ETV Bharat / city

Jharkhand Assembly Election 2019: 15 सीटों पर MCC लड़ेगी चुनाव - झारखंड विधानसभा चुनाव

झारखंड में चुनाव की घोषणा होने के बाद से सभी पार्टियां अपना दम-खम दिखाने में जुटी हुई है. इसी कड़ी में गोविंदपुर माडा मैदान में एमसीसी ने संकल्प सभा का आयोजन किया.

मासस का कार्यक्रम
author img

By

Published : Nov 7, 2019, 9:46 PM IST

धनबाद: झारखंड में विधानसभा चुनाव का बिगुल बज गया है. झारखंड में चुनाव की घोषणा होने के बाद से सभी पार्टियां अपना दम-खम दिखाने में जुटी हुई है. इसी के मद्देनजर जिले के गोविंदपुर माडा मैदान में एमसीसी ने संकल्प सभा का आयोजन किया. कार्यक्रम में सैकड़ों की संख्या में मासस समर्थक पहुंचे. जिसमें मुख्य रूप से सिंदरी विधानसभा के प्रत्याशी आनंद महतो और निरसा विधायक अरूप चटर्जी भी शामिल थे.

देखें पूरी खबर

1967 से लेकर 2000 तक इस सीट पर लाल झंडे का कब्जा
बता दें कि गोविंदपुर के जिस माडा मैदान में मार्क्सवादी समन्वय समिति (मासस) ने संकल्प सभा का आयोजन किया था. उसमें सैकड़ों की संख्या में मासस समर्थक शामिल हुए. जिसे देखकर मासस के नेता गदगद हो गए. सिंदरी विधानसभा का क्षेत्र लाल झंडे का ही गढ़ माना जाता था.1967 से लेकर 2000 तक इस सीट पर लाल झंडे का ही कब्जा रहा. लेकिन 2000 के चुनाव में भाजपा ने यहां अपना खाता खोला. उसके बाद से लाल झंडे के गढ़ कहे जाने वाले सिंदरी विधानसभा की सीट पर लाल झंडा यानी वामपंथी पार्टी आज तक नहीं जीत पाई है.

विधायक अरूप चटर्जी से खास बातचीत

ये भी पढ़ें- झारखंड विधानसभा चुनाव 2019: बीजेपी का दामन थामने वाले विधायकों की कांग्रेस में अब 'NO ENTRY'! भगवा चोला पहनकर पछता रहे माननीय

15-16 सीटों पर मासस लड़ेगी चुनाव
मासस नेता और वामपंथी पार्टी के पूरे झारखंड में एकमात्र निरसा विधायक अरूप चटर्जी ने ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए कहा कि मार्क्सवादी समन्वय समिति 15 से 16 सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है. तीन से चार सीट पर जीत सुनिश्चित है उसे कोई नहीं रोक सकता. उन्होंने कहा कि सिंदरी विधानसभा में इस बार जीत का अंतर 35 से 40 हजार का होगा और यहां पर मासस उम्मीदवार आनंद महतो जीतेंगे.

'महागठबंधन में बाबूलाल के नहीं आने से कोई फर्क नहीं'
मासस के निरसा विधायक अरूप चटर्जी का कहना है कि झारखंड विकास मोर्चा के महागठबंधन में शामिल नहीं होने से बहुत ज्यादा अंतर नहीं पड़ने वाला है. लेकिन सभी को मिलकर यह देखना चाहिए कि आपसी मतभेद का फायदा भारतीय जनता पार्टी को न मिले.

ये भी पढ़ें- पलामू में दूसरे दिन एक उम्मीदवार ने किया नोमिनेशन, 22 नामांकन पत्रों की हुई बिक्री

'जात-पात की राजनीति करती है बीजेपी और आरएसएस'
अरूप चटर्जी ने कहा कि आरएसएस और भाजपा हिंदू-मुस्लिम और जात-पात की राजनीति करती है. जिसके वजह से हमेशा से ही मासस सिंदरी विधानसभा की सीट हारी है, लेकिन यहां की जनता अब सब समझ रही है. उन्होंने कहा कि जनता ने भी यह समझ लिया है कि एक बार की बेवकूफी के कारण 5 साल उसे भुगतना पड़ता है, इसलिए इस बार यहां पर मासस की जीत जरूर होगी.

ये भी पढ़ें- गुमला: PLFI के दो उग्रवादी गिरफ्तार, कैडर बढ़ाने के लिए फैला रहे थे दहशत

16 दिसंबर को चुनाव
धनबाद में विधानसभा का चुनाव 16 दिसंबर को होगा और धनबाद की सभी 6 विधानसभा सीटों पर इसी दिन चुनाव होना है. ऐसे में अब वह दिन दूर नहीं कि कौन सी पार्टी जनता जनार्दन को समझाने में कामयाब होती है.

धनबाद: झारखंड में विधानसभा चुनाव का बिगुल बज गया है. झारखंड में चुनाव की घोषणा होने के बाद से सभी पार्टियां अपना दम-खम दिखाने में जुटी हुई है. इसी के मद्देनजर जिले के गोविंदपुर माडा मैदान में एमसीसी ने संकल्प सभा का आयोजन किया. कार्यक्रम में सैकड़ों की संख्या में मासस समर्थक पहुंचे. जिसमें मुख्य रूप से सिंदरी विधानसभा के प्रत्याशी आनंद महतो और निरसा विधायक अरूप चटर्जी भी शामिल थे.

देखें पूरी खबर

1967 से लेकर 2000 तक इस सीट पर लाल झंडे का कब्जा
बता दें कि गोविंदपुर के जिस माडा मैदान में मार्क्सवादी समन्वय समिति (मासस) ने संकल्प सभा का आयोजन किया था. उसमें सैकड़ों की संख्या में मासस समर्थक शामिल हुए. जिसे देखकर मासस के नेता गदगद हो गए. सिंदरी विधानसभा का क्षेत्र लाल झंडे का ही गढ़ माना जाता था.1967 से लेकर 2000 तक इस सीट पर लाल झंडे का ही कब्जा रहा. लेकिन 2000 के चुनाव में भाजपा ने यहां अपना खाता खोला. उसके बाद से लाल झंडे के गढ़ कहे जाने वाले सिंदरी विधानसभा की सीट पर लाल झंडा यानी वामपंथी पार्टी आज तक नहीं जीत पाई है.

विधायक अरूप चटर्जी से खास बातचीत

ये भी पढ़ें- झारखंड विधानसभा चुनाव 2019: बीजेपी का दामन थामने वाले विधायकों की कांग्रेस में अब 'NO ENTRY'! भगवा चोला पहनकर पछता रहे माननीय

15-16 सीटों पर मासस लड़ेगी चुनाव
मासस नेता और वामपंथी पार्टी के पूरे झारखंड में एकमात्र निरसा विधायक अरूप चटर्जी ने ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए कहा कि मार्क्सवादी समन्वय समिति 15 से 16 सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है. तीन से चार सीट पर जीत सुनिश्चित है उसे कोई नहीं रोक सकता. उन्होंने कहा कि सिंदरी विधानसभा में इस बार जीत का अंतर 35 से 40 हजार का होगा और यहां पर मासस उम्मीदवार आनंद महतो जीतेंगे.

'महागठबंधन में बाबूलाल के नहीं आने से कोई फर्क नहीं'
मासस के निरसा विधायक अरूप चटर्जी का कहना है कि झारखंड विकास मोर्चा के महागठबंधन में शामिल नहीं होने से बहुत ज्यादा अंतर नहीं पड़ने वाला है. लेकिन सभी को मिलकर यह देखना चाहिए कि आपसी मतभेद का फायदा भारतीय जनता पार्टी को न मिले.

ये भी पढ़ें- पलामू में दूसरे दिन एक उम्मीदवार ने किया नोमिनेशन, 22 नामांकन पत्रों की हुई बिक्री

'जात-पात की राजनीति करती है बीजेपी और आरएसएस'
अरूप चटर्जी ने कहा कि आरएसएस और भाजपा हिंदू-मुस्लिम और जात-पात की राजनीति करती है. जिसके वजह से हमेशा से ही मासस सिंदरी विधानसभा की सीट हारी है, लेकिन यहां की जनता अब सब समझ रही है. उन्होंने कहा कि जनता ने भी यह समझ लिया है कि एक बार की बेवकूफी के कारण 5 साल उसे भुगतना पड़ता है, इसलिए इस बार यहां पर मासस की जीत जरूर होगी.

ये भी पढ़ें- गुमला: PLFI के दो उग्रवादी गिरफ्तार, कैडर बढ़ाने के लिए फैला रहे थे दहशत

16 दिसंबर को चुनाव
धनबाद में विधानसभा का चुनाव 16 दिसंबर को होगा और धनबाद की सभी 6 विधानसभा सीटों पर इसी दिन चुनाव होना है. ऐसे में अब वह दिन दूर नहीं कि कौन सी पार्टी जनता जनार्दन को समझाने में कामयाब होती है.

Intro:धनबाद: झारखंड में विधानसभा चुनाव का बिगुल बज गया है. झारखंड में चुनाव की घोषणा होने के बाद से सभी पार्टियां अपना दम-खम दिखाने में जुटी हुई है. इसी के मद्देनजर आज जिले के गोविंदपुर माडा मैदान में एमसीसी के द्वारा एक संकल्प सभा का आयोजन किया गया. जिसमें सैकड़ों की संख्या में मासस समर्थक पहुंचे जिसमें मुख्य रूप से सिंदरी विधानसभा के प्रत्याशी आनंद महतो और निरसा विधायक अरूप चटर्जी भी शामिल थे.


Body:निरसा विधायक अरूप चटर्जी का दावा 40 हजार वोटों से जीतेंगे सिंदरी विधानसभा की सीट

आपको बता दें कि गोविंदपुर के जिस माडा मैदान में आज मासस ने संकल्प सभा का आयोजन किया था.उसमें सैकड़ों की संख्या में मासस समर्थक शामिल हुए.जिसे देखकर मासस के नेता गदगद हो गए यह सिंदरी विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत सभा थी. यहां पर आपको बता देना जरूरी है कि सिंदरी विधानसभा का क्षेत्र लाल झंडे का ही गढ़ माना जाता था.1967 से लेकर 2000 तक इस सीट पर लाल झंडे का ही कब्जा रहा लेकिन 2000 के चुनाव में भाजपा ने यहां अपना खाता खोला.उसके बाद से लाल झंडे के गढ़ कहे जाने वाले सिंदरी विधानसभा की सीट पर आज लाल झंडा अर्थात वामपंथी पार्टी आज तक नहीं जीत पाई है.

15-16 सीटों ऊपर मासस लड़ेगी चुनाव

माफस नेता व वामपंथी पार्टी के पूरे झारखंड में एकमात्र निरसा विधायक अरूप चटर्जी ने ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए कहा कि मार्क्सवादी समन्वय समिति 15 से 16 सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है तीन से चार सीट पर जीत सुनिश्चित है उसे कोई नहीं रोक सकता. उन्होंने कहा कि सिंदरी विधानसभा में इस बार जीत का अंतर 35 से 40 हजार का होगा और यहां पर मासस उम्मीदवार आनंद महतो जीतेंगे.

महागठबंधन में बाबूलाल के नहीं आने से कोई फर्क नहीं

मासस के निरसा विधायक अरूप चटर्जी का कहना है कि झारखंड विकास मोर्चा के महागठबंधन में शामिल नहीं होने से बहुत ज्यादा अंतर नहीं पड़ने वाला है लेकिन सभी को मिलकर यह देखना चाहिए कि आपसी मतभेद का फायदा भारतीय जनता पार्टी को ना मिले.

जात पात की राजनीति करती है बीजेपी और आरएसएस

अरूप चटर्जी ने कहा कि आरएसएस और भाजपा हिंदू-मुस्लिम और जात-पात की राजनीति करती है. जिसके वजह से हमेशा से ही मासस सिंदरी विधानसभा की सीट हारी है लेकिन यहां की जनता अब सब समझ रही है. जनता ने भी यह समझ लिया है कि एक बार की बेवकूफी के कारण 5 साल उसे भुगतना पड़ता है इसलिए इस बार यहां पर मासस की जीत जरूर होगी.


Conclusion:धनबाद में विधानसभा का चुनाव 16 नवंबर को होगा और धनबाद की सभी 6 विधानसभा सीटों पर इसी दिन चुनाव होना है. ऐसे में अब वह दिन दूर नहीं कि कौन सी पार्टी जनता जनार्दन को समझाने में कामयाब होती है.जनता जनार्दन का आशीर्वाद किसे मिलता है यह आने वाले 23 दिसंबर को ही पता चल पाएगा जब वोटों की गिनती होगी.
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.