दुमकाः जिले के रानीश्वर थाना के कठलिया जंगल से पुलिस ने बड़ी संख्या में हथियार बरामद किए है. बरामद हथियारों में दो इंसास रायफल, 383 गोलियां, 8 इंसास की मैगजीन, एक हैंडग्रेनेड और एक नक्सली साहित्य है. जंगल में हथियार छुपे होने की सूचना मिलने पर दुमका पुलिस और एसएसबी ने मिलकर यह कार्रवाई की और हथियारों को ढूंढ़ निकाला.
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एसपी वाई एस रमेश ने जानकारी देते हुए बताया कि इस साल दो जून को रानीश्वर थाना के कठलिया जंगल में सुरक्षाबलों और नक्सलियों की मुठभेड़ हुई थी, जिसमें नक्सलियों ने एसएसबी के जवान नीरज छेत्री की गोली मार दी थी जो इलाज के क्रम में शहीद हो गये थे. एसपी ने बताया कि इस मुठभेड़ में पुलिस की घेराबंदी से नक्सलियों ने अपने हथियार जंगल में छुपा दिए थे. इस घटना के बाद लगातार सर्च ऑपरेशन जारी था. इस बीच सूचना मिलने पर पुलिस ने जंगल के बीच छुपे हथियार को बरामद कर लिया. बरामद हथियारों में दो इंसास रायफल , 383 गोलियां, 8 इंसास की मैगजीन, एक हैंडग्रेनेड और नक्सली साहित्य है.
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एसपी ने बताया कि दो इंसास राइफल जो बरामद किए गए हैं उनमें से एक राइफल पाकुड़ के आरक्षी मनोज कुमार हेंब्रम का है, जो 2 जुलाई 2013 को नक्सली हिंसा में शहीद हुए थे. इस घटना में पाकुड़ के पूर्व एसपी अमरजीत बलिहार समेत कुल 6 पुलिसकर्मी शहीद हुए थे. वहीं, दूसरा इंसास आरक्षी रघुनंदन झा का है, जो 24 अप्रैल 2014 को शिकारीपाड़ा थाना क्षेत्र के सरसाजोल जंगल में नक्सलियों के किए गए विस्फोट का शिकार हुए थे. इस घटना में कुल 8 लोगों की जान गई थी. सभी लोकसभा चुनाव में मतदान कराकर ईवीएम लेकर लौट रहे थे.