धनबाद: झारखंड सरकार के ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम के अध्यक्षता में धनबाद जिला परिसदन में जिले में चल रहे विकास योजनाओं को लेकर समीक्षा बैठक की गई. बैठक में ग्रामीण विकास मंत्री ने विकास से सबंधित योजनाओं पर चर्चा की और सरकार द्वारा संचालित योजनाओं को जल्द से जल्द कार्य पूरा करने के लिए अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिए.
बैठक के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए मंत्री ने कहा कि कोविड-19 के बावजूद भी झारखंड पूरे देश में मनरेगा में सबसे ज्यादा मजदूरी दिया है. हमारी सरकार की ओर से 8 सौ लाख लोगों मजदूरी देने की योजना थी. अभी तक उस लक्ष्य को पूरा कर चुके हैं. 10 दिन पूर्व हुए समीक्षा बैठक के दौरान पता चला कि 769.68 लाख का लक्ष्य पूरा कर लिया है. अभी भी चार महीने बचे हुए हैं, जो सरकार के लिए एक बड़ी उपलब्धि है. इसके साथ ही हम लोगों ने नीलांबर-पीतांबर जल समृद्धि योजना, बिरसा हरित ग्राम योजना, दीदी बाड़ी योजना और कई योजना का भी लक्ष्य को पार किया है.
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कृषि कानून पर मंत्री ने कहा कि किसानों के साथ आजादी के पहले से लेकर अब तक कांग्रेस पार्टी हेमशा से खड़ी रही है. आजादी के बाद कांग्रेस काल में हम अपना पेट भरने के लिए अनाज दूसरे देशों से मंगाते थे, लेकिन यही कांग्रेस किसानों की एमएसपी हो या फर्टिलाइजर इस देश में लाने का काम कांग्रेस ने किया है. आज हम अपना पेट भी भरते हैं और दूसरे देशों में अनाज पहुंचाने का काम भी करते हैं. किसान कांग्रेस पर विश्वास करती है, लेकिन आज केंद्र की वर्तमान सरकार ये जो कानून किसानों के लिए लेकर आई है यह पूरी तरह से किसान विरोधी है.