भी आ रही थी. इसके बावजूद पुलिस पदाधिकारियों ने शव को लाने और परिजनों को सौंपने में किसी प्रकार की कोताही नहीं बरती.
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पेंशन दिलाने का भी होगा प्रयास
एसडीपीओ नवीन ने बताया कि अब मृतक की विधवा सामाजिक सुरक्षा के तहत पेंशन मिले इसका प्रयास किया जा रहा है. वहीं आने वाले दिनों में जब मृतक की बेटी की शादी होगी तो प्रयास होगा की इस शादी में भी मदद की जाए. एसडीपीओ ने कहा कि उन्होंने आपस में मिलकर 51 हजार जमा किए हैं जिससे पीड़ित परिवार की मदद की जाएगी.