धनबाद: कोयलांचल के एक निजी अस्पताल में नर्सिंग की पढ़ाई कर रही छात्रों ने अस्पताल प्रबंधन पर गंभीर आरोप लगाए हैं. छात्रों और अभिभावकों ने आरोप लगाते हुए कहा कि अस्पताल को नर्सिंग कराने की मान्यता नहीं है, इसके बावजूद छात्र से पैसे लिए गए और अब अस्पताल प्रबंधन पैसे और सर्टिफिकेट दोनों नहीं दे रहा है. इसको लेकर छात्र और अभिभावक गुरुवार को सिटी एसपी आर राम कुमार से मिले.
पैसे वापस करने की मांग
गौरतलब है कि धनबाद के अशर्फी हॉस्पिटल की ओर से संचालित धनबाद स्कूल ऑफ नर्सिंग के 2019 - 23 सत्र के छात्राओं ने धनबाद सिटी एसपी और धनबाद डीएसपी से नर्सिंग स्कूल पर ठगी की शिकायत की हैं. धनबाद स्कूल ऑफ नर्सिंग में नामांकित 60 छात्र छात्राओं में 42 छात्रों ने आज धनबाद सिटी एसपी के पास न्याय की गुहार लगाई और नर्सिंग स्कूल पर ठगी करने का आरोप लगाया. छात्राओं ने कहा की अशर्फी हॉस्पिटल के नर्सिंग स्कूल की मान्यता नहीं है जो बच्चे पास आउट किए हैं उनका दूसरी जगह जॉब नहीं मिल रहा है. ऐसे में हम लोग चाहते हैं कि हमारे जो पैसे लगे हैं वह वापस कर दिया जाए. छात्रों ने बताया कि 4 वर्ष की सत्र में 1 वर्ष के लिए 1 लाख रुपए वेलोग दे चुकी हैं, जिसकी वापसी की वे लोग मांग कर रही हैं. साथ ही छात्रों ने कहा कि उन लोगों का 1 साल यहां बर्बाद भी हो चुका है.
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बता दें कि इनमें से अधिकतर छात्रा बंगाल की थीं, जो यहां रहकर नर्सिंग की तैयारी कर रहीं थी. इस समस्या के खिलाफ उन्होंने बंगाल सरकार और सूबे के मुखिया हेमंत सोरेन के पास भी शिकायत की है. धनबाद सिटी एसपी ने डीएसपी लॉ एंड ऑर्डर मुकेश कुमार को जांच का आदेश दिया, जिसे लेकर डीएसपी ने धनबाद थाने को जांच का आदेश दिया और अशर्फी हॉस्पिटल जाकर जांच करने की बात कही. वहीं असर्फी अस्पताल के डायरेक्टर हरेन्द्र सिंह ने कहा कि अब सुप्रीम कोर्ट के आदेश के आलोक में इंडियन नर्सिंग काउंसिल मान्यता जरूरत नहीं होती. उनके पास झारखंड नर्सिंग काउंसिल और कोयलांचल विश्वविद्यालय की मान्यताएं हैं. साथ ही नर्सिंग स्कूल के लिए जो भी नियम हैंं उसका वे लोग पालन करते हैं. उन्होंने कहा की दूसरे जगह जॉब की जो समस्याएं आ रही है उसे झारखंड सरकार की ओर से ही समाधान किया जाा सकता हैैं.