धनबादः श्रम अधीक्षक प्रवीण कुमार ने ईटीवी भारत से खास बातचीत की. इस दौरान उन्होंने लॉकडाउन की अवधि में श्रमिकों के समक्ष वेतन को लेकर होने वाली परेशानियों को दूर करने की बात कही. उन्होंने बताया कि पूरी सख्ती के साथ सरकारी और निजी संस्थानों में कार्य करने वालों श्रमिकों को वेतन दिलाने का कार्य विभाग कर रहा है.
श्रम अधीक्षक प्रवीण कुमार ने कहा कि ठेका या निजी संस्थानों में काम करने वालों मजदूरों की ओर से शिकायत मिलने पर निश्चित रुप से कार्रवाई की जा रही है. उन्होंने बताया कि कई शिकायतें विभाग को मिली हैं, जिसमें कार्रवाई की गई है. सिंदरी हर्ल कंपनी में फरवरी और मार्च महीने का मजदूरों का वेतन बकाया था जिस पर उन्होंने कार्रवाई करते हुए ठेका मजदूरों को उनका वेतन दिलाने का काम किया.
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उन्होंने बताया कि 5 करोड़ 45 लाख 87 हजार 365 रुपए 4, 192 ठेका मजदूरों के बीच वेतन का भुगतान कराया गया. इसके साथ ही 14 अप्रैल तक प्रथम चरण लॉकडाउन अवधि में 1 करोड़ 66 लाख 80 हजार 919 रुपए का वेतन भुगतान मजदूरों के बीच कराया गया.
इसके अलावा 20 अन्य निजी कंपनियों की शिकायतें मिली हैं जिन्होंने अपने श्रमिकों और कर्मचारियों का वेतन भुगतान नहीं किया है. ऐसी कंपनियों को नोटिस भेजा गया है. नोटिस के बाद भी कंपनी का ओर से भुगतान न करने पर नियमानुसार आगे की कार्रवाई कंपनी के खिलाफ की जाएगी.
जारी किया हेल्प लाइन नंबर
श्रम अधीक्षक प्रवीण कुमार ने श्रमिकों से अपील की है कि अगर उन्हें बकाया वेतन नहीं मिल रहा है या लॉकडाउन की अवधि का वेतन नहीं मिल रहा है तो ऐसे श्रमिक 7979965176 पर कॉल कर शिकायत कर सकते हैं. उन्हें वेतन दिलाने के लिए श्रम अधीक्षक सुनिश्चित करेंगे.