धनबाद: पाकिस्तान में ननकाना साहब पर हुए पथराव के विरोध में जिले में सिख समुदाय ने जुलूस निकालकर जिले के रणधीर वर्मा चौक पर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री का पुतला फूंका. पुतला फूंक रहे लोगों ने कहा कि यदि पाकिस्तान सरकार दोषियों को गोली नहीं मारती तो तमाम सिख समुदाय यहां से हथियार के साथ कुछ करने का काम करेंगे.
सिख समुदाय ने निकाला जुलूस
ननकाना साहब पर हुए पथराव के विरोध में आज सिख समुदाय ने जुलूस निकाला. शहर भ्रमण के बाद लोग रणधीर वर्मा चौक पहुंचे. सिख समुदाय के लोगों ने यहां पाकिस्तान के प्रधानमंत्री का पुतला फूंका. पुतला फूंक रहे लोगों ने कहा कि लियाकत अली खान और भारत के तत्कालीन प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू के बीच दोनों समुदायों के सांस्कृतिक पारंपरिक और धार्मिक हितों की रक्षा के लिए समझौता हुआ था. यूएनओ के असेंबली में भी इस प्रस्ताव पर समझौता हुआ था. किसी भी देश के अल्पसंख्यकों के हितों और उनके अधिकारों की हर हाल में रक्षा की जाएगी.
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बंद कर देना चाहिए पाकिस्तानी दूतावास
पाकिस्तान लगातार उस समझौते का उल्लंघन करता आ रहा है, उन्होंने कहा कि सिख समुदाय ने चूड़ियां नहीं पहन रखी हैं. हथियार से लैस होकर सिख समुदाय यहां से कूच करने का काम करेंगे. उन्होंने कहा कि हिंदू और मुस्लिम भाई जिस तरह से अमन शांति के साथ रह रहे हैं. उन्हें आघात पहुंचाने का काम पाकिस्तान कर रहा है. उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी दूतावास को प्रधानमंत्री की तरफ से बंद कर दिया जाना चाहिए. इसके साथ ही पाकिस्तान पर कार्रवाई को लेकर पर यूएनओ पर दबाव दिया जाना चाहिए.