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गिरिडीहः हड़ताल पर गए सहायक पुलिसकर्मी, आरक्षी पद पर नियुक्ति की है मांग - स्थायीकरण को लेकर सहायक पुलिस कर्मियों का आंदोलन

आरक्षी पद पर नियुक्ति की मांग को लेकर सहायक पुलिसकर्मी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं. उनका कहना है कि रघुवर सरकार ने कहा था कि तीन वर्ष सेवा होने के बाद सहायक पुलिस कर्मियों को झारखंड पुलिस में आरक्षी के पद पर सीधी नियुक्ति कर दी जाएगी लेकिन ऐसा नहीं हुआ.

Assistant policemen went on strike
हड़ताल पर गए सहायक पुलिसकर्मी
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Published : Sep 7, 2020, 10:15 PM IST

गिरिडीहः आरक्षी पद पर नियुक्ति किये जाने की मांग को लेकर आंदोलनरत सहायक पुलिसकर्मी अब अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं. इससे पहले चार से छ्ह सितंबर तक काला बिल्ला लगाकर इन्होंने कार्य किया. सहायक पुलिस कर्मियों ने कहा कि गृह कारा और आपदा प्रबंधन विभाग झारखंड, रांची और पुलिस महानिरीक्षक (कार्मिक) की ओर से निर्गत आदेश के आलोक में राज्य के बारह अतिनक्सल प्रभावित जिलों में 2,500 सहायक पुलिस कर्मियों की नियुक्ति तीन वर्ष के लिए की गई है, जिसका मानदेय मात्र 10 हजार रुपए है.

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नियुक्ति के बाद उस वक्त की रघुवर सरकार ने कहा था कि तीन वर्ष सेवा होने के बाद सहायक पुलिस कर्मियों को झारखंड पुलिस में आरक्षी के पद पर सीधी नियुक्ति कर दी जाएगी, इसका विज्ञापन में भी उल्लेख है.

इसके बाद भी वर्तमान झारखंड सरकार का रवैया सहायक पुलिस कर्मियों के प्रति काफी उदासीन है. बताया कि काला बिल्ला लगाकर काम करने के बाद भी सरकार ने उनकी सुधि नहीं ली है. इसलिए आंदोलन के अगले कड़ी के रूप में अनिश्चिकालीन हड़ताल शुरू किया गया है. इसके बाद भी सरकार फैसला नहीं लेती है तो मुख्यमंत्री आवास का घेराव कर उग्र आंदोलन किया जाएगा.

गिरिडीहः आरक्षी पद पर नियुक्ति किये जाने की मांग को लेकर आंदोलनरत सहायक पुलिसकर्मी अब अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं. इससे पहले चार से छ्ह सितंबर तक काला बिल्ला लगाकर इन्होंने कार्य किया. सहायक पुलिस कर्मियों ने कहा कि गृह कारा और आपदा प्रबंधन विभाग झारखंड, रांची और पुलिस महानिरीक्षक (कार्मिक) की ओर से निर्गत आदेश के आलोक में राज्य के बारह अतिनक्सल प्रभावित जिलों में 2,500 सहायक पुलिस कर्मियों की नियुक्ति तीन वर्ष के लिए की गई है, जिसका मानदेय मात्र 10 हजार रुपए है.

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नियुक्ति के बाद उस वक्त की रघुवर सरकार ने कहा था कि तीन वर्ष सेवा होने के बाद सहायक पुलिस कर्मियों को झारखंड पुलिस में आरक्षी के पद पर सीधी नियुक्ति कर दी जाएगी, इसका विज्ञापन में भी उल्लेख है.

इसके बाद भी वर्तमान झारखंड सरकार का रवैया सहायक पुलिस कर्मियों के प्रति काफी उदासीन है. बताया कि काला बिल्ला लगाकर काम करने के बाद भी सरकार ने उनकी सुधि नहीं ली है. इसलिए आंदोलन के अगले कड़ी के रूप में अनिश्चिकालीन हड़ताल शुरू किया गया है. इसके बाद भी सरकार फैसला नहीं लेती है तो मुख्यमंत्री आवास का घेराव कर उग्र आंदोलन किया जाएगा.

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