धनबाद: शनिवार को उपायुक्त अमित कुमार ने सदर अस्पताल में नवनिर्मित डायलिसिस सेंटर का निरीक्षण किया. डायलिसिस सेंटर में 10 के जगह केवल दो मशीनों को देखकर और उसे भी बिजली का बहाना बनाकर चालू नहीं करने पर उन्होंने दीपचंद डायलिसिस सेंटर नई दिल्ली के प्रतिनिधि को कड़ी फटकार लगाई है. इसके साथ ही सरकार से करार रद्द करने की अनुशंसा करने की चेतावनी डीसी ने कंपनी को दी है.
उपायुक्त ने कहा कि सेंट्रल अस्पताल को कोविड-19 अस्पताल के रूप में अधिग्रहित करने के बाद जिले के लोगों को डायलिसिस कराने में भारी कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है. डायलिसिस कराने के लिए मरीज इधर-उधर भटक रहे हैं. सरकार द्वारा सभी बुनियादी संसाधन उपलब्ध कराने के बाद भी बिजली का बहाना बनाकर पिछले 3 महीने से डायलिसिस आरंभ नहीं करना डीसीडीसी के घोर उदासीन रवैया का उदाहरण है.
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उन्होंने डीसीडीसी कंपनी के प्रबंधक एम हुसैन और टेक्नीशियन अमित कुमार को निर्देश दिया कि वे जनरेटर की व्यवस्था कर मरीजों का डायलिसिस शुरू करें. शेष आठ डायलिसिस मशीनों को भी शीघ्र स्थापित कर मरीजों को इसका लाभ पहुंचाएं. निर्देश का पालन नहीं करने पर राज्य सरकार से कंपनी का करार रद्द करने की अनुशंसा करने के बाद डीसी ने कही है.
बता दें कि सदर अस्पताल धनबाद में नई दिल्ली की दीपचंद डायलिसिस सेंटर के साथ पार्टनरशिप के आधार पर डायलिसिस सेंटर शुरू किया है. कंपनी 10 डायलिसिस मशीन स्थापित करने हैं. पूरे भारत में कंपनी की 300 शाखाएं हैं.