धनबाद: चुनाव के दौरान ताबड़तोड़ गोलियों कि बौछार करने की मंशा को धनबाद पुलिस ने नाकाम कर दिया. चुनाव के पहले ही अपराधियों की मंशा को विफल करते हुए झरिया थाना क्षेत्र के होरलाडीह जाने वाले रास्ते में हामिदनगर में चल रहे दो स्थानों पर छापेमारी करते हुए गन फैक्ट्री का खुलासा पुलिस ने किया है. भारी मात्रा में निर्मित और अर्धनिर्मित पिस्टल बरामद करते हुए पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
खुफिया सूचना के आधार पर कार्रवाई
झरिया थाना से महज एक से डेढ़ किलोमीटर की दूरी पर पिस्टल निर्माण करने का काम किया जा रहा था. खुफिया सूचना के आधार पर एसओजी की टीम हामिदनगर में छापेमारी के लिए पहुंची. सूचना पाकर झरिया थाना के इंस्पेक्टर और सिंदरी एसडीपीओ प्रमोद केसरी मौके पर पहुंचे. थोड़ी देर बाद एसएसपी किशोर कौशल दल बल के साथ छापेमारी में शामिल हुए.
निर्मित और अर्धनिर्मित पिस्टल भी बरामद
बीसीसीएल की अतिक्रमण की जमीन पर बने घर में अवैध रूप से गन फैक्ट्री चलाया जा रहा था. घर के नीचे जमीन के अंदर बने तहखाना में पांच लोग पिस्टल बनाने का काम कर रहे थे. पुलिस ने उन पांचों को धर दबोचा है. बड़ी संख्या में यहां से निर्मित और अर्धनिर्मित पिस्टल भी बरामद किए गए हैं.
किसी बड़े गैंग का हाथ
एसएसपी किशोर कौशल ने बताया कि दर्जन भर से अधिक निर्मित और अर्धनिर्मित पिस्टल यहां से बरामद हुआ है. साथ ही पिस्टल बनाने के उपकरण भी मिले हैं. कई लोगों की अब भी तालाश जारी है. उन्होंने कहा कि इसमें किसी बड़े गैंग का हाथ हो सकता है.
दूसरी गन फैक्ट्री
सिटी एसपी पीयूष पांडेय भी दल बल के साथ मौके पर पहुंचे. जिस स्थान पर पहले गन फैक्ट्री मिली थी. उसके थोड़ी ही दूर तंग गलियों में दूसरी गन फैक्ट्री मिली. सिटी एसपी के नेतृत्व में यहां घंटों छापेमारी चली. कई थानों की पुलिस मौके पर कैंप की हुई थी. छापेमारी के दौरान यहां से भी निर्मित और अर्धनिर्मित पिस्टल बरामद हुआ. पिस्टल बनाने के उपकरण भी पुलिस ने यहां से जब्त किए.
गैंग का सरगना भोलू मियां
बताया जा रहा है कि इस गैंग का सरगना भोलू मियां है. मुंगेर से धनबाद में रहकर झारखंड बंगाल में अवैध हथियार का कारोबार चला रहा था. पिछले बीस सालों से वह हामिदनगर में अपने परिवार के साथ रह रहा था. भोलू मियां फरार बताया जा रहा है, जबकि पांच लोग सोनू, जसीम, सब्बान शब्बीर और एक अन्य साथी पकड़ा गया है. भोलू मियां की झरिया चार नंबर में जूते चप्पल की दुकान भी है.
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पहले भी जेल जा चुका है भोलू
बता दें कि दस साल पूर्व गोधर में इसी गिरोह का पर्दाफाश हुआ था. साल 2009 में तत्कालीन एसपी सुमन गुप्ता ने गोधर में मिनी गन फैक्ट्री का पर्दाफाश किया था. मामले में भोलू मियां जेल गया था, लेकिन वह फिर जेल से बाहर छूटकर आ गया.