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बाघमारा: कचरे से भरा डैम, लोगों को पीने की पानी की हुई समस्या

धनबाद के बाघमारा में लोगों को पानी की दिक्कत हो रही है. बीसीसीएल ब्लॉक ने डैम बनवाया था ताकि लोगों को पानी मिलता रहे. लेकिन बढ़ती गर्मी के कारण डैम का पानी सूख गया और उसमें कचरा भर गया. जिससे लोगों को पानी की किल्लत हो रही है.

कचरे से भरा डैम
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Published : May 25, 2019, 1:45 PM IST

बाघमारा/धनबाद: बाघमारा के माटिगढ़ में बीसीसीएल ब्लॉक दो द्वारा डैम का निर्माण करवाया गया था. जिससे पीने के पानी की समस्या का समाधान हो जाए. डैम बनने के बाद पीने के पानी की समस्या का समाधान हुआ भी, लेकिन बीसीसीएल अधिकारियों की लापरवाही के कारण डैम में कचरा भरता चला गया. जो अब डैम के जल स्रोत को कम करने का सबसे बड़ा कारण बन गया है.

जानकारी देते ग्रामीण और स्थानीय नेता

डैम के कचरे की सफाई के नाम पर हर साल टेंडर भी निकाला जाता है, लेकिन सफाई केवल कागजों पर दिखाई जाती है. स्थानीय लोगों ने कई बार सफाई के लिए अधिकारी से कहा भी, लेकिन कुछ भी नहीं हुआ.

ये भी पढ़ें-चतरा बिजली स्टेशन में जमकर हंगामा, कर्मियों को बंधक बनाकर लोगों ने किया प्रदर्शन

लोगों ने बताया कि हर साल गर्मी में डैम का पानी सूख जाता है. अधिकारी यहां आते हैं और देख कर चले जाते हैं. इसमें कचरा भर गया है, जिसके कारण पानी जमा नहीं हो पाता है. अगर डैम की सफाई हो जाती तो यह समस्या नहीं होती. वहीं, एक अन्य स्थानीय ने कहा कि सफाई के लिए डैम का दरवाजा खोलना होगा, जो पिछले कई सालों से नहीं खोला गया है. वो पूरी तरह से जाम हो चुका है. जब तक दरवाजा नहीं खोला जाएगा, डैम का कचरा साफ नहीं हो सकता.

मामले पर बीसीसीएल अधिकारी ने कहा कि पानी की समस्या तो है, यहां का पानी बीसीसीएल ब्लॉक दो और एरिया वन के कुछ हिस्से में सप्लाई किया जाता है. पिछले दो दिनों से पानी सप्लाई नहीं हो पाया है. भीषण गर्मी के कारण डैम का पानी सूखा है. इसके अलावा डैम में कचरे की बात पर उन्होंने कहा कि वरीय अधिकारियों को इसकी सूचना देंगे. साथ ही पीने के पानी की दूसरी व्यवस्था किया जाऐगा.

बाघमारा/धनबाद: बाघमारा के माटिगढ़ में बीसीसीएल ब्लॉक दो द्वारा डैम का निर्माण करवाया गया था. जिससे पीने के पानी की समस्या का समाधान हो जाए. डैम बनने के बाद पीने के पानी की समस्या का समाधान हुआ भी, लेकिन बीसीसीएल अधिकारियों की लापरवाही के कारण डैम में कचरा भरता चला गया. जो अब डैम के जल स्रोत को कम करने का सबसे बड़ा कारण बन गया है.

जानकारी देते ग्रामीण और स्थानीय नेता

डैम के कचरे की सफाई के नाम पर हर साल टेंडर भी निकाला जाता है, लेकिन सफाई केवल कागजों पर दिखाई जाती है. स्थानीय लोगों ने कई बार सफाई के लिए अधिकारी से कहा भी, लेकिन कुछ भी नहीं हुआ.

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लोगों ने बताया कि हर साल गर्मी में डैम का पानी सूख जाता है. अधिकारी यहां आते हैं और देख कर चले जाते हैं. इसमें कचरा भर गया है, जिसके कारण पानी जमा नहीं हो पाता है. अगर डैम की सफाई हो जाती तो यह समस्या नहीं होती. वहीं, एक अन्य स्थानीय ने कहा कि सफाई के लिए डैम का दरवाजा खोलना होगा, जो पिछले कई सालों से नहीं खोला गया है. वो पूरी तरह से जाम हो चुका है. जब तक दरवाजा नहीं खोला जाएगा, डैम का कचरा साफ नहीं हो सकता.

मामले पर बीसीसीएल अधिकारी ने कहा कि पानी की समस्या तो है, यहां का पानी बीसीसीएल ब्लॉक दो और एरिया वन के कुछ हिस्से में सप्लाई किया जाता है. पिछले दो दिनों से पानी सप्लाई नहीं हो पाया है. भीषण गर्मी के कारण डैम का पानी सूखा है. इसके अलावा डैम में कचरे की बात पर उन्होंने कहा कि वरीय अधिकारियों को इसकी सूचना देंगे. साथ ही पीने के पानी की दूसरी व्यवस्था किया जाऐगा.

Intro:स्लग -- कचड़े से भरा डेम,पीने की पानी की हुई समस्या
डेम की सफाई के नाम पर हर साल निकलते है टेंडर,खानापूर्ति कर बीसीसीएल निभाते है अपनी जेम्मेदारी
बाघमारा -- भीषण गर्मी के कहर से आम से लेकर खास सभी वर्ग परेशान है।प्राकृतिक कष्ट के साथ बीसीसीएल अधिकारी अपनी जवाबदेही नही निभा कर उस कष्ट को ओर भी बढाने में कोई असर नही छोड़ रहे है।गर्मी के कारण नदी तालाब जहां सुख रहे वही करोड़ो के वारे न्यारे कर अधिकारी अपनी जेब गर्म करने में भी कोई कोर कसर पीछे नही छोड़ा है।पानी मे ऐसी गंदगी है कि पीने योग्य नही रहा है।अगर इस गन्दगी भरे पानी से नहाने का काम भी लाया गया तो कई चर्म रोग के बीमारी होने से नही बचा जा सकता है।पेश है खास रिपोर्ट।
बाघमारा के माटिगढ़ में बीसीसीएल ब्लॉक दो द्वारा डेम का निर्माण करवाया गया था।जिससे पीने के पानी की समस्या का हमेसा के लिये समाधान हो जाय।डेम बनने के बाद पीने के पानी की समस्या का समाधान हो भी गया था।लेकिन बीसीसीएल अधिकारीयो की लापरवाही के कारण डेम में कचड़ा भरते चला गया।जो अब डेम के जल स्रोत को कम करने का सबसे बड़ा कारण बन गया है।डेम के कचड़े की सफाई के नाम पर प्रत्येक वर्ष टेंडर भी निकाला जाता है।लेकिन सफाई केवल कागजो पर दिखा कर खानापूर्ति कर करोड़ो के वारे न्यारे किया जा रहा।स्थानीय लोग तथा स्थानीय यूनियन के नेता सफाई के लिये अधिकारी से कहते रह जाते है।लेकिन आगे कुछ भी नही हो पाता है।Body:डेम के नजदीक रहने वाले एक स्थानीय ने बताया कि प्रत्येक गर्मी में डेम का पानी सूख जाता है।अधिकारी यहां आते है देख कर चले जाते है।कचड़ा भर गया है जिसके कारण पानी जमा नही हो पाता है।अगर ठीक से सफाई कर दिया जाता तो यह समस्या नही होती।वही एक अन्य स्थानीय ने कहा कि सफाई के लिये डेम का दरवाजा खोलना होगा।जो पिछले दस बीस सालों से नही खोला गया है।वह पूरी तरह से जाम हो चुका है।जब तक दरवाजा नही खोला जाएगा।डेम का कचड़ा साफ नही हो सकता।सफाई के नाम पर बीसीसीएल में केवल लूट मचा है।बीसीसीएल की लापरवाही के कारण यह स्थिति हुई है।डेम के पानी सप्लाई करने वाले पम्प ऑपरेटर ने कहा कि दो दिनों से पानी सफ्लाई नही हो सका है।पानी नही होने के कारण मोटर पानी उठा नही पा रहा है।डेम कचड़ा से भर चुका है।वही बीसीसीएल के अधिकारी ने कहा की पानी की समस्या तो है।यहां का पानी बीसीसीएल ब्लॉक दो तथा एरिया वन के कुछ हिस्से में सप्लाई किया जाता है।पिछले दो दिनों से पानी सप्लाई नही हो पाया है।ऐसी भीषण गर्मी पिछले पांच साल में नही आया था।भीषण गर्मी के कारण पानी डेम का सूखा है।जहां तक डेम में कचड़ा भरे होने की बात है।तो कचड़ा है इससे इनकार नही किया जा सकता।डेम की सफाई को लेकर बीसीसीएल प्रबंधन द्वारा कभी कुछ किया गया है।मेरे कार्यकाल मे देखने को नही मिला है।अपने वरीय अधिकारियों को इसकी सूचना देंगे।वेकलिप व्यवस्था पीने के पानी की समस्या को लेकर किया गया है।
बाइट -- किशुन कुमार (स्थानिय ग्रामीण)बैठा हुआ आदमी
बाइट -- संतोष दास(स्थानीय नेता)सफेद टीशर्ट
बाइट -- महेश कुमार(पम्प ऑपरेटर)लाल गमझा)
बाइट -- गौरव कुमार(मैनेजर,बीसीसीएल अधिकारी)चेक शर्ट चश्मा पहना हुआ)Conclusion:नो
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