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श्रावणी मेला होना मुश्किल, अंतिम निर्णय सीएम हेमंत सोरेन लेंगे: मंत्री बादल पत्रलेख

कृषि मंत्री बादल पत्रलेख अपने विधानसभा क्षेत्र भ्रमण के दौरान बासुकीनाथ धाम पहुंचे और कार्यकर्ताओं से मुलाकात की. इस दौरान श्रावणी मेले के आयोजन को लेकर उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के कारण श्रावणी मेला का आयोजन संभवत नहीं होगा. हालांकि उन्होंने कहा कि इसका अंतिम निर्णय बोर्ड के अध्यक्ष झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को लेना है.

Minister Badal Patralekh statement on Shravani Mela,  Minister Badal Patralekh reached in Dumka, News of deoghar shravani mela, कृषि मंत्री बादल पत्रलेख ने श्रावणी मेले पर दिया बयान, कृषि मंत्री बादल पत्रलेख पहुंचे दुमका, देवघर श्रावणी मेले की खबर
कृषि मंत्री बादल पत्रलेख
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Published : Jun 24, 2020, 10:42 PM IST

Updated : Jun 24, 2020, 10:50 PM IST

दुमका: झारखंड के कृषि मंत्री बादल पत्रलेख अपने विधानसभा क्षेत्र भ्रमण के दौरान बासुकीनाथ धाम पहुंचे और कार्यकर्ताओं से मुलाकात की. इस दौरान श्रावणी मेले के आयोजन को लेकर उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के कारण श्रावणी मेला का आयोजन संभवत नहीं होगा. प्राथमिकताओं में जनता की सुरक्षा है, मंदिर खुलने से दूर-दूर से श्रद्धालु आएंगे और कोरोना का फैलाव होगा. इसलिए इस बार श्रावणी मेला का आयोजन हो पाना मुश्किल है.

देखें पूरी खबर
'अंतिम निर्णय मुख्यमंत्री को ही लेना है'
कृषि मंत्री बादल पत्रलेख ने कहा कि मेले के आयोजन को लेकर अंतिम निर्णय मुख्यमंत्री के साथ बैठक के दौरान लिया जाएगा. उन्होंने कहा कि स्थानीय दुकानदार और पंडा की समस्या का निदान किया जाएगा. प्रशासन के साथ बैठक करेंगे और इस महामारी में मंदिर बंद हो जाने से उत्पन्न समस्या को कैसे निपटाया जाए और कैसे इसका निदान किया जाए इस पर साइन बोर्ड की बैठक में चर्चा करेंगे. उसके बाद ही कोई निर्णय हो पाएगा. लेकिन अंतिम निर्णाय श्राइन बोर्ड के अध्यक्ष मुख्यमंत्री को ही लेना है.

ये भी पढ़ें- ईटीवी भारत की खबर का असर: जल्द हटाया जाएगा जर्जर विद्यालय भवन



'जनता ही सर्वोपरि है'
बता दें कि जिले के प्रसिद्ध फौजदारी बाबा बासुकीनाथ मंदिर मैं इस बार श्रावणी मेला आयोजन को लेकर अभी भी संशय बरकरार है. स्थानीय लोगों ने कहा कि मेला नहीं लगने से उनके बीच भुखमरी की समस्या उत्पन्न हो जाएगी. वहीं, झारखंड सरकार के कृषि मंत्री बादल पत्रलेख ने कहा कि श्रावणी मेला आयोजन को लेकर अभी भी संशय है इसका अंतिम निर्णय बोर्ड के अध्यक्ष झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को लेना है. संभवत मेला का आयोजन नहीं होगा, क्योंकि हमारे लिए जनता ही सर्वोपरि है. जनता को संक्रमित नहीं कर सकते, भीड़ लगने से संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है.

ये भी पढ़ें- कोल ब्लॉक नीलामी पर बोले पूर्व सीएम रघुवर दास, कहा- सच्चाई से मुंह मोड़ रही है हेमंत सरकार

नहीं निकाली गई थी रथ यात्रा

बता दें कि मंगलवार को रथ यात्रा भी झारखंड में नहीं निकाला गया. सीएम हेमंत सोरेन ने भीड़-भाड़ के कारण रांची के जगन्नाथपुर में लगने वाले रथ यात्रा को निकालने से मना कर दिया था. भगवान जगन्नाथ की मंदिर में बस पूजा-अर्चना की गई. झारखंड सरकार कोरोना महामारी के बढ़ते आंकड़ों को देखते हुए ये कदम उठाया था.

दुमका: झारखंड के कृषि मंत्री बादल पत्रलेख अपने विधानसभा क्षेत्र भ्रमण के दौरान बासुकीनाथ धाम पहुंचे और कार्यकर्ताओं से मुलाकात की. इस दौरान श्रावणी मेले के आयोजन को लेकर उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के कारण श्रावणी मेला का आयोजन संभवत नहीं होगा. प्राथमिकताओं में जनता की सुरक्षा है, मंदिर खुलने से दूर-दूर से श्रद्धालु आएंगे और कोरोना का फैलाव होगा. इसलिए इस बार श्रावणी मेला का आयोजन हो पाना मुश्किल है.

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'अंतिम निर्णय मुख्यमंत्री को ही लेना है'कृषि मंत्री बादल पत्रलेख ने कहा कि मेले के आयोजन को लेकर अंतिम निर्णय मुख्यमंत्री के साथ बैठक के दौरान लिया जाएगा. उन्होंने कहा कि स्थानीय दुकानदार और पंडा की समस्या का निदान किया जाएगा. प्रशासन के साथ बैठक करेंगे और इस महामारी में मंदिर बंद हो जाने से उत्पन्न समस्या को कैसे निपटाया जाए और कैसे इसका निदान किया जाए इस पर साइन बोर्ड की बैठक में चर्चा करेंगे. उसके बाद ही कोई निर्णय हो पाएगा. लेकिन अंतिम निर्णाय श्राइन बोर्ड के अध्यक्ष मुख्यमंत्री को ही लेना है.

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'जनता ही सर्वोपरि है'
बता दें कि जिले के प्रसिद्ध फौजदारी बाबा बासुकीनाथ मंदिर मैं इस बार श्रावणी मेला आयोजन को लेकर अभी भी संशय बरकरार है. स्थानीय लोगों ने कहा कि मेला नहीं लगने से उनके बीच भुखमरी की समस्या उत्पन्न हो जाएगी. वहीं, झारखंड सरकार के कृषि मंत्री बादल पत्रलेख ने कहा कि श्रावणी मेला आयोजन को लेकर अभी भी संशय है इसका अंतिम निर्णय बोर्ड के अध्यक्ष झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को लेना है. संभवत मेला का आयोजन नहीं होगा, क्योंकि हमारे लिए जनता ही सर्वोपरि है. जनता को संक्रमित नहीं कर सकते, भीड़ लगने से संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है.

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नहीं निकाली गई थी रथ यात्रा

बता दें कि मंगलवार को रथ यात्रा भी झारखंड में नहीं निकाला गया. सीएम हेमंत सोरेन ने भीड़-भाड़ के कारण रांची के जगन्नाथपुर में लगने वाले रथ यात्रा को निकालने से मना कर दिया था. भगवान जगन्नाथ की मंदिर में बस पूजा-अर्चना की गई. झारखंड सरकार कोरोना महामारी के बढ़ते आंकड़ों को देखते हुए ये कदम उठाया था.

Last Updated : Jun 24, 2020, 10:50 PM IST
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