दुमकाः सरकार लोगों की सुविधा के लिए तरह-तरह की योजनाएं लाती हैं. कई योजनाएं साकार तो होती ही नहीं. कुछ उतरती भी हैं, तो विभागीय अधिकारियों की लापरवाही या फिर उदासीनता की वजह से दम तोड़ देती हैं. नुकसान आम लोगों का ही होता है.
राज्य की उपराजधानी दुमका में लोगों के मनोरंजन और आराम के लिए कई पार्क सरकार ने बनवाए. लेकिन आज इन पार्कों की हालत देखकर लोग निराश हैं. सभी सरकारी पार्कों की स्थिति काफी बदहाल है.
शहर से पांच किलोमीटर दूर करुआ पहाड़ के ऊपर 1994 में तत्कालीन ग्रामीण विकास विभाग के केंद्रीय राज्य मंत्री रामेश्वर ठाकुर ने सृष्टि पार्क का उद्घाटन किया था. इस पार्क के सौंदर्यीकरण कार्य का उद्घाटन 2006 में सीएम अर्जुन मुंडा के द्वारा किया गया. बावजूद इसके आज यह पार्क बदहाल नजर आता है.
इसमें नौकायन के लिए तालाब बना, बोट खरीदे गए. लेकिन तालाब में पानी नहीं के बराबर है. बोट भी जर्जर होकर दलदल के फेंके नजर आते हैं. बच्चों की मिनी रेल भी फेल हो चुकी है. ऐसे में जो पर्यटक यहां आते हैं वे काफी निराश होते हैं. जबकि करुआ गांव के ग्रामीण कहते हैं कि लोगों ने तो यहां आना छोड़ दिया है. पार्क के कर्मी भी कहते हैं प्रशासन को यहां ध्यान देना चाहिए.
सीएम रघुवर दास द्वारा उद्घाटन किये पार्क भी संसाधनविहीन
झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने तीन साल पहले सिदो कान्हू शौर्य स्मारक पार्क का उद्घाटन किया था. 5 एकड़ जमीन पर इस पार्क को बनाने में करीब पांच करोड़ रुपये खर्च हुए थे. लेकिन यहां भी पार्क के लिए जो संसाधन होना चाहिए वे काफी कम हैं. पार्क के केयरटेकर बताते हैं कि इसका विकास होगा तब लोग आकर्षित होंगे. वैसे अभी कई काम पाइपलाइन में है.