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लुईस मरांडी ने मांगा जिला प्रशासन से जवाब, कहा- सीएम के भाई बसंत सोरेन पर क्या हुई कार्रवाई

जेएमएम और बीजेपी के बीच एक बार फिर विवाद गहराता नजर आ रहा. दरअसल, पूर्वी मंत्री लुईस मरांडी ने सीएम के छोटे भाई बसंत सोरेन पर लॉकडाउन उल्लंघन का आरोप लगाया है. मामले में बीजेपी ने प्रेस रिलीज जारी कर जिला प्रशासन से मामले में कार्रवाई को लेकर जवाब भी मांगा है.

Louis marandi, लुईस मरांडी
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Published : May 10, 2020, 7:34 PM IST

दुमकाः एक बार फिर झामुमो और भाजपा के बीच विवाद गहराता नजर आ रहा है. दो दिन पहले जेएमएम युवा मोर्चा के केंद्रीय अध्यक्ष और सूबे के सीएम के छोटे भाई बसंत सोरेन ने पत्रकारों से बातचीत में बताया था कि हमने लोगों से फीडबैक लिया कि लॉकडाउन में सरकारी योजना का लाभ जनता तक किस तरह पहुंच रहा है. लोगों को कोई परेशानी तो नहीं, उसी शाम पूर्व मंत्री लुईस मरांडी ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बसंत सोरेन पर लॉकडाउन उल्लंघन का आरोप लगाया था. उन्होंने कहा सीएम के भाई लॉकडाउन में रांची से दुमका आये और शिबू सोरेन के आवास पर कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की.

भाजपा ने जिला प्रशासन से मांगा जवाब
भाजपा के जिलाध्यक्ष निवास मंडल ने एक प्रेस विज्ञप्ति रिलीज जारी कर जिला प्रशासन से पूछा कि लॉकडाउन उल्लंघन कर बसंत सोरेन ने कार्यकर्ताओं के साथ जो बैठक की उसपर क्या कारवाई की गई है. इसके साथ ही भाजपा का कहना है कि वर्तमान सरकार के गठबंधन दल के नेता लॉकडाउन में गांव में भ्रमण कर रहे हैं और हमें मोदी आहार तक बांटने से जिला प्रशासन ने रोक दिया है. जिलाध्यक्ष का कहना है निकट भविष्य में दुमका विधानसभा सीट पर चुनाव होने वाले हैं तो किसी राजनीतिक दल को मनमानी न करने दें.

ये भी पढ़ें- वेल्लोर-काटपाड़ी से पहुंची दूसरी स्पेशल ट्रेन, 1,200 मरीज और मरीज के परिजनों को लेकर पहुंची हटिया

बसंत सोरेन ने दिया जवाब
इधर, लुईस मरांडी और भाजपा के आरोपों को बसंत सोरेन ने निराधार बताया है. उनका कहना है कि 'हम तो पिछले दो तीन महीने से दुमका में ही है तो फिर लॉकडाउन का उल्लंघन कर यात्रा करने का आरोप कैसे.' इसके साथ ही उन्होंने कहा कि 'न मैंने कोई सभा आयोजित की और न ही किसी सभा में शामिल हुआ हूं.' उन्होंने कहा कि 'जो लोग इस कोरोना संकट में अपना दुःख दर्द लेकर हमसे मिलने आते हैं हम उनकी बात सुनते हैं. जनसेवा मेरा कर्तव्य है और इसे मैं करूंगा इसके लिए मुझे जो सजा मिले तो मैं भुगतने के लिए तैयार हूं. जहां तक लुईस मरांडी के आरोपों की बात है तो खिसियानी बिल्ली खंभा नोचे. भाजपा बौखलाहट में यह आरोप लगा रही है. लुईस मरांडी खुद लॉकडाउन में गमछा बांटी, मोदी आहार का कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर पैकेट बनाई है.'


बता दें कि दुमका विधानसभा क्षेत्र के लिए कुछ महीनों में उपचुनाव होंगे. यह सीट हेमंत सोरेन के छोड़ने के बाद खाली हुई है. 2019 के चुनाव में भाजपा को पराजय का मुहं देखना पड़ा था. लुईस मरांडी को हेमंत सोरेन ने 13 हजार से अधिक मतों से हराया था. अब जब चुनाव होने वाली हैं तो बिसात बिछनी शुरू हो गई है. कोई भी दल आरोप प्रत्यारोप का मौका नहीं छोड़ना चाहता. इस पूरे विवाद के पीछे यह मामला साफ परिलक्षित हो रहा है.

दुमकाः एक बार फिर झामुमो और भाजपा के बीच विवाद गहराता नजर आ रहा है. दो दिन पहले जेएमएम युवा मोर्चा के केंद्रीय अध्यक्ष और सूबे के सीएम के छोटे भाई बसंत सोरेन ने पत्रकारों से बातचीत में बताया था कि हमने लोगों से फीडबैक लिया कि लॉकडाउन में सरकारी योजना का लाभ जनता तक किस तरह पहुंच रहा है. लोगों को कोई परेशानी तो नहीं, उसी शाम पूर्व मंत्री लुईस मरांडी ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बसंत सोरेन पर लॉकडाउन उल्लंघन का आरोप लगाया था. उन्होंने कहा सीएम के भाई लॉकडाउन में रांची से दुमका आये और शिबू सोरेन के आवास पर कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की.

भाजपा ने जिला प्रशासन से मांगा जवाब
भाजपा के जिलाध्यक्ष निवास मंडल ने एक प्रेस विज्ञप्ति रिलीज जारी कर जिला प्रशासन से पूछा कि लॉकडाउन उल्लंघन कर बसंत सोरेन ने कार्यकर्ताओं के साथ जो बैठक की उसपर क्या कारवाई की गई है. इसके साथ ही भाजपा का कहना है कि वर्तमान सरकार के गठबंधन दल के नेता लॉकडाउन में गांव में भ्रमण कर रहे हैं और हमें मोदी आहार तक बांटने से जिला प्रशासन ने रोक दिया है. जिलाध्यक्ष का कहना है निकट भविष्य में दुमका विधानसभा सीट पर चुनाव होने वाले हैं तो किसी राजनीतिक दल को मनमानी न करने दें.

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बसंत सोरेन ने दिया जवाब
इधर, लुईस मरांडी और भाजपा के आरोपों को बसंत सोरेन ने निराधार बताया है. उनका कहना है कि 'हम तो पिछले दो तीन महीने से दुमका में ही है तो फिर लॉकडाउन का उल्लंघन कर यात्रा करने का आरोप कैसे.' इसके साथ ही उन्होंने कहा कि 'न मैंने कोई सभा आयोजित की और न ही किसी सभा में शामिल हुआ हूं.' उन्होंने कहा कि 'जो लोग इस कोरोना संकट में अपना दुःख दर्द लेकर हमसे मिलने आते हैं हम उनकी बात सुनते हैं. जनसेवा मेरा कर्तव्य है और इसे मैं करूंगा इसके लिए मुझे जो सजा मिले तो मैं भुगतने के लिए तैयार हूं. जहां तक लुईस मरांडी के आरोपों की बात है तो खिसियानी बिल्ली खंभा नोचे. भाजपा बौखलाहट में यह आरोप लगा रही है. लुईस मरांडी खुद लॉकडाउन में गमछा बांटी, मोदी आहार का कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर पैकेट बनाई है.'


बता दें कि दुमका विधानसभा क्षेत्र के लिए कुछ महीनों में उपचुनाव होंगे. यह सीट हेमंत सोरेन के छोड़ने के बाद खाली हुई है. 2019 के चुनाव में भाजपा को पराजय का मुहं देखना पड़ा था. लुईस मरांडी को हेमंत सोरेन ने 13 हजार से अधिक मतों से हराया था. अब जब चुनाव होने वाली हैं तो बिसात बिछनी शुरू हो गई है. कोई भी दल आरोप प्रत्यारोप का मौका नहीं छोड़ना चाहता. इस पूरे विवाद के पीछे यह मामला साफ परिलक्षित हो रहा है.

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