धनबाद: निरसा में एमपीएल के विस्थापितों ने नियोजन और कंपनी में कार्यरत चालक से हैवी ड्राइविंग लाइसेंस मांगने की मांग को लेकर शनिवार की सुबह एमपीएल का गेट जाम कर धरने पर बैठ गए, जिसके चलते एमपीएल में चल रहे हाईवा की लंबी लाइन लग गयी. दरअसल, विस्थापित नियोजन संहिता के तहत मांगों को लेकर लगातार धरना प्रदर्शन कर रहे हैं इसके बावजूद प्रबंधन उनकी बातों को अनसुना कर रहा है.
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वहीं, धरने का नेतृत्व कर रहे विस्थापित समिति के अध्यक्ष अशोक मंडल ने बताया की एमपीएल के साथ कई बार बैठक कर विस्थापित के नियोजन सहित अन्य मांगों पर चर्चा की गई है. हालांकि उसमें से कुछ विस्थापितों को एमपीएल की ओर से नौकरी दी गई है, लेकिन अभी भी 650 ऐसे भी हैं जिन्हें कुछ भी नहीं मिला है. विस्थापितों की मांग है कि एमपीएल प्रबंधक सभी विस्थापितों को नियोजन या जो पैसे लेना चाहते हैं उन्हें एक मुस्त पैसा देकर इस समस्या का हल निकाले.
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दूसरी ओर, एमपीएल में कार्यरत चालक को ड्रायविंग लाइसेंस की मांग को लेकर बैठा दिए जाने पर चालकों ने कहा कि प्रबंधक ने बिना किसी सूचना और नोटिस के उन्हें बैठा दिया है. प्रबंधन का कहना है कि जब तक चालक हेवी ड्राइविंग लाइसेंस जमा नहीं करेंगे तब तक काम करने नहीं दिया जाएगा. चालकों का कहना है कि वे एमपीएल में पिछले 8 वर्षों से काम करते आ रहे हैं और नौकरी उन्हे दान में नहीं दी गई है. इसके बदले प्रबंधन ने उनसे उनकी जमीन ली है. चालकों ने कहा एमपीएल प्रबंधन जब तक उन्हें नौकरी में वापस नहीं रख लेता वे लोग एमपीएल का गेट जाम रखेंगे.