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झरिया MLA के रिश्तेदार पर जान से मारने की कोशिश का आरोप, शख्स ने ट्वीट कर CM से लगाई गुहार - Youth pleaded with CM in Dhanbad

धनबाद झरिया के एक युवक ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, झारखंड पुलिस और धनबाद पुलिस से ट्वीट कर न्याय की गुहार लगाई है. युवक का कहना है कि झरिया विधायक के देवर दिवाकर सिंह जबरन अपनी गाड़ी में जबरन बिठाकर मारपीट की और जान से मारने की कोशिश की है. जिसकी शिकायत झरिया थाना में करने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की गई है. 

Youth pleaded with CM in Dhanbad
झरिया विधायक के रिश्तेदार ने की युवक से मारपीट
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Published : Jun 6, 2020, 4:01 PM IST

धनबादः झरिया के एक युवक ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, झारखंड पुलिस और धनबाद पुलिस से ट्वीट कर न्याय की गुहार लगाई है. युवक का कहना है कि झरिया विधायक के देवर दिवाकर सिंह उसे जबरन अपनी गाड़ी में बिठाकर मारपीट की और जान से मारने की कोशिश की है. युवक ने बताया कि उसने मेडिकल भी झरिया थाना ने करवाया है, लेकिन आज तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है.

जानकारी के मुताबिक, झरिया के रहने वाले चैतन्य कुमार मिश्रा ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, झारखंड पुलिस और धनबाद पुलिस से ट्वीट के माध्यम से न्याय की गुहार लगाई है. चैतन्य का कहना है कि एक जून की सुबह सूरज सिंह उर्फ दिवाकर सिंह फोन करके उसे अपने घर सिंह नगर बुलाया और उसे अपनी गाड़ी में बैठने को कहा, लेकिन उसके इनकार करने पर जबरन उसे गाड़ी में बिठाकर निकल गया. सरायढेला सुगियाडीह जाकर सभी गाड़ी में बैठे लोगों ने शराब पिया. चैतन्य को भी शराब पिलाने की कोशिश की गई, लेकिन उसने नहीं पी. सुगियाडीह से वापस लौटकर रांगाटांड पहुंचे. यहां चैतन्य अपने घर जाने के लिए गाड़ी से उतरा, लेकिन दिवाकर और अन्य लोगों ने उसे गाड़ी में फिर जबरन बिठा लिया. उसके बाद गाड़ी में उसके साथ मारपीट की. गाड़ी में उसे गला दबाकर जान मारने की कोशिश की गई. आरएसपी कॉलेज के समक्ष गाड़ी से एक व्यक्ति शौचालय के लिए उतरा. इस दौरान चैतन्य गाड़ी से उतरकर भाग खड़ा हुआ. भगतडीह पानी टंकी के पास भागकर वह छिप गया. दिवाकर की गाड़ी जाने के बाद उन्होंने मामले की सूचना फोन के माध्यम से एसएसपी को दी. एसएसपी के द्वारा झरिया थाना में लिखित शिकायत करने को कहा गया. चैतन्य ने मामले की लिखित शिकायत झरिया थाने में की. थाने की पुलिस के द्वारा उसका इलाज एक निजी अस्पताल में कराया गया. चैतन्य का कहना है कि इस मामले में पुलिस के द्वारा बुलाकर मुझे समझाने का प्रयास किया गया, लेकिन न तो प्राथमिकी दर्ज की गई और न ही आरोपियों के खिलाफ अबतक कोई कार्रवाई ही गई है.

ये भी पढ़ें- सिमडेगा में मिले 30 नए कोरोना पॉजिटिव मरीज, कुल संख्या पहुंची 64

चैतन्य का कहना है कि विधानसभा चुनाव के दौरान वह रघुकुल के समर्थक रूप में कर चुके हैं. एक लड़के से चुनाव के दौरान विवाद हुआ था. उस लड़के को ये सौंपने की बात कह रहे हैं, जबकि वह लड़का चैतन्य का बहुत अच्छा दोस्त हैं. चैतन्य ने कहा कि दिवाकर के साथ पूर्व में कभी कोई विवाद नहीं हुआ है. इस पूरे मामले पर सीएम समेत पुलिस के आला अधिकारियों से कार्रवाई की मांग चैतन्य ने की है.

धनबादः झरिया के एक युवक ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, झारखंड पुलिस और धनबाद पुलिस से ट्वीट कर न्याय की गुहार लगाई है. युवक का कहना है कि झरिया विधायक के देवर दिवाकर सिंह उसे जबरन अपनी गाड़ी में बिठाकर मारपीट की और जान से मारने की कोशिश की है. युवक ने बताया कि उसने मेडिकल भी झरिया थाना ने करवाया है, लेकिन आज तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है.

जानकारी के मुताबिक, झरिया के रहने वाले चैतन्य कुमार मिश्रा ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, झारखंड पुलिस और धनबाद पुलिस से ट्वीट के माध्यम से न्याय की गुहार लगाई है. चैतन्य का कहना है कि एक जून की सुबह सूरज सिंह उर्फ दिवाकर सिंह फोन करके उसे अपने घर सिंह नगर बुलाया और उसे अपनी गाड़ी में बैठने को कहा, लेकिन उसके इनकार करने पर जबरन उसे गाड़ी में बिठाकर निकल गया. सरायढेला सुगियाडीह जाकर सभी गाड़ी में बैठे लोगों ने शराब पिया. चैतन्य को भी शराब पिलाने की कोशिश की गई, लेकिन उसने नहीं पी. सुगियाडीह से वापस लौटकर रांगाटांड पहुंचे. यहां चैतन्य अपने घर जाने के लिए गाड़ी से उतरा, लेकिन दिवाकर और अन्य लोगों ने उसे गाड़ी में फिर जबरन बिठा लिया. उसके बाद गाड़ी में उसके साथ मारपीट की. गाड़ी में उसे गला दबाकर जान मारने की कोशिश की गई. आरएसपी कॉलेज के समक्ष गाड़ी से एक व्यक्ति शौचालय के लिए उतरा. इस दौरान चैतन्य गाड़ी से उतरकर भाग खड़ा हुआ. भगतडीह पानी टंकी के पास भागकर वह छिप गया. दिवाकर की गाड़ी जाने के बाद उन्होंने मामले की सूचना फोन के माध्यम से एसएसपी को दी. एसएसपी के द्वारा झरिया थाना में लिखित शिकायत करने को कहा गया. चैतन्य ने मामले की लिखित शिकायत झरिया थाने में की. थाने की पुलिस के द्वारा उसका इलाज एक निजी अस्पताल में कराया गया. चैतन्य का कहना है कि इस मामले में पुलिस के द्वारा बुलाकर मुझे समझाने का प्रयास किया गया, लेकिन न तो प्राथमिकी दर्ज की गई और न ही आरोपियों के खिलाफ अबतक कोई कार्रवाई ही गई है.

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चैतन्य का कहना है कि विधानसभा चुनाव के दौरान वह रघुकुल के समर्थक रूप में कर चुके हैं. एक लड़के से चुनाव के दौरान विवाद हुआ था. उस लड़के को ये सौंपने की बात कह रहे हैं, जबकि वह लड़का चैतन्य का बहुत अच्छा दोस्त हैं. चैतन्य ने कहा कि दिवाकर के साथ पूर्व में कभी कोई विवाद नहीं हुआ है. इस पूरे मामले पर सीएम समेत पुलिस के आला अधिकारियों से कार्रवाई की मांग चैतन्य ने की है.

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