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धनबाद में दो मिनी गन फैक्ट्री का पर्दाफाश, पाताल में बन रहा था हथियार

चुनाव के दौरान ताबड़तोड़ गोलियों कि बौछार करने की मंशा को धनबाद पुलिस ने नाकाम कर दिया. चुनाव के पहले ही अपराधियों की मंशा को विफल करते हुए झरिया थाना क्षेत्र के होरलाडीह जाने वाले रास्ते में हामिदनगर में चल रहे दो स्थानों पर छापेमारी करते हुए गन फैक्ट्री का खुलासा पुलिस ने किया है. वहीं पांच लोगों को गिरफ्तार किया है.

मिनी गन फैक्ट्री का खुलासा
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Published : Mar 17, 2019, 8:01 AM IST

धनबाद: चुनाव के दौरान ताबड़तोड़ गोलियों कि बौछार करने की मंशा को धनबाद पुलिस ने नाकाम कर दिया. चुनाव के पहले ही अपराधियों की मंशा को विफल करते हुए झरिया थाना क्षेत्र के होरलाडीह जाने वाले रास्ते में हामिदनगर में चल रहे दो स्थानों पर छापेमारी करते हुए गन फैक्ट्री का खुलासा पुलिस ने किया है. भारी मात्रा में निर्मित और अर्धनिर्मित पिस्टल बरामद करते हुए पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है.

मिनी गन फैक्ट्री का खुलासा

खुफिया सूचना के आधार पर कार्रवाई
झरिया थाना से महज एक से डेढ़ किलोमीटर की दूरी पर पिस्टल निर्माण करने का काम किया जा रहा था. खुफिया सूचना के आधार पर एसओजी की टीम हामिदनगर में छापेमारी के लिए पहुंची. सूचना पाकर झरिया थाना के इंस्पेक्टर और सिंदरी एसडीपीओ प्रमोद केसरी मौके पर पहुंचे. थोड़ी देर बाद एसएसपी किशोर कौशल दल बल के साथ छापेमारी में शामिल हुए.

निर्मित और अर्धनिर्मित पिस्टल भी बरामद
बीसीसीएल की अतिक्रमण की जमीन पर बने घर में अवैध रूप से गन फैक्ट्री चलाया जा रहा था. घर के नीचे जमीन के अंदर बने तहखाना में पांच लोग पिस्टल बनाने का काम कर रहे थे. पुलिस ने उन पांचों को धर दबोचा है. बड़ी संख्या में यहां से निर्मित और अर्धनिर्मित पिस्टल भी बरामद किए गए हैं.

किसी बड़े गैंग का हाथ
एसएसपी किशोर कौशल ने बताया कि दर्जन भर से अधिक निर्मित और अर्धनिर्मित पिस्टल यहां से बरामद हुआ है. साथ ही पिस्टल बनाने के उपकरण भी मिले हैं. कई लोगों की अब भी तालाश जारी है. उन्होंने कहा कि इसमें किसी बड़े गैंग का हाथ हो सकता है.

दूसरी गन फैक्ट्री
सिटी एसपी पीयूष पांडेय भी दल बल के साथ मौके पर पहुंचे. जिस स्थान पर पहले गन फैक्ट्री मिली थी. उसके थोड़ी ही दूर तंग गलियों में दूसरी गन फैक्ट्री मिली. सिटी एसपी के नेतृत्व में यहां घंटों छापेमारी चली. कई थानों की पुलिस मौके पर कैंप की हुई थी. छापेमारी के दौरान यहां से भी निर्मित और अर्धनिर्मित पिस्टल बरामद हुआ. पिस्टल बनाने के उपकरण भी पुलिस ने यहां से जब्त किए.

गैंग का सरगना भोलू मियां
बताया जा रहा है कि इस गैंग का सरगना भोलू मियां है. मुंगेर से धनबाद में रहकर झारखंड बंगाल में अवैध हथियार का कारोबार चला रहा था. पिछले बीस सालों से वह हामिदनगर में अपने परिवार के साथ रह रहा था. भोलू मियां फरार बताया जा रहा है, जबकि पांच लोग सोनू, जसीम, सब्बान शब्बीर और एक अन्य साथी पकड़ा गया है. भोलू मियां की झरिया चार नंबर में जूते चप्पल की दुकान भी है.

ये भी पढ़ें- स्वास्थ्य मंत्री रामचंद्र चंद्रवंशी की तबीयत बिगड़ी, इलाज कराने पहुंचे रिम्स

पहले भी जेल जा चुका है भोलू
बता दें कि दस साल पूर्व गोधर में इसी गिरोह का पर्दाफाश हुआ था. साल 2009 में तत्कालीन एसपी सुमन गुप्ता ने गोधर में मिनी गन फैक्ट्री का पर्दाफाश किया था. मामले में भोलू मियां जेल गया था, लेकिन वह फिर जेल से बाहर छूटकर आ गया.

धनबाद: चुनाव के दौरान ताबड़तोड़ गोलियों कि बौछार करने की मंशा को धनबाद पुलिस ने नाकाम कर दिया. चुनाव के पहले ही अपराधियों की मंशा को विफल करते हुए झरिया थाना क्षेत्र के होरलाडीह जाने वाले रास्ते में हामिदनगर में चल रहे दो स्थानों पर छापेमारी करते हुए गन फैक्ट्री का खुलासा पुलिस ने किया है. भारी मात्रा में निर्मित और अर्धनिर्मित पिस्टल बरामद करते हुए पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है.

मिनी गन फैक्ट्री का खुलासा

खुफिया सूचना के आधार पर कार्रवाई
झरिया थाना से महज एक से डेढ़ किलोमीटर की दूरी पर पिस्टल निर्माण करने का काम किया जा रहा था. खुफिया सूचना के आधार पर एसओजी की टीम हामिदनगर में छापेमारी के लिए पहुंची. सूचना पाकर झरिया थाना के इंस्पेक्टर और सिंदरी एसडीपीओ प्रमोद केसरी मौके पर पहुंचे. थोड़ी देर बाद एसएसपी किशोर कौशल दल बल के साथ छापेमारी में शामिल हुए.

निर्मित और अर्धनिर्मित पिस्टल भी बरामद
बीसीसीएल की अतिक्रमण की जमीन पर बने घर में अवैध रूप से गन फैक्ट्री चलाया जा रहा था. घर के नीचे जमीन के अंदर बने तहखाना में पांच लोग पिस्टल बनाने का काम कर रहे थे. पुलिस ने उन पांचों को धर दबोचा है. बड़ी संख्या में यहां से निर्मित और अर्धनिर्मित पिस्टल भी बरामद किए गए हैं.

किसी बड़े गैंग का हाथ
एसएसपी किशोर कौशल ने बताया कि दर्जन भर से अधिक निर्मित और अर्धनिर्मित पिस्टल यहां से बरामद हुआ है. साथ ही पिस्टल बनाने के उपकरण भी मिले हैं. कई लोगों की अब भी तालाश जारी है. उन्होंने कहा कि इसमें किसी बड़े गैंग का हाथ हो सकता है.

दूसरी गन फैक्ट्री
सिटी एसपी पीयूष पांडेय भी दल बल के साथ मौके पर पहुंचे. जिस स्थान पर पहले गन फैक्ट्री मिली थी. उसके थोड़ी ही दूर तंग गलियों में दूसरी गन फैक्ट्री मिली. सिटी एसपी के नेतृत्व में यहां घंटों छापेमारी चली. कई थानों की पुलिस मौके पर कैंप की हुई थी. छापेमारी के दौरान यहां से भी निर्मित और अर्धनिर्मित पिस्टल बरामद हुआ. पिस्टल बनाने के उपकरण भी पुलिस ने यहां से जब्त किए.

गैंग का सरगना भोलू मियां
बताया जा रहा है कि इस गैंग का सरगना भोलू मियां है. मुंगेर से धनबाद में रहकर झारखंड बंगाल में अवैध हथियार का कारोबार चला रहा था. पिछले बीस सालों से वह हामिदनगर में अपने परिवार के साथ रह रहा था. भोलू मियां फरार बताया जा रहा है, जबकि पांच लोग सोनू, जसीम, सब्बान शब्बीर और एक अन्य साथी पकड़ा गया है. भोलू मियां की झरिया चार नंबर में जूते चप्पल की दुकान भी है.

ये भी पढ़ें- स्वास्थ्य मंत्री रामचंद्र चंद्रवंशी की तबीयत बिगड़ी, इलाज कराने पहुंचे रिम्स

पहले भी जेल जा चुका है भोलू
बता दें कि दस साल पूर्व गोधर में इसी गिरोह का पर्दाफाश हुआ था. साल 2009 में तत्कालीन एसपी सुमन गुप्ता ने गोधर में मिनी गन फैक्ट्री का पर्दाफाश किया था. मामले में भोलू मियां जेल गया था, लेकिन वह फिर जेल से बाहर छूटकर आ गया.

Intro:धनबाद।चुनाव के दौरान ताबड़तोड़ गोलियों कि बौछार करने की मंशा को धनबाद पुलिस ने नाकाम कर दिया।चुनाव के पहले ही अपराधियों की मंशा को विफल करते हुए झरिया थाना क्षेत्र के होरलाडीह को जानेवाले रास्ते मे हामिदनगर में चल रहे दो स्थानों पर छापेमारी करते हुए गन फैक्ट्री का खुलासा पुलिस ने किया है।भारी मात्रा में निर्मित एवं अर्द्ध निर्मित पिस्टल बरामद करते हुए पांच लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।






Body:झरिया थाना से महज एक से डेढ़ किलोमीटर की दूरी पर पिस्टल निर्माण करने काम किया जा रहा था।खुफिया सूचना के आधार पर एसओजी की टीम हामिद नगर में छापेमारी के लिए पहुंची।सूचना पाकर झरिया थाना के इंस्पेक्टर और सिंदरी एसडीपीओ प्रमोद केसरी मौके पर पहुंचे।थोडी देर बाद एसएसपी किशोर कौशल दल बल के साथ छापेमारी में शामिल हुए।बीसीसीएल की अतिक्रमण की जमीन पर बने घर मे पिस्टल निर्माण का खेल यहां चल रहा था।घर के नीचे जमीन के अंदर बने तहखाना में पांच लोग पिस्टल बनाने का काम कर रहे थे।पुलिस ने उन पांचों को धर दबोचा।बड़ी संख्या में यहां से निर्मित एवं अर्द्ध निर्मित पिस्टल से पुलिस ने जब्त किया है।पिस्टल निर्माण करने के रॉ मैटेरियल एवं मशीनरी भी तहखाने से बरामद हुआ है।एसएसपी किशोर कौशल ने बताया कि दर्जन भर से अधिक निर्मित पिस्टल एवं अर्ध निर्मित पिस्टल यहां से बरामद हुआ है।फिलहाल गिनती नही की गयी।इनकी संख्या बड़ी भी हो सकती है।साथ ही पिस्टल बनाने के उपकरण भी मिले हैं।कई लोगों की अब भी तालाश जारी है।उन्होंने कहा कि इसमें किसी बड़े गैंग का हांथ हो सकता है।इसके बाद एसएसपी मौके से चले गए।

करीब एक घन्टे बाद सिटी एसपी पीयूष पांडेय दलबल के साथ मौके पर पहुंचे।जिस स्थान पर पहले गन फैक्ट्री मिली थी।उसके थोडी ही दूर तंग गलियों में दूसरी गन फैक्ट्री मिली।सिटी एसपी के नेतृत्व में यहां घन्टो छापेमारी चली।कई थानों की पुलिस मौके पर कैंप की हुई थी।छापेमारी के दौरान यहां से भी निर्मित एवं अर्द्ध निर्मित पिस्टल बरामद हुआ।पिस्टल बनाने के उपकरण भी पुलिस ने यहां से जब्त किया है।देर रात तक उपकरणों को पुलिस की गाड़ी में ले जाने का सिलसिला चलता रहा।इधर सिटी एसपी पीयूष पांडेय ने कहा कि अभी सामनों को जब्त करने की प्रक्रिया चल रही है।आगे का अनुसंधान किया जा रहा है।उन्होंने कहा कि अनुसंधान के बाद मीडिया को पूरी सच्चाई बतायी जाएगी।

बताया जा रहा है कि इस गैंग का सरगना भोलू मियां है।मुंगेर से धनबाद में रहकर झारखंड बंगाल में अवैध हथियार का कारोबार चला रहा था। पिछले बीस सालों से वह हामिद नगर में अपने परिवार के साथ रह रहा था।जिस स्थान पर गन फैक्ट्री पकड़ी गई है।उससे कुछ ही दूरी पर वह रहा था।सरगना भोलू मियां फरार बताया जा रहा है।जबकि पांच लोग सोनू, जसीम,सब्बान शब्बीर एवं एक अन्य साथी पकड़ा गया है।भोलू मियां की झरिया चार नंबर में जूते चप्पल की दुकान भी है।यह दुकान सिर्फ दिखावे के लिए रखा था।

दस साल पूर्व गोधर में इसी गिरोह का पर्दाफाश हुआ था।साल 2009 में तत्कालीन एसपी सुमन गुप्ता ने गोधर में मिनी गन फैक्ट्री का पर्दाफाश किया था।जिसमे कुछ लोग पकड़े गए थे।बस्ताकोला के पास भी अवैध हथियार की फैक्ट्री पकड़ी गयी थी।दो मामले में भोलू मियां जेल गया था।लेकिन वह फिर जेल से बाहर छूटकर आ गया।






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