रांची/हैदराबादः झारखंड में आखिरी चरण में संथाल में संग्राम है. संथाल की सबसे अहम सीट है दुमका. यहां एक बार फिर आमने-सामने हैं गुरू और शिष्य. यह तीसरी बार है, जब दोनों एक-दूसरे के खिलाफ लड़ रहे हैं.
दुमका संसदीय सीट
दुमका झारखंड की उपराजधानी है. बाबा बासुकिनाथ की देव नगरी है. ये संथाल की अहम लोकसभा सीट है. ये सीट एसटी के लिए रिजर्व है. दुमका संसदीय क्षेत्र तीन जिलों जामताड़ा, दुमका और देवघर को मिलाकर बना है. इस संसदीय क्षेत्र में कुल 6 विधानसभा क्षेत्र शिकारीपाड़ा, नाला, जामताड़ा, सारठ, दुमका और जामा शामिल हैं
दुमका से अब तक के सांसद
1952 पॉल जुझर सोरेन कांग्रेस
1957 देबी सोरेन झापा
1962 एस. सी. बेसरा कांग्रेस
1967 एस. सी. बेसरा कांग्रेस
1971 एस. सी. बेसरा कांग्रेस
1977 हेम्ब्रम बटेश्वर जनता पार्टी
1980 शिबू सोरेन जेएमएम
1984 पृथ्वी चंद किस्कू कांग्रेस
1989 शिबू सोरेन जेएमएम
1991 शिबू सोरेन जेएमएम
1996 शिबू सोरेन जेएमएम
1998 बाबूलाल मरांडी बीजेपी
1999 बाबूलाल मरांडी बीजेपी
2002 शिबू सोरेन जेएमएम
2004 शिबू सोरेन जेएमएम
2009 शिबू सोरेन जेएमएम
2014 शिबू सोरेन जेएमएम
सामाजिक तानाबाना
दुमका संसदीय सीट पर आदिवासी, अल्पसंख्यक और पिछड़े वर्ग के वोटर अधिक हैं. यहां आदिवासी वोटरों की संख्या 40 फीसदी, पिछड़ी जातियों के वोटर भी 40 फीसदी हैं और 20 फीसदी मुस्लिम समुदाय के वोटर हैं. यहां मतदाताओं की कुल संख्या 13 लाख 96 हजार 308 है. जिसमें पुरूष मतदाता 7 लाख 18 हजार 46 हैं. जबकि महिला मतदाताओं की संख्या 6 लाख 78 हजार 255 है.
2019 का रण
2019 लोकसभा चुनाव में दुमका सीट पर कुल 15 प्रत्याशी हैं. लेकिन मुख्य मुकाबला जेएमएम और बीजेपी के बीच है. जेएमएम की तरफ से एकबार फिर शिबू सोरेन मैदान में हैं. जो 9वीं बार जीत की उम्मीद में हैं. वहीं बीजेपी ने सुनील सोरेन को अपना उम्मीदवार बनाया है. यह तीसरी बार होगा कि दोनों आमने-सामने होंगे.