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विधानसभा चुनाव 2019: शिकारीपाड़ा विधानसभा क्षेत्र से नलिन सोरेन का रिपोर्ट कार्ड - Shikaripara assembly constituency

झारखंड मुक्ति मोर्चा के नलिन सोरेन शिकारीपाड़ा विधानसभा क्षेत्र से लगातार 6 बार से जीत दर्ज कर रहे हैं. लगभग 3 दशक से वो विधायक हैं. नलिन सोरेन ने ईटीवी भारत से खास बातचीत में बताया कि उन्होंने कभी भी अपने आप को विधायक नहीं माना. वह जनता के साथ आम आदमी की तरह मिलते जुलते हैं और उनका हर सुख दुख में साथ निभाते हैं. उनका कहना है कि विकास के हर क्षेत्र में उन्होंने काम किया है.

शिकारीपाड़ा विधानसभा क्षेत्र से नलिन सोरेन का रिपोर्ट कार्ड
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Published : Sep 28, 2019, 4:15 PM IST

दुमका: शिकारीपाड़ा विधानसभा क्षेत्र में मंदिरों का गांव मलूटी है, जहां लगभग 500 साल पुराने 72 मंदिर हैं. यह मंदिर टेराकोटा पद्धति से बने हैं और सरकार की ओर से इन मंदिरों के संरक्षण का काम चल रहा है. इस क्षेत्र का मुख्य व्यवसाय स्टोन चिप्स है. यहां सैकड़ों की संख्या में स्टोन माइंस हैं, जहां से रोजाना सैकड़ों ट्रक स्टोन चिप्स झारखंड और बिहार के कई जिलों में जाते हैं. शिकारीपाड़ा विधानसभा क्षेत्र झारखंड मुक्ति मोर्चा का गढ़ माना जाता है. इस विधानसभा क्षेत्र से झामुमो के नलिन सोरेन लगातार 6 बार से विधायक चुने जा रहे हैं.

वीडियो में देखें ये स्पेशल स्टोरी

इस बार 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने भले ही दुमका सीट जीती पर शिकारीपाड़ा विधानसभा से झामुमो 9 हजार मतों से आगे था. इस इलाके में झामुमो ने मजबूत किलाबंदी कर रखी है. इसकी मुख्य वजह यहां की जनसंख्या का जातिगत समीकरण है. यहां आदिवासी समाज की संख्या लगभग 50 फीसदी है, जो झामुमो का वोट बैंक मानी जाती है. इसके साथ ही मुस्लिम आबादी 16 फीसदी है. इन दोनों के मिलने से झामुमो की राह आसान हो जाती है.

ये भी पढ़ें- विधानसभा चुनाव 2019: बहरागोड़ा विधानसभा क्षेत्र से कुणाल षाड़ंगी का रिपोर्ट कार्ड

झारखंड मुक्ति मोर्चा के नलिन सोरेन शिकारीपाड़ा विधानसभा क्षेत्र से लगातार 6 बार से जीत दर्ज कर रहे हैं. लगभग 3 दशक से वो विधायक हैं. नलिन सोरेन ने ईटीवी भारत से खास बातचीत में बताया कि उन्होंने कभी भी अपने आप को विधायक नहीं माना. वह जनता के साथ आम आदमी की तरह मिलते जुलते हैं और उनका हर सुख दुख में साथ निभाते हैं. उनका कहना है कि विकास के हर क्षेत्र में उन्होंने काम किया है. इसी वजह से जनता का आशीर्वाद उन्हें मिलता रहा है. नलिन सोरेन लगातार सातवीं बार जीत का दावा कर रहे हैं.

नलिन सोरेन का दावा है कि आगामी विधानसभा चुनाव 2019 में जनता उन्हें जीत दिलाएगी और वो सातवीं बार शिकारीपाड़ा से विधायक बनेंगे. ईटीवी भारत ने शिकारीपाड़ा के लोगों से बातचीत कर जाना कि नलिन सोरेन की क्या खासियत है कि वो लगातार उन्हें विजयी बना रहे हैं. इस संबंध में लोगों ने मिली जुली प्रतिक्रिया दी. कुछ लोगों ने माना नलिन सोरेन अच्छा काम कर रहे हैं. इस बात को सभी जोर देकर कहते हैं कि नलिन सोरेन मृदुभाषी हैं और उनसे मिलना आसान है.

ये भी पढ़ें- विधानसभा चुनाव 2019: लोहरदगा विधानसभा क्षेत्र से सुखदेव भगत का रिपोर्ट कार्ड

वहीं, कुछ लोगों ने कहा कि विधायक कोई काम नहीं करते. उन्हें पसंद करने वाले अच्छी सड़क होने की बात कहते हैं तो दूसरी ओर नापसंद करने वाले लोग कहते हैं कि ग्रामीण सड़कों की स्थिति आज भी बदहाल है. शिकारीपाड़ा भाजपा के परितोष सोरेन का कहना है कि विधायक नलिन सोरेन लगातार जीत दर्ज करने में सफल जरूर रहे हैं, लेकिन उन्होंने कोई भी उल्लेखनीय कार्य नहीं किया. उनका दावा है कि इस बार शिकारीपाड़ा में कमल खिलेगा.

दुमका: शिकारीपाड़ा विधानसभा क्षेत्र में मंदिरों का गांव मलूटी है, जहां लगभग 500 साल पुराने 72 मंदिर हैं. यह मंदिर टेराकोटा पद्धति से बने हैं और सरकार की ओर से इन मंदिरों के संरक्षण का काम चल रहा है. इस क्षेत्र का मुख्य व्यवसाय स्टोन चिप्स है. यहां सैकड़ों की संख्या में स्टोन माइंस हैं, जहां से रोजाना सैकड़ों ट्रक स्टोन चिप्स झारखंड और बिहार के कई जिलों में जाते हैं. शिकारीपाड़ा विधानसभा क्षेत्र झारखंड मुक्ति मोर्चा का गढ़ माना जाता है. इस विधानसभा क्षेत्र से झामुमो के नलिन सोरेन लगातार 6 बार से विधायक चुने जा रहे हैं.

वीडियो में देखें ये स्पेशल स्टोरी

इस बार 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने भले ही दुमका सीट जीती पर शिकारीपाड़ा विधानसभा से झामुमो 9 हजार मतों से आगे था. इस इलाके में झामुमो ने मजबूत किलाबंदी कर रखी है. इसकी मुख्य वजह यहां की जनसंख्या का जातिगत समीकरण है. यहां आदिवासी समाज की संख्या लगभग 50 फीसदी है, जो झामुमो का वोट बैंक मानी जाती है. इसके साथ ही मुस्लिम आबादी 16 फीसदी है. इन दोनों के मिलने से झामुमो की राह आसान हो जाती है.

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झारखंड मुक्ति मोर्चा के नलिन सोरेन शिकारीपाड़ा विधानसभा क्षेत्र से लगातार 6 बार से जीत दर्ज कर रहे हैं. लगभग 3 दशक से वो विधायक हैं. नलिन सोरेन ने ईटीवी भारत से खास बातचीत में बताया कि उन्होंने कभी भी अपने आप को विधायक नहीं माना. वह जनता के साथ आम आदमी की तरह मिलते जुलते हैं और उनका हर सुख दुख में साथ निभाते हैं. उनका कहना है कि विकास के हर क्षेत्र में उन्होंने काम किया है. इसी वजह से जनता का आशीर्वाद उन्हें मिलता रहा है. नलिन सोरेन लगातार सातवीं बार जीत का दावा कर रहे हैं.

नलिन सोरेन का दावा है कि आगामी विधानसभा चुनाव 2019 में जनता उन्हें जीत दिलाएगी और वो सातवीं बार शिकारीपाड़ा से विधायक बनेंगे. ईटीवी भारत ने शिकारीपाड़ा के लोगों से बातचीत कर जाना कि नलिन सोरेन की क्या खासियत है कि वो लगातार उन्हें विजयी बना रहे हैं. इस संबंध में लोगों ने मिली जुली प्रतिक्रिया दी. कुछ लोगों ने माना नलिन सोरेन अच्छा काम कर रहे हैं. इस बात को सभी जोर देकर कहते हैं कि नलिन सोरेन मृदुभाषी हैं और उनसे मिलना आसान है.

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वहीं, कुछ लोगों ने कहा कि विधायक कोई काम नहीं करते. उन्हें पसंद करने वाले अच्छी सड़क होने की बात कहते हैं तो दूसरी ओर नापसंद करने वाले लोग कहते हैं कि ग्रामीण सड़कों की स्थिति आज भी बदहाल है. शिकारीपाड़ा भाजपा के परितोष सोरेन का कहना है कि विधायक नलिन सोरेन लगातार जीत दर्ज करने में सफल जरूर रहे हैं, लेकिन उन्होंने कोई भी उल्लेखनीय कार्य नहीं किया. उनका दावा है कि इस बार शिकारीपाड़ा में कमल खिलेगा.

Intro:दुमका - दुमका जिला का शिकारीपाड़ा विधानसभा क्षेत्र अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित सीट है इस विधानसभा क्षेत्र में तीन प्रखंड शिकारीपाड़ा , रानीश्वर और काठीकुंड है । अगर हम वोटरों की बात करें तो यहां कुल वोटर की संख्या 1 लाख 98 हज़ार 938 है । बहुत ही अच्छी बात यह है कि कुल वोटरों में महिला वोटर की संख्या अधिक है । महिला वोटर 99 हजार 991 और पुरुष वोटर 98 हज़ार 945 हैं ।


Body:शिकारीपाड़ा विधानसभा क्षेत्र की कुछ खास बातें । --------------------------------------------------------------- शिकारीपाड़ा विधानसभा क्षेत्र में मंदिरों का गांव मलूटी है । जहां लगभग 500 वर्ष पुराने 72 मंदिर हैं । यह मंदिर टेराकोटा पद्धति से बने हैं और सरकार द्वारा इन मंदिरों के संरक्षण का काम चल रहा है । इस क्षेत्र का मुख्य व्यवसाय स्टोन चिप्स उद्योग है । यहां सैकड़ों की संख्या में स्टोन माइन्स है जहां से प्रतिदिन सैकड़ों ट्रक स्टोन चिप्स झारखंड और बिहार राज्य के कई जिलों में जाते हैं । नक्सलवाद ने फैला रखा है अपना पांव । --------------------------------------------------- शिकारीपाड़ा का पूरा इलाका अतिनक्सलवाद है । कई नक्सली घटनाओं का गवाह है यह इलाका । 02 जुलाई 2013 में इस क्षेत्र के काठीकुंड में पाकुड़ के पूर्व एसपी अमरजीत बलिहार की हत्या नक्सलियों ने कर दी थी । वहीं 2014 के लोकसभा चुनाव के मतदान के दिन लैंड माईन्स विस्फोट कर नक्सलियों ने चुनाव कराकर लौट आठ मतदान कर्मियों की जान ले ली थी । शिकारीपाड़ा की राजनीतिक स्थिति । ---------------------------------------------------- शिकारीपाड़ा विधानसभा क्षेत्र झारखंड मुक्ति मोर्चा का गढ़ माना जाता है । इस विधानसभा क्षेत्र से झामुमो के नलिन सोरेन लगातार छह बार से विधायक चुने जा रहे हैं । इस बार 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने भले ही दुमका सीट जीती पर शिकारीपाड़ा विधानसभा से झामुमो 9 हज़ार मतों से आगे था । कहने का तात्पर्य है कि इस इलाके में झामुमो ने मजबूत किलाबंदी कर रखी है । इसकी मुख्य वजह यहाँ की जनसंख्या का जातिगत समीकरण है । यहाँ आदिवासी समाज जो झामुमो का वोट बैंक माना जाता है उसकी संख्या लगभग 50 %है । साथ ही मुस्लिम आबादी 16% . इन दोनों के मिलने से झामुमो की राह आसान हो जाती है ।


Conclusion:क्या कहते हैं विधायक नलिन सोरेन । ----------------------------------------------------- झारखंड मुक्ति मोर्चा के नलिन सोरेन शिकारीपाड़ा विधानसभा क्षेत्र से लगातार 6 बार से जीत दर्ज कर रहे हैं । लगभग 3 दशक से वे विधायक हैं । नलिन सोरेन ने ईटीवी भारत से खास बातचीत में बताया कि उन्होंने कभी भी अपने आप को विधायक नहीं माना । वह जनता के साथ आम आदमी की तरह मिलते जुलते हैं और उनका हर सुख दुख में साथ निभाते हैं । उनका कहना है कि विकास के हर क्षेत्र में उन्होंने काम किया है । इसी वजह से जनता का आशीर्वाद उन्हें मिलता रहा है । लगातार सातवीं बार जीत का कर रहे हैं दावा । ---------------------------------------------------- नलिन सोरेन का दावा है कि आगामी विधानसभा चुनाव में जनता उन्हें जीत दिलायेगी और वे सातवीं बार शिकारीपाड़ा से विधायक बनेंगे । बाईंट - नलिन सोरेन , विधायक , शिकारीपाड़ा क्या कहती है जनता । ------------------------------------------ हमने शिकारीपाड़ा के लोगों से बातचीत कर जाना कि नलिन सोरेन की क्या खासियत है कि आप लगातार उन्हें विजयी बना रहे हैं । इस संबंध में लोगों ने मिश्रित प्रतिक्रिया भी कुछ लोगों ने माना नलिन सोरेन अच्छा काम कर रहे हैं । इस बात को सभी जोर देकर कहते हैं कि मृदुभाषी हैं और उनसे मिलना आसान है । वही कुछ लोगों ने कहा कोई काम नहीं करते । उन्हें पसंद करने वाले अच्छी सड़क होने की बात कहते हैं तो दुसरी ओर नापसंद करने वाले लोग कहते हैं ग्रामीण सड़कों की स्थिति आज भी बदहाल है । विधायक का रिपोर्ट कार्ड । ------------------------------------------------ लोगों से जब हमने ये ये पूछा कि अगर आपके पास 10 नम्बर हैं तो नलिन सोरेन को कितना देंगे तो किसी ने 10 में 10 में किसी ने 10 में 5 तो किसी ने 10 में 2 भी दिया । बाईंट - संटू सिंह ,स्थानीय बाईंट - मो अवदुल्ला ,स्थानीय बाईट - फारुख , स्थानीय भाजपा का दावा - इस बार करेंगे जीत दर्ज । --------------------------------------------------------- झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास हाल के वर्षों में कई बार शिकारीपाड़ा विधानसभा क्षेत्र का दौरा किया है । इसे लेकर भाजपा कार्यकर्ताओं में काफी उत्साह है । शिकारीपाड़ा भाजपा के परितोष सोरेन विधायक नलिन सोरेन लगातार जीत दर्ज करने में सफल जरूर हुए हैं पर उन्होंने कोई भी उल्लेखनीय कार्य नहीं किया । उनका दावा है कि इस बार शिकारीपाड़ा में कमल खिलेगा । बाईंट - परितोष सोरेन , भाजपा नेता फाईनल वीओ - इस बार भाजपा झारखंड में 65 पार का नारा दे रही है । तो उनके सामने यह चुनौती होगी कि वह शिकारीपाड़ा सीट जीत कर दिखाये । इस बार यह सीट झारखंड मुक्ति मोर्चा के पक्ष में लगातार सातवीं बार जाता है या उसका विजय रथ पर रोक लगेगा यह आने वाले दिनों में साफ होगा । मनोज केशरी ईटीवी भारत दुमका
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