दुमका: उपराजधानी में रहने वाले लोगों के लिए एक अच्छी खबर है, महीनों से बंद पड़े हिजला जलापूर्ति संयंत्र को 4 करोड़ से अधिक की राशि खर्च कर पुनर्जीवित किया जा रहा है. इस जलापूर्ति योजना के प्लांट से वर्षों तक दुमकावासियों को पीने का पानी मिलता रहा लेकिन पिछले कुछ महीनों से उचित देखरेख के अभाव में यह वाटर प्लांट बंद है और जर्जर हो चुका है.
दुमका के लोगों का कहना है कि कई दशकों तक पीने का पानी मिला लेकिन काफी समय से यह बंद है. लोगों का कहना है कि अगर यह चालू हो जाता तो उन्हें काफी सहूलियत होती. इस पर पेयजल विभाग के कार्यपालक अभियंता मनोज कुमार चौधरी ने ईटीवी भारत को जानकारी देते हुए कहा कि चार करोड़ का आवंटन हिजला जलापूर्ति प्लांट के रेनोवेशन के लिए हुआ है. उन्होंने बताया कि इससे हिजला गांव और उससे सटे आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों के साथ-साथ दुमका शहरी क्षेत्र को भी पीने का पानी दिया जाएगा.
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हिजला जलापूर्ति प्लांट हजारों लोगों को वर्षों तक पीने का पानी उपलब्ध कराया है. इसे इसके बंद हो जाने से लोगों को समस्या हो रही थी और जब सरकार ने इसे पुनर्जीवित करने का फैसला लिया है तो यह एक अच्छी पहल कही जा सकती है.