ETV Bharat / city

मिलिए दुमका के ब्लड मैन सौरभ से, सालों से बचा रहे लोगों की जान

रक्तदान महादान होता है. अक्सर लोग खून नहीं मिलने की वजह से अपनों को खो देते हैं. लेकिन दुमका में एक ऐसा शख्स है जिसकी कोशिश रहती है कि हर जरूरतमंद को समय पर खून मिले. लोग भी बड़ी आस से उसकी तरफ देखते हैं. अब तक सैकड़ों लोगों की इस ब्लड मैन ने मदद की है.

blood-man-saurabh-arrange-blood-for-needy-people-in-dumka
ब्लड मैन सौरभ
author img

By

Published : Sep 22, 2021, 10:11 AM IST

Updated : Sep 22, 2021, 1:36 PM IST

दुमकाः कहते हैं रक्तदान महादान. लोगों को रक्त देकर उसकी जान बचाना बड़ी बात है. स्वास्थ्य विभाग ब्लड बैंक खोलकर ब्लड की व्यवस्था करता है, लेकिन आज आपको दुमका के एक ऐसे शख्स मुलाकात कराते हैं जो जरूरतमंद, बीमार, लाचार, बेबस लोगों को आसानी से रक्त उपलब्ध कराता है. इस शख्स का नाम है सौरभ संथालिया.

ये भी पढ़ेंः छोरियां छोरों से कम हैं के: लड़कों के साथ कोडरमा की लड़कियां कुश्ती की ले रहीं ट्रेनिंग, ओलंपिक मेडल है लक्ष्य

कौन है सौरभ

दुमका के मेन रोड में प्लास्टिक सामानों का दुकान चलाने वाले सौरभ पिछले कई वर्षों से बीमार, जरूरतमंद, गरीबों, बेबस लोगों के लिए आसानी से रक्त की व्यवस्था कर रहे हैं. दुमका के ब्लड बैंक में किसी भी ग्रुप का ब्लड अगर अनुपलब्ध है तो लोग सौरभ के पास पहुंच आते हैं. इधर सौरभ ने अपने मित्रों, परिचितों, सगे-संबंधियों, सामाजिक कार्य से जुड़े लोगों के ब्लड ग्रुप को डायरी में अंकित कर रखा है. जो भी जरूरतमंद उन तक पहुंचते हैं तो सीधे वे संबंधित लोगों को फोन करते है और ब्लड बैंक ले जाकर उसे ब्लड उपलब्ध करा देते हैं.

देखिए स्पेशल रिपोर्ट

केस स्टडी

दुमका के जामा प्रखंड के भैरवपुर गांव के रामनाथ मांझी जो एक मजदूर हैं. उनके छह साल के पुत्र बादल को थैलेसीमिया बीमारी है. प्रत्येक माह उसे बी पॉजिटिव ब्लड की आवश्यकता होती है. ब्लड बैंक में इस ग्रुप का रक्त नहीं मिला तो वह सीधे सौरभ के दुकान पर पहुंचे. सौरभ अपने एक परिचित शिवम को ब्लड बैंक ले जाकर उसका ब्लड लेकर बादल को उपलब्ध करा देते हैं. पूछे जाने पर ब्लड डोनर शिवम बताते हैं कि हमलोगों का एक बहुत बड़ा ग्रुप है. सौरभ संथालिया हमेशा हमलोगों को फोन कर ब्लड डोनेट करने के लिए कहते हैं तो हम सभी खुशी-खुशी रक्तदान करते हैं. जब वे लोगों के लिए पूरी तन्मयता से लगे हुए हैं तो हम लोगों का भी दायित्व है कि हम उनका सहयोग करें.

क्या कहते हैं सौरभ
लगातार कई वर्षों से लोगों को रक्त उपलब्ध करा रहे सौरभ से हमने बात की. उन्होंने बताया कि अभी तक एक हजार से ज्यादा लोगों के लिए हमने ब्लड की व्यवस्था की है. उनका कहना है कि जब कोई जरूरतमंद आता है और कहता है रक्त के लिए काफी परेशान हैं और मैं जब उन्हें ब्लड उपलब्ध करा देता हूं तो उनके चेहरे पर जो खुशी नजर आती है वह मुझे काफी सुकून देता है. सौरभ कहते हैं कि यहां बड़ा काम तो ब्लड डोनर करता है, मैं तो एक माध्यम मात्र हूं.

क्या कहते हैं दुमका सांसद

जाहिर है अगर किसी के द्वारा लगातार लोगों को इस तरह से सहायता पहुंचायी जाएगी तो उसकी चर्चा होगी और सभी उनके इस नेक कार्य से वाकिफ होंगे. दुमका सांसद सुनील सोरेन सौरभ के कामों की तारीफ करते हैं और कहते हैं कि सौरभ के द्वारा काफी लोगों को ब्लड उपलब्ध कराया जाता है. इसके लिए मैं उन्हें धन्यवाद देता हूं.


दूसरों को भी प्रेरणा लेने की आवश्यकता

जिस तरह दुमका के सौरभ इस नेक कार्य में लगे हैं, उनका काम प्रशंसनीय है और अन्य लोगों को भी इससे प्रेरणा लेनी चाहिए. दूसरे के चेहरे पर खुशी नजर आए यह हर किसी का दायित्व है.

दुमकाः कहते हैं रक्तदान महादान. लोगों को रक्त देकर उसकी जान बचाना बड़ी बात है. स्वास्थ्य विभाग ब्लड बैंक खोलकर ब्लड की व्यवस्था करता है, लेकिन आज आपको दुमका के एक ऐसे शख्स मुलाकात कराते हैं जो जरूरतमंद, बीमार, लाचार, बेबस लोगों को आसानी से रक्त उपलब्ध कराता है. इस शख्स का नाम है सौरभ संथालिया.

ये भी पढ़ेंः छोरियां छोरों से कम हैं के: लड़कों के साथ कोडरमा की लड़कियां कुश्ती की ले रहीं ट्रेनिंग, ओलंपिक मेडल है लक्ष्य

कौन है सौरभ

दुमका के मेन रोड में प्लास्टिक सामानों का दुकान चलाने वाले सौरभ पिछले कई वर्षों से बीमार, जरूरतमंद, गरीबों, बेबस लोगों के लिए आसानी से रक्त की व्यवस्था कर रहे हैं. दुमका के ब्लड बैंक में किसी भी ग्रुप का ब्लड अगर अनुपलब्ध है तो लोग सौरभ के पास पहुंच आते हैं. इधर सौरभ ने अपने मित्रों, परिचितों, सगे-संबंधियों, सामाजिक कार्य से जुड़े लोगों के ब्लड ग्रुप को डायरी में अंकित कर रखा है. जो भी जरूरतमंद उन तक पहुंचते हैं तो सीधे वे संबंधित लोगों को फोन करते है और ब्लड बैंक ले जाकर उसे ब्लड उपलब्ध करा देते हैं.

देखिए स्पेशल रिपोर्ट

केस स्टडी

दुमका के जामा प्रखंड के भैरवपुर गांव के रामनाथ मांझी जो एक मजदूर हैं. उनके छह साल के पुत्र बादल को थैलेसीमिया बीमारी है. प्रत्येक माह उसे बी पॉजिटिव ब्लड की आवश्यकता होती है. ब्लड बैंक में इस ग्रुप का रक्त नहीं मिला तो वह सीधे सौरभ के दुकान पर पहुंचे. सौरभ अपने एक परिचित शिवम को ब्लड बैंक ले जाकर उसका ब्लड लेकर बादल को उपलब्ध करा देते हैं. पूछे जाने पर ब्लड डोनर शिवम बताते हैं कि हमलोगों का एक बहुत बड़ा ग्रुप है. सौरभ संथालिया हमेशा हमलोगों को फोन कर ब्लड डोनेट करने के लिए कहते हैं तो हम सभी खुशी-खुशी रक्तदान करते हैं. जब वे लोगों के लिए पूरी तन्मयता से लगे हुए हैं तो हम लोगों का भी दायित्व है कि हम उनका सहयोग करें.

क्या कहते हैं सौरभ
लगातार कई वर्षों से लोगों को रक्त उपलब्ध करा रहे सौरभ से हमने बात की. उन्होंने बताया कि अभी तक एक हजार से ज्यादा लोगों के लिए हमने ब्लड की व्यवस्था की है. उनका कहना है कि जब कोई जरूरतमंद आता है और कहता है रक्त के लिए काफी परेशान हैं और मैं जब उन्हें ब्लड उपलब्ध करा देता हूं तो उनके चेहरे पर जो खुशी नजर आती है वह मुझे काफी सुकून देता है. सौरभ कहते हैं कि यहां बड़ा काम तो ब्लड डोनर करता है, मैं तो एक माध्यम मात्र हूं.

क्या कहते हैं दुमका सांसद

जाहिर है अगर किसी के द्वारा लगातार लोगों को इस तरह से सहायता पहुंचायी जाएगी तो उसकी चर्चा होगी और सभी उनके इस नेक कार्य से वाकिफ होंगे. दुमका सांसद सुनील सोरेन सौरभ के कामों की तारीफ करते हैं और कहते हैं कि सौरभ के द्वारा काफी लोगों को ब्लड उपलब्ध कराया जाता है. इसके लिए मैं उन्हें धन्यवाद देता हूं.


दूसरों को भी प्रेरणा लेने की आवश्यकता

जिस तरह दुमका के सौरभ इस नेक कार्य में लगे हैं, उनका काम प्रशंसनीय है और अन्य लोगों को भी इससे प्रेरणा लेनी चाहिए. दूसरे के चेहरे पर खुशी नजर आए यह हर किसी का दायित्व है.

Last Updated : Sep 22, 2021, 1:36 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.