दुमकाः सरकारी विद्यालयों के वैसे शिक्षक जो छात्र-छात्राओं के साथ सही तरीके से पेश नहीं आते और ना ही समय पर स्कूल आते हैं. उन शिक्षकों के लिए चेतावनी है. अब बच्चे जागरूक हो गए हैं. इसका उदाहरण है गोपीकांदर प्रखंड स्थित अनुसूचित जनजाति आवासीय विद्यालय के छात्र. यहां के छात्रों ने सामूहिक रूप से थाना में विद्यालय के हेडमास्टर कुमार सुमन के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है.
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गोपीकांदर प्रखंड के अनुसूचित जनजाति आवासीय उच्च विद्यालय में पढ़ाई कर रहे पहाड़िया समुदाय के एक दर्जन से अधिक छात्रों ने अपने विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक कुमार सुमन के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है. छात्रों ने अपने आवेदन में लिखा है कि हमारे विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक कुमार सुमन कभी विद्यालय में प्रवास नहीं करते हैं. इसके साथ ही तय मेनू के अनुरूप भोजन भी उपलब्ध नहीं करवाते हैं. अंडा नहीं देते हैं और मांगने पर डराते धमकाते हैं. इसके साथ ही जातिसूचक गाली भी देते हैं. छात्रों ने अपनी लिखित शिकायत में यह भी कहा है कि लाइब्रेरी कभी नहीं खुलवाते हैं. हम लोग पढ़ाई से वंचित हो रहे हैं. कंप्यूटर कक्ष भी संचालित नहीं किया जाता है.
एसडीपीओ ने कहा कि मामले की गंभीरता को देखते हुए गोपीकंदर थाना में केस दर्ज कर लिया गया है. ये सभी बच्चे आदिम जनजाति पहाड़िया समुदाय के हैं. इसलिए अनुसूचित जाति- जनजाति अत्याचार अधिनियम के तहत केस दर्ज किया गया है. बता दें कि दो दिन पहले उपायुक्त रविशंकर शुक्ला पहुंचे थे और उन्होंने यहां काफी समय गुजारा था और छात्रों से बातचीत कर समस्याओं की जानकारी ली थी.