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सुनील सोरेन ने केंद्रीय पर्यटन मंत्री से की मुलाकात, झारखंड में टूरिस्ट सर्किट बनाने की मांग

झारखंड प्राकृतिक रूप से काफी धनी माना जाता है. यही वजह है कि यहां पर कई खूबसूरत पर्यटन (Tourist Spot) स्थल हैं. लेकिन उन जगहों का सही से विकास नहीं होने के कारण पूरे देश से पर्यटक वहां नहीं पहुंच पाते हैं. झारखंड में पर्यटन (tourism in jharkhand) बढ़े इसे लेकर दुमका सांसद सुनील सोरेन (Dumka MP Sunil Soren) ने केंद्रीय पर्यटन मंत्री जी किशन रेड्डी (Union Tourism Minister G Kishan Reddy) से की मुलाकात. इस दौरान उन्होंने बैद्यनाथधाम, बासुकीनाथ, मसानजोर, मलूटी और तारापीठ टूरिस्ट सर्किट बनाने की मांग.

tourist spot in jharkhand
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Published : Aug 12, 2021, 6:18 PM IST

दुमका: सांसद सुनील सोरेन ने नई दिल्ली केंद्रीय पर्यटन मंत्री जी किशन रेड्डी (Union Tourism Minister G Kishan Reddy) से मुलाकात की है. इस दौरान उन्होंने पर्यटन मंत्री (Tourism Minister) को जानकारी दी कि झारखंड में प्राकृतिक सौंदर्य बिखेरते कई रमणीक और धार्मिक स्थल हैं जहां काफी संख्या में पर्यटक पहुंचते हैं. इन पर्यटन केंद्रों को अगर डेवलप कर दिया जाए तो देश के पर्यटन मानचित्र में ये जगह अपना स्थान बना पाएंगे. इससे हजारों लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार भी प्राप्त होगा.

सांसद ने पर्यटन मंत्री को इन मांगों से संबंधित पत्र सौंपा

  1. बैद्यनाथधाम - बासुकीनाथ मसानजोर - मलूटी - तारापीठ टूरिस्ट सर्किट बनाया जाए
  2. दुमका जिला के शिकारीपाड़ा प्रखंड में मंदिरों का गांव मलूटी है. जहां टेराकोटा पद्धति से मंदिरों का निर्माण हुआ है. यहां के मंदिर लगभग पांच सौ वर्ष पुराने हैं. वर्तमान समय में देखरेख के अभाव में बदहाल स्थिति में पहुंच गए हैं. मंदिरों के संरक्षण के लिए उसका जीर्णोद्धार कराया जाए. हालांकि कुछ मंदिरों का भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण ( ASI ) के देखरेख में जीर्णोद्धार हुआ. लेकिन अभी वह काम बंद है. जल्द से जल्द सभी मंदिरों को दुरुस्त कराया जाए.
  3. दुमका शहर से सटे कुरुवा पहाड़ को टूरिस्ट स्पॉट के रूप में विकसित किया जाए
  4. दुमका लोकसभा क्षेत्र में स्थित मसानजोर डैम में पर्यटकों के आवागमन को बढ़ावा देने के लिए आवश्यक इंफ्रास्ट्रक्चर विकसित किया जाए.
  5. काठीकुंड में बाबा दानीनाथ, दुमका शहर में शिव पहाड़, जामा में सिरसानाथ और देवद्वारनाथ, सरैयाहाट में सुमेश्वर नाथ जैसे शिवालयों को विकसित किया जाए ताकि श्रद्धालुओं के साथ पर्यटक भी आए. इन सभी क्षेत्र की प्राकृतिक छंटा काफी रमणीक है.
  6. जामताड़ा जिले के सदर प्रखंड में स्थित लाधना डैम को विकसित किया जाए.
  7. जामताड़ा जिले के करमदाहा दुखिया बाबा मंदिर को विकसित किया जाए.
  8. पंडित ईश्वर चंद्र विद्यासागर की कर्मभूमि करमाटांड़ (विद्यासागर) के नंदनकानन को विकसित किया जाए.
  9. जामताड़ा जिले के कुलडंगाल पंचायत के अंतर्गत देवलेश्वर धाम मंदिर का विकास किया जाए.
  10. जामताड़ा जिले के नाला प्रखंड के मोरवासा पंचायत के अंतर्गत मलन्चा पहाड़ को टूरिस्ट स्पॉट के तौर पर विकसित किया जाए.
  11. देवघर जिला के सारठ प्रखंड के सिकटिया बराज को पर्यटक स्थान के रूप में विकसित किया जाए, साथ ही मधुपुर के पथरोल में पर्यटन के विकास के लिए प्रसिद्ध काली मंदिर का विकास किया जाए.

मंत्री से मिला आश्वासन
सांसद में पर्यटन मंत्री (Tourism Minister) से आग्रह किया है कि इन पर्यटक स्थलों को विकसित करने संबंधित आवश्यक दिशा निर्देश दिया जाए ताकि इस क्षेत्र का सर्वांगीण विकास हो. लोगों का आवागमन बढ़े और क्षेत्र में रोजगार के नये साधनों का सृजन हो. केंद्रीय मंत्री से मुलाकात के बाद सांसद सुनील सोरेन में काफी खुशी जताई है. उन्होंने कहा कि जी किशन रेड्डी ने सारी बातों को ध्यान से सुना और उनके मांग पत्र पर शीघ्रतापूर्ण आवश्यक पहल करने की बात कही.

दुमका: सांसद सुनील सोरेन ने नई दिल्ली केंद्रीय पर्यटन मंत्री जी किशन रेड्डी (Union Tourism Minister G Kishan Reddy) से मुलाकात की है. इस दौरान उन्होंने पर्यटन मंत्री (Tourism Minister) को जानकारी दी कि झारखंड में प्राकृतिक सौंदर्य बिखेरते कई रमणीक और धार्मिक स्थल हैं जहां काफी संख्या में पर्यटक पहुंचते हैं. इन पर्यटन केंद्रों को अगर डेवलप कर दिया जाए तो देश के पर्यटन मानचित्र में ये जगह अपना स्थान बना पाएंगे. इससे हजारों लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार भी प्राप्त होगा.

सांसद ने पर्यटन मंत्री को इन मांगों से संबंधित पत्र सौंपा

  1. बैद्यनाथधाम - बासुकीनाथ मसानजोर - मलूटी - तारापीठ टूरिस्ट सर्किट बनाया जाए
  2. दुमका जिला के शिकारीपाड़ा प्रखंड में मंदिरों का गांव मलूटी है. जहां टेराकोटा पद्धति से मंदिरों का निर्माण हुआ है. यहां के मंदिर लगभग पांच सौ वर्ष पुराने हैं. वर्तमान समय में देखरेख के अभाव में बदहाल स्थिति में पहुंच गए हैं. मंदिरों के संरक्षण के लिए उसका जीर्णोद्धार कराया जाए. हालांकि कुछ मंदिरों का भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण ( ASI ) के देखरेख में जीर्णोद्धार हुआ. लेकिन अभी वह काम बंद है. जल्द से जल्द सभी मंदिरों को दुरुस्त कराया जाए.
  3. दुमका शहर से सटे कुरुवा पहाड़ को टूरिस्ट स्पॉट के रूप में विकसित किया जाए
  4. दुमका लोकसभा क्षेत्र में स्थित मसानजोर डैम में पर्यटकों के आवागमन को बढ़ावा देने के लिए आवश्यक इंफ्रास्ट्रक्चर विकसित किया जाए.
  5. काठीकुंड में बाबा दानीनाथ, दुमका शहर में शिव पहाड़, जामा में सिरसानाथ और देवद्वारनाथ, सरैयाहाट में सुमेश्वर नाथ जैसे शिवालयों को विकसित किया जाए ताकि श्रद्धालुओं के साथ पर्यटक भी आए. इन सभी क्षेत्र की प्राकृतिक छंटा काफी रमणीक है.
  6. जामताड़ा जिले के सदर प्रखंड में स्थित लाधना डैम को विकसित किया जाए.
  7. जामताड़ा जिले के करमदाहा दुखिया बाबा मंदिर को विकसित किया जाए.
  8. पंडित ईश्वर चंद्र विद्यासागर की कर्मभूमि करमाटांड़ (विद्यासागर) के नंदनकानन को विकसित किया जाए.
  9. जामताड़ा जिले के कुलडंगाल पंचायत के अंतर्गत देवलेश्वर धाम मंदिर का विकास किया जाए.
  10. जामताड़ा जिले के नाला प्रखंड के मोरवासा पंचायत के अंतर्गत मलन्चा पहाड़ को टूरिस्ट स्पॉट के तौर पर विकसित किया जाए.
  11. देवघर जिला के सारठ प्रखंड के सिकटिया बराज को पर्यटक स्थान के रूप में विकसित किया जाए, साथ ही मधुपुर के पथरोल में पर्यटन के विकास के लिए प्रसिद्ध काली मंदिर का विकास किया जाए.

मंत्री से मिला आश्वासन
सांसद में पर्यटन मंत्री (Tourism Minister) से आग्रह किया है कि इन पर्यटक स्थलों को विकसित करने संबंधित आवश्यक दिशा निर्देश दिया जाए ताकि इस क्षेत्र का सर्वांगीण विकास हो. लोगों का आवागमन बढ़े और क्षेत्र में रोजगार के नये साधनों का सृजन हो. केंद्रीय मंत्री से मुलाकात के बाद सांसद सुनील सोरेन में काफी खुशी जताई है. उन्होंने कहा कि जी किशन रेड्डी ने सारी बातों को ध्यान से सुना और उनके मांग पत्र पर शीघ्रतापूर्ण आवश्यक पहल करने की बात कही.

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