धनबाद: क्या सिंह मेंशन के छोटे युवराज सह झरिया बीजेपी विधायक संजीव सिंह के छोटे भाई सिद्धार्थ गौतम बीजेपी प्रत्याशी सह धनबाद सांसद पीएन सिंह से इस चुनावी मैदान में दो दो हांथ करेंगे या उनका समर्थन करेंगे? नीरज हत्याकांड में जेल में बंद विधायक संजीव सिंह से सांसद पीएन सिंह की मंगलवार को हुई मुलाकात के बाद लोगों के दिल दिमाग में यह यक्ष प्रश्न खड़ा है, हालांकि सांसद पीएन सिंह ने इसे महज एक शिष्टाचार मुलाकात बताया है.
नीरज हत्याकांड में जेल में बन्द बीजेपी झरिया विधायक संजीव से मिलने सांसद पीएन सिंह पहुंचे. जेल के बाहर समर्थकों की भींड खड़ी रही. जेल के अंदर करीब 20 से 25 मिनट की मुलाकात के बाद सांसद पीएन सिंह बाहर आए. बाहर खड़े समर्थकों के दिल में कई प्रश्न चल रहे थे. वे भी सांसद की बातों को सुनने को आतुर नजर आए. क्योंकि उनमें ज्यादातर संजीव सिंह के समर्थक खड़े थे. एक तरफ संजीव सिंह के छोटे भाई चुनावी मैदान में आने की तैयारी कर रहे हैं तो दूसरी तरफ बीजेपी के सांसद पीएन सिंह धनबाद लोकसभा से बीजेपी प्रत्याशी हैं. पार्टी का अनुशासन और मेंशन का मोह दोनों आमने-सामने है.
हालांकि जेल से बाहर आते ही मीडिया के सवालों के जवाब देते हुए उन्होंने इसे एक शिष्टाचार मुलाकात बताया है. उन्होंने कहा कि संजीव सिंह हमारे विधायक हैं. चुनाव में पूरे जोर शोर से उनके कार्यकर्ता भारतीय जनता पार्टी को जिताने का काम करेंगे. उन्होंने कहा कि सरकार से उनकी अपनी क्या नाराजगी है, यह उनका विषय है और इस संबंध में विधायक से कोई भी बात नही हुई है. सिद्धार्थ के चुनाव लड़ने पर विधायक की सहमति है या नहीं इस सवाल के जवाब में सांसद ने कहा कि यह भाई-भाई की बात है. इस सवाल का जवाब वे ही बेहतर दे सकते हैं.
बता दें कि चचेरे भाई और पूर्व डिप्टी मेयर नीरज सिंह हत्याकांड में बीजेपी विधायक संजीव सिंह जेल में बंद हैं. कई बार उनकी जमानत खारिज हो चुकी है. इसलिए सरकार से वह नाराज चल रहे हैं. सूत्रों की मानें तो झरिया की विधायक रह चुकी कुंती देवी ने भी अपने पुत्र सिद्धार्थ गौतम के टिकट की मांग की थी. इधर मेंशन के प्रत्याशी के रूप में सिद्धार्थ गौतम उतरने की तैयारी कर रहे हैं. उनके इस चुनावी मैदान में उतरने से बीजेपी के लिए परेशानी खड़ी हो सकती है. झरिया और धनबाद विधानसभा में मेंशन समर्थकों का गढ़ माना जाता है. ऐसे में इन क्षेत्रों में बीजेपी के लिए वोट मिल पाना मुश्किल भरा है. सिद्धार्थ गौतम चुनाव न लड़े सांसद पीएन सिंह की यह पहली प्राथमिकता है.