गिरिडीह: नक्सलियों के खिलाफ प्रशासन लगातार अभियान चला रहा है. इस बार आईईडी बनाकर और छिपाकर रखने वाले नक्सलियों के खिलाफ अभियोजन चलाने की तैयारी की गई है. भाकपा माओवादी नक्सली संगठन के सेंट्रल कमिटी मेंबर और एक-एक करोड़ के इनामी नक्सली पतिराम मांझी उर्फ अनल, प्रयाग उर्फ विवेक, स्पेशल एरिया कमिटी मेंबर 25 लाख के इनामी अजय महतो उर्फ टाइगर के खिलाफ अभियोजन चलाने की तैयारी की गई. इसे लेकर गिरिडीह के डीसी राहुल कुमार सिन्हा ने सरकार के अपर मुख्य सचिव के पास अनुशंसा पत्र भेजा है. लिस्ट में अजय के अलावा इनामी नक्सली नुनुचंद महतो, संतोष महतो, रामदयाल महतो उर्फ बच्चन, कृष्णा हांसदा, साहेबराम हांसदा, रणविजय महतो, पवन मांझी, रौशन उर्फ बलबीर और सुनील मांझी शामिल हैं.
क्या है मामला?
6 मार्च 2018 को तत्कालीन एसपी सुरेंद्र कुमार झा और एएसपी दीपक कुमार की अगुवाई में गिरिडीह पुलिस, सीआरपीएफ, कोबरा और झारखंड जगुआर की टीम ने डुमरी के अकबकीटांड़ में छापेमारी कर 15 नक्सलियों को गिरफ्तार किया था. गिरफ्तार नक्सलियों में कुख्यात सुनील मांझी भी शामिल था. बाद में 12 मार्च को सुनील मांझी को पुलिस ने रिमांड पर लिया था.
सुनील ने उगला था राज
रिमांड में लिए गए सुनील से पूछताछ हुई तो पता चला कि नक्सली संगठन के बड़े-बड़े मेंबर ने मधुबन थाना इलाके के ढोलकट्ठा के समीप पारसनाथ पहाड़ी और जंगल में बहुत सारे बम और आईईडी छिपाकर रखा है. इसके बाद सुनील की निशानदेही पर छापेमारी की गई तो 103 पीस पाइप बम के अलावा कई सामान की बरामदगी हुई. पूछताछ में सुनील ने यह भी बताया कि अनल, विवेक, अजय समेत 12 नक्सलियों ने इस बम को रखा है ताकि इसका उपयोग विध्वंसक कार्रवाई में किया जा सके. इस बरामदगी के बाद मधुबन थाना में एफआईआर दर्ज हुई. जांच के बाद गिरिडीह के एसपी ने डीसी को पत्र लिखकर इन सभी नक्सलियों के खिलाफ अभियोजन चलाने की अनुशंसा की थी.