गिरिडीहः ईटीवी भारत के पत्रकार अमरनाथ सिन्हा के अलावा अन्य स्थानीय पत्रकार श्रीकांत और राहुल पर हमला करने के मामले में गिरफ्तार चारों अभियुक्तों की जमानत याचिका खारिज हो गई है. इस मामले में केंद्रीय कारा में बंद चारों अभियुक्तों की याचिका को एसडीजीएम की अदालत ने खारिज कर दी.
इस मामले में चारों अभियुक्त मोहित यादव, पिंटू चौधरी, सुशील कुमार चौधरी और देव चौधरी की तरफ जमानत याचिका अधिवक्ता जेपी राय ने न्यायालय में पेश किया. वहीं पीड़ित पत्रकार अमरनाथ सिन्हा की तरफ से जिला के प्रख्यात अधिवक्ता प्रकाश सहाय, चुन्नूकांत, अजय सिन्हा, निरंजन कुमार समेत कई ने दलील दी. इसके बाद कोर्ट ने हमले के अभियुक्तों की जमानत याचिका खारिज कर दी है.
नगर निगम के खिलाफ धरना देने का निर्णय
दूसरी तरफ झारखंड हाई कोर्ट के आदेश के बावजूद अवैध रूप से टोल की वसूली करने के मामले में अभी तक नगर निगम के द्वारा संवेदक के खिलाफ सख्त कार्रवाई नहीं करने से गिरिडीह प्रेस क्लब में नाराजगी है. गुरुवार को इस मामले को लेकर प्रेस क्लब के अध्यक्ष राकेश सिन्हा, सचिव अरविंद कुमार के अलावा आलोक रंजन, अविनाश प्रसाद, सूरज सिन्हा, संजर इमाम, अमरनाथ सिन्हा, अभिषेक सहाय, मिथलेश सिंह, आशुतोष श्रीवास्तव, प्रकाश श्रीवास्तव, शाहिद रजा, सुनील मंथन शर्मा, जगजीत सिंह बग्गा, चांद, रिंकेश, नफीस, मनोज, लोकनाथ सहाय, पप्पू, मनोज, विकास समेत कई पत्रकार अनुमंडल पदाधिकारी श्रीकांत विसपुते से मिले और धरना की सूचना दी.
प्रेस क्लब के अध्यक्ष समेत अन्य सदस्यों की ओर से कहा गया कि 5 जनवरी तक अगर नगर निगम के उप नगर आयुक्त संवेदक और उनके गुर्गो के खिलाफ मुकदमा दर्ज नहीं करवाते हैं तो नगर निगम के खिलाफ महाधरना दिया जाएगा. इस धरना में जिला के सभी प्रखंड से भी पत्रकार पहुंचेंगे और अपना विरोध जताएंगे.
क्या है मामला
बता दें कि 18 दिसंबर को झारखंड हाई कोर्ट ने गिरिडीह नगर निगम में टोल टैक्स की वसूली पर रोक लगा दी. इससे जुड़ी हुई खबर ईटीवी भारत ने 19 दिसंबर को (झारखंड हाई कोर्ट के आदेश के बावजूद गिरिडीह नगर निगम वसूल रहा टोल टैक्स, उप नगर आयुक्त ने दी ये दलील - TOLL TAX) प्रकाशित की थी. 20 दिसंबर को भी वसूली का काम चलता रहा. इसी से जुड़ी खबर संकलन के दौरान टुंडी रोड के अजीडीह टोल पर संवेदक के 7-8 गुर्गों ने धावा बोल दिया. बेरहमी से मारपीट की और मोबाइल, नगदी, सोने की चेन जबरन ले लिया. इस मामले में ईटीवी भारत के पत्रकार अमरनाथ सिन्हा ने एफआईआर दर्ज करवायी. इस मामले में चार आरोपियों को जेल भेजा था.