दुमका: झारखंड सरकार में विकास कार्यों की मॉनिटरिंग करने वाला कोई नहीं. इसका नमूना दुमका के मसलिया प्रखंड के गोवासोल गांव में देखा जा सकता है. यहां एक उच्च विद्यालय का निर्माण पांच सालों में भी पूरा नहीं हो पाया है. सरकारी देखरेख के अभाव में संवेदक ने जब चाहा काम किया, जब चाहा बंद कर दिया. इससे जाहिर है कि देर होने से निर्माण कार्य की गुणवत्ता भी प्रभावित होती है.
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विद्यालय के छात्र-छात्राओं को हो रही है परेशानी
विद्यालय के निर्माण कार्य में हो रही देरी से गोवासोल स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों को परेशानी हो रही है. बच्चे मध्य विद्यालय के भवन में पढ़ने को मजबूर हैं. विद्यालय के प्रधानाध्यापक का कहना है कि पांच सालों से भवन बन रहा है. उन्होंने बताया कि जब वह विभाग को इसे लेकर शिकायत पत्र लिखते हैं तो निर्माण कार्य चालू हो जाता है और फिर थोड़े दिन में बंद हो जाता है. उनका कहना है कि बच्चों को इससे काफी परेशानी होती है. इधर बच्चों के अभिभावक भी इस लापरवाही से नाराज हैं.
क्या कहना है जिला शिक्षा अधिकारी का
इस संबंध में दुमका की जिला शिक्षा अधिकारी पूनम कुमारी से बात की गई तो उन्होंने भी माना कि यह बड़ी लापरवाही है. हालांकि उन्होंने आश्वासन दिया है कि इसके निर्माण कार्य को जल्द पूरा कराने की वह पहल करेंगी.