दुमका: जिले के शिकारीपाड़ा थाना क्षेत्र में पुलिस कस्टडी से 42 ओवरलोड ट्रकों के भगा ले जाने के मामले में दुमका की उपायुक्त राजेश्वरी बी ने सख्त कार्रवाई की बात कही है. उपायुक्त ने कहा कि इस मामले की जांच सदर एसडीओ महेश्वर महतो करेंगे.
क्या है पूरा मामला
2 दो दिन पहले दुमका डीटीओ विनय मनीष लकड़ा शिकारीपाड़ा सीओ के साथ मिलकर शिकारीपाड़ा थाना क्षेत्र के मोहलपहाड़ी गांव के पास दो लाइन होटल में खड़े स्टोन चिप्स लदे 56 ओवरलोड ट्रकों को जब्त किया था. उस वक्त ट्रक के ड्राइवर वहां नहीं पहुंचे तो डीटीओ ने वहां पुलिस का पहरा लगा दिया. दूसरे दिन जब डीटीओ ट्रकों पर जुर्माना और अन्य कार्रवाई करने पहुंची तो पाया कि लगभग 42 ट्रक मौके से फरार हैं. इस मामले में पुलिस की लापरवाही सामने आता देख एसपी ने शिकारीपाड़ा थाना प्रभारी वकार हसन को तत्काल लाइन हाजिर कर दिया.
कुछ ट्रकों में लगे थे नकली नंबर प्लेट
पुलिस ने जो ट्रक जब्त किए थे उसका नंबर नोट किया था और जब वे भाग निकले तो उस नंबर के आधार पर एफआईआर दर्ज हुआ. लेकिन कई ट्रकों के नंबर नकली थे. मतलब नकली नंबर प्लेट लगा दिया गया था. यह नंबर किसी भी दूसरे वाहन के हो सकते हैं.
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क्या कहती हैं उपायुक्त
दुमका उपायुक्त राजेश्वरी बी कहती है कि यह ट्रकों का इस तरह पुलिस कस्टडी में भाग जाना आपराधिक मामला है और इस पर सख्त कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि एसडीओ महेश्वर महतो को इसकी जांच का जिम्मा दिया है गया है. डीसी ने बताया कि भागने वाले कुछ ट्रकों के नंबर नकली होने के मामले सामने आ रहे हैं, नंबरों की जांच की जाएगी.