बगोदर, गिरिडीहः जिले के तीन प्रखंड बगोदर, सरिया और बिरनी के साथ-साथ हजारीबाग जिले के विष्णुगढ़ प्रखंड के कुछ पंचायतों को मिलाकर बगोदर विधानसभा का गठन किया गया है. इस विधानसभा क्षेत्र में शिवलिंग के आकार का प्रसिद्ध मंदिर हरिहरधाम स्थित है. वहीं करोड़ो की कोनार नहर परियोजना भी इस विधानसभा क्षेत्र से होकर गुजरती है. यह विधानसभा क्षेत्र भाकपा माले के गढ़ के तौर पर जाना जाता रहा है. लगातार 25 वर्षों तक भाकपा माले का कब्जा इस सीट पर रहा है. लेकिन पिछले विधानसभा चुनाव में भाकपा माले के विधायक बिनोद कुमार सिंह को पराजित कर भाजपा के नागेंद्र महतो ने जीत दर्ज की थी.
पांच साल में किया लगातार काम- विधायक
पिछले पांच वर्षों से क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर रहे विधायक नागेंद्र का कहना है कि जो काम पिछले 25 सालों में नहीं हुआ, वह सभी काम उनके कार्यकाल में हुआ है. विधायक कहते हैं कि पांच वर्षों के दरमियान उन्होंने शिक्षा, बिजली, पानी, सिंचाई, सड़क के लिए लगातार काम किये हैं. इस दौरान कई शैक्षणिक संस्थान भी क्षेत्र की जनता को दिया गया है.
भाई-भतीजावाद की राजनीति से इनकार
भाई-भतीजावाद के सवाल पर विधायक नागेंद्र का कहना है कि उन्होंने जनता के लिए काम किया है. कभी भी अपने पुत्र को प्रोजेक्ट नहीं दिया. विधायक नागेंद्र भाकपा माले पर वंशवाद की राजनीति करने का आरोप लगाते हैं. विधायक का कहना है कि माले से पहले यहां से महेंद्र सिंह जीतते रहे थे. उनका देहांत होने के बाद पार्टी ने उनके पुत्र बिनोद सिंह को टिकट दिया क्या यह भाई-भतीजावाद नहीं है.
पांच सालों में नहीं हुआ कोई विकास- विपक्ष
भाकपा माले के नेता सह इलाके के पूर्व विधायक बिनोद कुमार सिंह कहते हैं कि पिछली बार यह कहा गया था कि दिल्ली से लेकर बगोदर तक एक पार्टी के प्रतिनिधि रहेंगे तो बेहतर विकास होगा. लेकिन भाजपा सरकार बालू छिनने की नीति के अलावा गैरमजरुआ जमीन छीनने की नीति भी बनाई इसके अलावा उन्होंने ऐसी स्थानीय नीति बनाई कि युवा बेरोजगार भटक रहे हैं. इसके अलावा पिछले पांच वर्षों में बगोदर पीछे ही गया है.
पूर्व विधायक का कहना है कि काफी लड़कर अनुमंडल बनाया गया लेकिन भवन नहीं बना, सड़क-स्वास्थ्य की स्थिति भी लचर हैं. यहां 30 से ज्यादा हाई स्कूल बने, लेकिन भवन नहीं बनाया गया. पूर्व विधायक कहते हैं कि नागेंद्र पूरी तरह से फेल हैं. पांच वर्षों में विधायक ने अपनी ओर से कोई प्रयास नहीं किया. क्षेत्र की जनता की प्रतिक्रिया मिलीजुली है. कुछ काम से संतुष्ट हैं तो कुछ नाराज, कुछ का कहना है कि विधायक से और भी उम्मीदें थी जो पूरी नहीं हो सकी.