धनबाद: जिले में अब आम जनों की शिकायतों का पारदर्शी, त्वरित और समयबद्ध तरीके से निवारण सुनिश्चित करने के उद्देश्य से उपायुक्त उमा शंकर सिंह के निर्देश पर नेशनल इन्फोरमेटिक्स सेंटर (एनआईसी) धनबाद और डीएमएफटी के संयुक्त प्रयास से विकसित ई-समाधान पोर्टल मंगलवार, 10 नवंबर 2020 से विधिवत रूप शुरू होगा. पोर्टल के सारे काम की निगरानी के लिए उपायुक्त ने कार्यपालक दंडाधिकारी दीपमाला और फूड सेफ्टी ऑफिसर अदिति सिंह को नामित किया गया है.
इस संबंध में उपायुक्त की अध्यक्षता में समाहरणालय के सभागार में आयोजित बैठक में उपायुक्त ने कहा कि पोर्टल पर दर्ज शिकायतों का निवारण त्वरित किया जाएगा. साथ ही शिकायत ट्रैकिंग प्रणाली से शिकायतकर्ता को हर जानकारी एसएमएस से मिलती रहेगी. यह आमजन और विभाग के साथ कार्यालयों के लिए यूजर फ्रेंडली प्रणाली पर विकसित किया गया है. उपायुक्त ने कहा कि ई-समाधान पोर्टल पर ससमय शिकायतों का निवारण होगा. इससे लोगों को होने वाली परेशानियां भी दूर होगी और आमजनों में प्रशासन के प्रति विश्वास की भावना बढ़ेगी. इसलिए सभी विभागों और कार्यालयों को आमजनों की शिकायतों का निवारण करने के लिए जिम्मेदार बनाया गया है.
ई-समाधान की विशेषता
समाधान की विशेषता बताते हुए उपायुक्त ने कहा कि इससे ऑनलाइन शिकायतों का निवारण होगा.शिकायत दर्ज होने से लेकर अनुपालन तक की प्रक्रिया की रियल टाइम ट्रैकिंग एवं सूचना संप्रेषण की सुविधा प्रदान की गई है.संबंधित विभागों के द्वारा इसका समयबद्ध अनुपालन किया जाएगा. ई-समाधान पारदर्शी, सशक्त और सुरक्षित शिकायत निवारण प्रणाली है. इसके शुरू होने के बाद लोग कहीं से भी पोर्टल या स्मार्ट फोन से ऑनलाइन शिकायत दर्ज करा सकते हैं. लोगों की सुविधा के लिए इसे हिंदी और अंग्रेजी भाषा में विकसित किया गया है.
ई-समाधान में ऐसे होगी शिकायत दर्ज
ई-समाधान में शिकायत दर्ज करने के लिए शिकायतकर्ता को अपने स्मार्टफोन या कंप्यूटर से वेबसाइट esamadhan.egovdhn.in पर रजिस्टर करना होगा. रजिस्ट्रेशन कराने के लिए नाम और पूरा पता देना अनिवार्य होगा. रजिस्ट्रेशन के बाद वे अपनी शिकायत के संबंध में ब्योरा लिखकर, संबंधित दस्तावेज को पोर्टेबल डॉक्यूमेंट फॉरमेट (पीडीएफ) के साथ पोर्टल पर अपलोड करेंगे. शिकायत अपलोड होने के साथ ही आवेदक को टोकन नंबर और एसएमएस प्राप्त होगा. इसके बाद आवेदक शिकायत के संबंध में सारी जानकारी ऑनलाइन देख सकेगा. शिकायत के प्रगति की हर जानकारी एसएमएस से मिलती रहेगी. जन शिकायत कोषांग में शिकायतकर्ता को अपना पहचान पत्र एवं मोबाइल नंबर देना अनिवार्य होगा.
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यहां भी निशुल्क होगी शिकायत दर्ज
उपायुक्त ने बताया कि लोग स्वयं अपने मोबाइल फोन और कंप्यूटर के माध्यम से शिकायत को दर्ज कर सकते हैं. संबंधित पंचायत के 14वें वित्त आयोग के अधीन कार्यरत कंप्यूटर ऑपरेटर, सभी प्रखंड और अंचलों में कार्यरत जन शिकायत कोषांग, जिला समाहरणालय में कार्यरत जन शिकायत कोषांग, संबंधित विभाग के कार्यालय के जन शिकायत कोषांग में निशुल्क शिकायत को दर्ज करा सकते हैं.
कोरोना काल में जहां जनता दरबार बंद है. लोगों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है. ऐसे में ई-समाधान पोर्टल के जरिए लोगों को काफी राहत मिलेगी, हालांकि ग्रामीण इलाकों के लोगों के लिए अभी भी चिंता का विषय बना हुआ है क्योंकि ग्रामीण इलाके के लोग अभी भी ज्यादा मोबाइल का इस्तेमाल नहीं करते हैं और ना ही इसके बारे में अधिक जानकारी नहीं रखते हैं.