दुमका: उपराजधानी को बाबानगरी से जोड़ने वाली सड़क अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है. कहने को तो ये सड़क काफी महत्वपूर्ण है. हजारों वाहनों का आवागमन प्रतिदिन इसी सड़क से होता है. देवघर आने वाले श्रद्धालु इसी मार्ग से बाबा बासुकीनाथ धाम पहुंचते हैं. लेकिन इस सड़क की जो स्थिति है उससे सरकार के विकास के दावों की हकीकत सामने आ रही है.
ये भी पढ़ें- दुमका में शहीद स्थल के रूप में विकसित होगा संथाल काटा तालाब, संथाल के शहीदों की लगेगी प्रतिमा
सड़क पर गड्ढ़े ही गड्ढ़ें: देवघर और दुमका के लिए अतिमहत्वपूर्ण इस सड़क में गड्ढ़े ही गड्ढ़े होने की वजह से पिछले दो तीन सालों में कई हादसे हो चुके हैं. लगातार हो रहे हादसे और लोगों की मौते के बावजूद इस सड़क को लेकर जिला प्रशासन ने गंभीरता नहीं दिखाई है. स्थानीय लोग जल्द से जल्द सड़क मरम्मती की मांग के बावजूद इस सड़क की स्थिति नहीं सुधर रही है.
श्रद्धालुओं को हो रही है परेशानी: बता दें कि देवघर से बासुकीनाथ और तारापीठ जाने का यही रूट है. दूसरे राज्यों से जब श्रद्धालु झारखंड के इस सड़क से होकर गुजरते हैं तो भी काफी नाराजगी प्रकट करते हैं कि आखिरकार सरकार कर क्या रही है. वे कहते हैं जान हथेली पर रखकर आ रहे हैं. पता नहीं कब वाहन पलट जाए. इस सड़क से गुजरने वाले श्रद्धालु भी जल्द से जल्द सड़क मरम्मती की मांग कर रहे हैं.
जमकर हो रही है सियासत: दुमका में जर्जर सड़क को लेकर जहां आम लोग परेशान हैं वहीं इसको लेकर सियासत भी जमकर हो रही है. सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों एक दूसरे को जिम्मेवार ठहरा रहे हैं. भाजपा नेता रघुवर दास और बाबूलाल मरांडी ने सड़क की बदहाली के लिए सरकार को जमकर कोसा है. वहीं झारखंड सरकार के कृषि मंत्री बादल पत्रलेख जिनके विधानसभा का कुछ हिस्सा भी इस क्षेत्र में आता है वे कहते हैं कि हमने इसके लिए समुचित प्रयास किया है. मुख्यमंत्री ने संज्ञान लिया है जल्द ही लोगों को इस समस्या से निजात मिलेगा .