दुमका: आज देश भर में जल संरक्षण को लेकर तरह-तरह के जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं. लोगों को इस बात को लेकर जागरूक किया जा रहा है कि कैसे वह पानी की बचत करें, जल स्रोत को बचाएं. नारा भी दिया गया है- सेव वाटर-सेव लाइफ. लेकिन दुमका में सरकारी अनदेखी की वजह से कोसियारी नदी का अस्तित्व समाप्त होने को है. नदी में कचरा डालकर उसकी धारा रोक दी गई है.
नदी ने नाले का लिया रूप
दरअसल, दुमका जिला के जामा प्रखंड में कोसियारी नदी जो कुछ वर्ष पहले तक कल-कल बहा करती थी. यहां धीरे-धीरे लोगों ने नदी में कचरा डालना शुरू कर दिया. साथ ही साथ आस-पास के इंडस्ट्रियल एरिया का डस्ट भी नदी के इर्द-गिर्द डालने से कोसियारी नदी विलुप्त के कगार पर पहुंच चुकी है.
क्या कहते हैं स्थानीय
इस संबंध में स्थानीय लोगों ने बताया कि कुछ वर्ष पहले तक यह नदी काफी उपयोगी था. खेती होता और कई कार्य होते, अब तो बर्बाद हो चुका है. वे सरकार से इस दिशा में आवश्यक पहल की मांग कर रहे हैं.
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प्रशासनिक अनदेखी
बता दें कि इस नदी पर बना एक पुल दुमका-देवघर मुख्य मार्ग पर स्थित है. जिससे हर दिन अधिकारी से लेकर जनप्रतिनिधि तक आवागमन करते हैं. पर किसी ने इसकी सुध नहीं ली. अब नदी की इस दयनीय स्थिति पर भी पदाधिकारी कुछ बोलना भी नहीं चाहते.