धनबाद: जब प्यार परवान चढ़ता है तो प्रेमी जोड़े कोई बंदिशों को नहीं मानते. कुछ ऐसा ही हुआ है धनबाद के बाघमारा थाना क्षेत्र में. जहां एक गुरु को अपने ही शिष्या से प्यार हो गया और दोनों ने शादी कर ली. लेकिन दोनों के अलग-अलग जाति के होने के कारण इस प्रेम विवाह के लिए परिजनों की इजाजत नहीं मिली. हालांकि प्रेमी के अभिभावक ने अपने बेटे के पसंद को स्वीकार कर लिया है. लेकिन प्रेमिका के परिजन इस शादी से खफा हैं.
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बाघमारा थाना क्षेत्र के सदरयाडीह की रहने वाली मनीषा कुमारी हरियाणा के रहने वाले राहुल चौरसिया से ट्यूशन पढ़ती थी. इसी दौरान दोनों में प्यार हो गया. जिसके बाद जून 2021 में धनबाद कोर्ट में दोनों ने शादी कर ली. हालांकि कोर्ट मैरिज के बाद दोनों ने इस बात को घरवालों से छिपा कर रखा था. रविवार को प्रेमिका अपने प्रेमी के कहने पर घर से भागकर बाघमारा थाना पहुंच गई. जहां पहले से प्रेमी अपनी मां के साथ पहुंचा था. दोनों से बाघमारा पुलिस को अपना कोर्ट मैरिज का प्रमाण पत्र दिखाकर सुरक्षा की गुहार लगाई. इधर पुलिस ने लड़की के परिजनों को इस बात की सूचना दी. लड़की के परिजनों ने इस शादी का विरोध किया. लेकिन लड़की मानने को तैयार नहीं हुई.
प्रेमिका के घरवाले शादी से नाराज
वहीं प्रेमी-प्रेमिका ने कहा कि दोनों साथ रहना चाहते हैं. पुलिस को कोर्ट मैरिज का प्रमाण पत्र दिखा दिया गया है. दोनों बालिग हैं. प्रेमी ने बताया उसके घरवाले शादी के पक्ष में हैं. वहीं प्रेमिका ने कहा उसके घरवाले शादी के विरोध में हैं. वह अपना ससुराल जाना चाहती है.