दुमकाः जिले के खस्ताहाल सड़कों की मरम्मत की मांग को लेकर गुरुवार से 48 घंटे तक भूख हड़ताल में बैठे युवा साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित साहित्यकार नीलोत्पल मृणाल ने जिला प्रशासन के आश्वासन के बाद अपना अनशन समाप्त कर दिया. अनुमंडल पदाधिकारी महेश्वर महतो ने जूस पिलाकर साहित्यकार का अनशन समाप्त कराया.
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एसडीओ ने धरना पर बैठे निलोत्पल मृणाल को आश्वस्त किया कि बासुकीनाथ नोनीहाट मुख्य मार्ग की मरम्मत कार्य जल्द ही आरंभ कर दिया जाएगा. युवा साहित्यकार ने जिला में अवैध रूप से पत्थर और बालू का उत्खनन होता है जिससे ट्रकों में लोड कर बासुकीनाथ नोनीहाट मुख्य मार्ग से होते हुए बिहार सहित अन्य राज्यों में भेजा जाता है. इस कारण सड़क पर अत्यधिक वाहनों का भार बढ़ जाने से सड़क की स्थिति अत्यंत जर्जर हो गई. इस वजह से आए दिन सड़क दुर्घटनाएं होती रहती हैं और जानमाल को भी भारी नुकसान हो रहा है.
अनुमंडल पदाधिकारी ने कहा कि अवैध उत्खनन और ओवरलोडेड बालू और गिट्टी लदे ट्रक को रोका जाएगा और सड़क को दुरुस्त किया जाएगा. इस आश्वासन के बाद साहित्यकार निलोत्पल मृणाल ने अपना अनशन तोड़ा और कहा कि फिर जरूरत पड़ी तो वे जनता को जागरूक करेंगे और सरकार तक जनता की मांग को पहुंचाएंगे.