दुमका: झारखंड सरकार के कृषि मंत्री बादल पत्रलेख (Badal Patralekh) बासुकीनाथ मंदिर (Basukinath Temple) पहुंचे और मंदिर के बाहर से ही भोलेनाथ का आशीर्वाद लिया. कोरोना वायरस के कारण महीनों से मंदिर बंद है. जिससे पंडा समाज और आसपास के दुकानदारों का रोजगार ठप है. बासुकीनाथ मंदिर पर आश्रित लोगों ने कृषि मंत्री से जल्द मंदिर खुलवाने की मांग की. स्थानीय पंडा और दुकानदारों ने कृषि मंत्री से मिलकर अपना दुखड़ा सुनाया.
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दुकानदारों और पंडा ने कृषि मंत्री से कहा कि जल्द से जल्द मंदिर खोलने की अनुमति दें, यहां के लोग भुखमरी के कगार पर पहुंच गए हैं. वहीं उन्होंने मंदिर जल्द खोलने का निर्णय नहीं लिए जाने पर आंदोलन की भी चेतावनी दी. मंत्री बादल ने लोगों की समस्या को सुनने के बाद कहा कि आप लोगों की मांग मुख्यमंत्री के पास रखी जाएगी और कैबिनेट की बैठक में इस पर जल्द ही निर्णय लिया जाएगा.
कृषि मंत्री ने लोगों को दिया आश्वासन
कृषि मंत्री बादल पत्रलेख ने लोगों को एक सप्ताह के अंदर मंदिर खोले जाने को लेकर आश्वस्त भी किया. उन्होंने कहा कि जब तक मंदिर नहीं खुलेगा तब तक मैं मंदिर में नहीं आऊंगा. उन्होंने लोगों से कहा कि हम आप लोगों की समस्या को भली-भांति जानते हैं और समझते भी हैं, लेकिन सरकार की प्राथमिकताओं में लोगों की सुरक्षा सर्वोपरि है. वहीं स्थानीय लोगों ने मंत्री से कहा कि अगर मंदिर जल्द नहीं खुलेगा तो हमलोग कोरोना से बाद में मरेंगे, उससे पहले भूख से ही मर जाएंगे.