दुमका: झारखंड की उपराजधानी दुमका पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले की सीमा से सटा हुआ है. यही वजह है कि दुर्गापूजा यहां काफी धूमधाम से आयोजित होती है. दुर्गापूजा में नए कपड़े पहनने की परंपरा है. इसलिए कपड़ा व्यवसायियों को पूरे साल दुर्गापूजा का इंतजार करता है. लेकिन इस बार की परिस्थितियां बिल्कुल अलग हैं. बाजार पर कोरोना का असर साफ देखा जा रहा है.
दुमका में कोविड मरीजों की संख्या लगभग एक हज़ार तक पहुंच गई है. यही वजह है कि बाजार में चहल-पहल काफी कम है. ऐसे में कोरोना की स्थिति देखते हुए यहां के कपड़ा व्यवसायियों को आशंका है कि इस बार दुर्गापूजा में हमें बढ़िया बाजार नहीं मिलेगा.
30 से 40 फीसदी कम होगा व्यापार
दुमका के कपड़ा व्यवसायियों ने एक स्वर में कहा बाजार की स्थिति काफी खराब है. दुर्गापूजा शुरू होने में एक महीना भी नहीं है, लेकिन बाजार के जो प्रारंभिक लक्षण दिखाई दे रहे हैं वह चिंताजनक हैं. कपड़ा व्यवसायी जयकुमार मित्तल कहते हैं कि पहले दुर्गापूजा में हमारी जमकर बिक्री होती थी, लेकिन इस बार ऐसा नहीं होने वाला है. उन्हें आशंका है कि कपड़े का व्यवसाय पहले की अपेक्षा 30 % से 40% तक ही रहेगा.
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ग्राहकों में भी उत्साह की कमी
दुर्गापूजा में खरीदारी को लेकर ग्राहकों में भी उत्साह की कमी देखी जा रही है. दुकान और बुटीक में आए ग्राहकों का कहना है कि दुर्गापूजा में कहीं ज्यादा नहीं निकलना है. इसलिए वह सिर्फ छोटे के ही कपड़े लेंगे. वहीं, रिमू कुमारी का कहना है कि कोरोना की वजह से सोशल डिस्टेंसिंग पालन ही करना है तो भीड़ भाड़ नहीं रहेगी. ऐसे में कपड़े को लेकर बहुत ज्यादा उत्साह नहीं है.
कारोबारी निराश
2020 में कोरोना की वजह से कई व्यवसाय को काफी नुकसान पहुंचा है. इसी में एक कपड़ा व्यवसाय है. शुरुआत के दिनों में तो लॉकडाउन लगा रहा जिससे व्यवसायिक प्रतिष्ठान बंद रहे. लोगों को उम्मीद थी कि दुर्गापूजा तक स्थिति सामान्य हो जाएगी और सब ठीक हो जाएगा लोग जमकर खरीदारी करेंगे. लेकिन अब उनकी उम्मीदों पर पानी फिरता दिख रहा है.