बगोदर, गिरिडीह: बगोदर के माहुरी गांव में दोबारा हुए कोरोना संक्रमित युवक ने दूसरी बार भी कोरोना को मात दे दिया है. उसका जांच रिपोर्ट निगेटिव आने पर उसे अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है और वह बुधवार को घर लौट आया है.
14 दिनों के लिए होम क्वॉरेंटाइन में रहने का निर्देश
कोविड-19 अस्पताल गिरिडीह से छुट्टी मिलने के बाद उसे एंबुलेंस से घर पहुंचाया गया और उसे एक बार फिर 14 दिनों के लिए होम क्वॉरेंटाइन में रहने का निर्देश दिया गया है. बता दें कि माहुरी गांव का एक युवक दोबारा कोरोना संक्रमित होने के बाद उसे 13 जून को कोविड-19 अस्पताल गिरिडीह में भर्ती कराया गया था. इसके पूर्व पहली बार 21 मई को वह उस समय कोरोना पॉजिटिव पाया गया था जब वह लीवर की बीमारी का इलाज कराने के लिए रांची के मेदांता अस्पताल गया था.
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ठीक होने के बाद दोबारा पॉजिटिव आई थी रिपोर्ट
वहीं, कोविड- 19 जांच रिपोर्ट पॉजिटिव पाए जाने के बाद उसे रिम्स में भर्ती किया गया था. उसका रिपोर्ट जब नेगेटिव आया था, तब उसे छुट्टी दे दी गई थी और 2 जून को घर लौट आया था. इस बीच लीवर की बीमारी का इलाज के लिए वह 10 जून को मेडिका अस्पताल गया और इस दौरान कोविड-19 की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई. तब उसे 13 जून को गिरिडीह के कोविड-19 अस्पताल में भर्ती किया गया था.
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कर्फ्यू मुक्त करने की मांग
बता दें कि उक्त युवक मुंबई में रहता था और 13 मई को वह मुंबई से गांव पहुंचा था. दूसरी ओर युवक दोबारा कोरोना संक्रमण का इलाज करा के 12 दिनों में ठीक होकर गांव लौट आया है. 14 दिन के पहले युवक को अस्पताल से छुट्टी दिए जाने पर ग्रामीणों ने आपत्ति जताई है. ग्रामीणों का कहना था कि 14 दिनों तक प्रवासी मजदूरों को भी क्वॉरेंटाइन में रहना पड़ रहा है. बता दें कि युवक के दोबारा कोरोना संक्रमित पाए जाने के बाद प्रशासन की ओर से गांव को सील करते हुए 26 जून तक कर्फ्यू लगा दिया गया है. ग्रामीणों ने कहा कि युवक के ठीक होने और परिजनों की रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद गांव में कर्फ्यू लगाकर रखने का कोई औचित्य नहीं बनता है. कर्फ्यू मुक्त करने की मांग की गई है.