जमुआ, गिरिडीह: देवरी प्रखंड के गादीकला गांव में छह लोगों की मौत की घटना को लेकर राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी, कोडरमा सांसद अन्नपूर्णा देवी, जमुआ के विधायक केदार हाजरा, पूर्व विधायक गुरूसहाय महतो समेत जिला परिषद के उपाध्यक्ष कामेश्वर पासवान गादीकला गांव पहुंचकर मौत के शिकार हुए लोगों के परिजनों से मिले.
'सामाजिक सुरक्षा पेंशन का लाभ दिलाने की कोशिश'
बाबूलाल मरांडी ने कहा कि गरीब परिवार के लोग मौत के शिकार हुए हैं. इन लोगों के छोटे-छोटे बच्चे कमाने लायक भी नहीं हैं. उन्होंने कहा कि वे सरकार की ओर से सामाजिक सुरक्षा पेंशन का लाभ दिलाने की कोशिश कर रहे हैं. घटना में मौत के शिकार हुए लोगों के परिवार को सरकार की ओर से पांच-पांच लाख रुपए मुआवजा दिया जाना चाहिए.
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'80 फीसदी दुर्घटना शराब के कारण'
बाबूलाल मरांडी ने कहा कि यहां के ग्रामीणों से शराब के संबंध में पूछा तो सभी ग्रामीणों ने एक स्वर में कहा कि शराब बंद होनी चाहिए. वे सरकार से मांग करते हैं कि अब शराब बंद कर देना चाहिए. पिछके एक वर्ष में हुए सड़क दुर्घटना में में गांवा, तिसरी और देवरी के लगभग दो सौ लोग मौत के शिकार हुए हैं. जिसमे अधिकांस युवा हैं. 80 फीसदी दुर्घटना शराब के कारण हुई है.
'शराब बंद होनी चाहिए'
वहीं, सांसद अन्नपूर्णा देवी ने कहा कि गादीकला में शराब पीने से मौत का मामला सामने आया है और इसकी पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पुष्टि हुई है. उन्होंने कहा कि शराब से मौत की घटना दुखद है. अन्नपूर्णा देवी ने आग्रह करते हुए कहा कि शराब को छोड़ें और शराब कैसे बंद हो इस पर पहल करें. सरकार से मांग करेंगे की शराब बंद होनी चाहिए.
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'समाज के युवाओं को आगे आना होगा'
विधायक केदार हाजरा ने कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पता चला है कि मौत जहरीली शराब पीने से हुई है. अवैध रूप से शराब बेचनेवाले को समाजिक दंड दिया जाना चाहिए. शराब मुक्त समाज बनाने के लिए समाज के युवाओं को आगे आना होगा.