धनबाद: पीएमसीएच धनबाद में इलाजरत एक युवक ने पुलिस के ऊपर मारपीट करने और जबरन जुर्म कुबूल कराने का आरोप लगाया है. बुधवार को वह युवक कोर्ट से जमानत मिलने के बाद जेल से छूटा था. युवक का आरोप है कि जेल से छूटने के बाद पुलिस उसे थाने ले गई जहां रात भर थाने में रखकर पुलिस ने बर्बरतापूर्ण कार्रवाई की.
तेतुलमारी थाना क्षेत्र के खास सिजुआ के रहने वाला मनोज कुमार नोनिया बुधवार को कोर्ट से जमानत मिलने के बाद जेल से बाहर आया था. वह आर्म्स एक्ट के मामले में जेल में बंद था. मनोज का आरोप है कि जेल से बाहर आने के बाद पुलिस ने उसे अपनी जीप में बैठाया और फिर तेतुलमारी थाना ले गई. उसके बाद बरवाअड्डा थाना और फिर उसे राजगंज थाना में ले जाया गया.
मनोज ने कहा कि पुलिस उससे जबरन जुर्म कुबूल कराना चाहती थी. जुर्म कुबूल करने से इनकार किए जाने पर पुलिस ने उसे थर्ड डिग्री दी है. उसने बताया कि जुर्म कुबूल नहीं करने पर पुलिस ने उसके साथ गाली-गलौज और मारपीट की. सुबह जब उसकी हालत बिगड़ गई तो पुलिस ने उसे पीएमसीएच में भर्ती कराया. युवक की माने तो आर्म्स एक्ट के झूठे मामले में पुलिस ने उसे फंसाया है.
वहीं, पीड़ित युवक की मां देवरानी देवी ने बताया कि स्थानीय पुलिस हमेशा आधी रात घर पहुंचकर गाली-गलौज और प्रताड़ित करती है. इसके साथ ही उनके बेटे को केस में फंसाने की धमकी भी देती है. युवक की मां ने पुलिस पर पैसा मांगने का भी आरोप लगाया है. मां का कहना है कि पुलिस के वरीय अधिकारी केस से नाम हटाने के लिए 5 लाख रुपए की मांग करते हैं.
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पीएमसीएच में मौजूद तेतुलमारी थाना के एएसआई जवाहर लाल मंडल ने बताया कि सुबह युवक पेट दर्द से कराह रहा था, जिसके बाद उसे पीएमसीएच अस्पताल में भर्ती कराया गया है. एएसआई ने युवक के साथ पुलिस द्वारा मारपीट करने की बात से इनकार किया है.