गिरिडीह: भाकपा माले और अखिल भारतीय किसान महासभा के बैनर तले किसानों ने अपनी मांगों को लेकर जुलूस निकाला है. वहीं डुमरी अनुमंडल परिसर में प्रखंड के जमुनिया नदी पर डैम बनाए जाने का विरोध और गैरमजरूवा जमीन का मुआवजा रैयती के बराबर देने की मांग की.
जुलूस डुमरी से जामताड़ा होते अनुमंडल कार्यालय पहुंचा. जुलूस में शामिल किसानों की जमीन पर पूंजीपतियों के लिए डैम बनाने की साजिश बंद करो, गैरमजरूवा भूमि का मुआवजा रैयती के बराबर देने की गारंटी करो, डीबीएल की मनमानी नहीं चलेगी, आदि जैसे नारे लगाए गए. वहीं, पांच सूत्री मांग को लेकर प्रखंड के अलग-अलग जगहों पर लोगों ने प्रदर्शन किया.
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इस मौके पर आयोजित एक सभा को संबोधित करते हुए भाकपा माले राज्य कमिटि सदस्य सह अखिल भारतीय किसान महासभा के संयोजक पुरन महतो ने कहा कि केन्द्र और राज्य की सरकार की योजनाएं लूट का साधन बने हुए हैं. उन्होंने कहा कि उदघाटन के कुछ घंटे बाद ही कोनार नहर का बह जाना इसका एक उदाहरण है.
पुरन महतो ने कहा कि सरकार किसानों की जमीन पूंजीपतियों के लिए लूट रही है. सालो से जिस जमीन पर किसान खेती कर रहे हैं, उसे गैरमजरूवा कह कर सरकार किसानों से छिन रही है. किसानों से बिना बात किए ही सरकार जमुनिया नदी में डैम बनाने जा रही है. यह नहीं होने दिया जाएगा. उनका कहना है कि सरकार किसानों को फायदा पहुंचाना चहती है तो छोटे-छोटे डेम का निर्माण करा कर उनके खेतों में पानी उपलब्ध कराया जाए ताकि वो आसानी से खेती कर सके.
सौंपा गया पांच सूत्री मांग का ज्ञापन
वहीं, सभा के अंत में एक प्रतिनिधिमंडल ने उपायुक्त के नाम पांच सूत्री मांग का ज्ञापन अनुमंडलाधिकारी को सौंपा. ज्ञापन में प्रस्तावित डैम का निर्माण नामंजूर करने, गैस पाइप लाइन बिछाने के दौरान अधिग्रहित गैरमजरूवा जमीन का मुआवजा देने, जीटी रोड चौड़ीकरण का कार्य कर रही डीबीएल कंपनी द्वारा पत्थर खदान में की जा रही हैवी ब्लास्टिंग को तत्काल रोकने, जीटी रोड चौड़ीकरण में विस्थापित हुए लोगों को डीबीएल कंपनी द्वारा प्राथमिकता के आधार पर नौकरी देने और कंपनी द्वारा चालू किए गए प्लांट से हो रहे प्रदूषण को रोकने की मांग शामिल है.