धनबाद: कोयलांचल को देश के कोयले की राजधानी कहा जाता है. झारखंड की आर्थिक राजधानी भी धनबाद को माना जाता है. लेकिन इसी कोयले को लेकर लगातार अवैध उत्खनन के दौरान लोगों की मौत होती है. इस पर लगाम नहीं लग पा रहा है. जिले के निरसा थाना क्षेत्र के ईसीएल मुगमा एरिया के कापासारा आउटसोर्सिंग में अवैध उत्खनन के दौरान चाल धंसने से एक युवक की मौत हो गई. वहीं तीन लोग घायल हो गए.
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जिले के झरिया, निरसा और बाघमारा इलाके में कोयले का भंडार है. यहां लगातार अवैध उत्खनन के दौरान लोगों की मौत होती है. ताजा मामला निरसा थाना क्षेत्र का है. ईसीएल मुगमा एरिया के कापासारा आउटसोर्सिंग में अवैध उत्खनन के दौरान चाल धंसने से एक की मौत हो गई. जबकि तीन लोग घायल हो गए. जानकारी के अनुसार मृतक मुन्ना यादव मुगमा इलाके के इंदिरा नगर का रहने वाला है. घटना के बाद आनन-फानन में परिजन मुन्ना को स्थानीय नर्सिंग होम ले गए. जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. इस घटना की आधिकारिक पुष्टि नहीं हो सकी है.
कोयला चोरी करने में जाती है लोगों की जान
कोलियरी इलाकों में स्थानीय अपनी रोजी-रोटी के लिए कोयला खदानों में जान जोखिम में डालकर कोयला चोरी करने के लिए खदान के अंदर घुस जाते हैं. जिसमें अधिकारियों और सुरक्षाकर्मियों की भी मिलीभगत होती है. यह कार्य हर दिन होता है. लेकिन खदान के अंदर चाल धंसने के कारण कभी-कभार लोग उसके अंदर दब जाते हैं. लोगों की जान जाने के बावजूद भी पुलिसिया कार्रवाई के भय से लोग अपना मुंह नहीं खोलते हैं. चाल धंसने के बाद घायल लोगों को और मृतकों को लेकर उसके परिजन ही वहां से भाग जाते हैं. जिसका फायदा स्थानीय पुलिस प्रशासन, बीसीसीएल और ईसीएल प्रबंधन उठाती है. यही कारण है कि इन मामलों में अधिकारिक पुष्टि भी ना के बराबर होती है. अवैध उत्खनन के दौरान अब तक जिले में सैकड़ों लोगों की जान जा चुकी है. लेकिन इस प्रकार की घटना को रोकने के लिए स्थाई समाधान निकालने की दिशा में अब तक कोई सफल प्रयास नहीं हुआ है.