धनबादः जिला एवं सत्र न्यायाधीश (अष्टम) उत्तम आनंद की मौत मामले की जांच तेज गति से चल रही है. इसकी उच्चस्तरीय जांच भी की जा रही है. इसके अलावा स्थानीय स्तर पर भी पुलिस पूरी तरह रेस है. मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है. पुलिसिया पूछताछ में दोनों ने कई खुलासे किए हैं. दोनों आरोपियों में से एक को पुलिस ने गिरिडीह से घटना इस्तेमाल ऑटो के साथ गिरफ्तार किया है.
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एसएसपी संजीव कुमार ने मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि यह वही ऑटो है, जिससे न्यायाधीश को टक्कर मारी गई थी, वहीं दूसरे आरोपी को धनबाद स्टेशन से गिरफ्तार किया गया है. वह जोड़ापोखर थाना क्षेत्र के डिगवाडीह का रहने वाला है.
एसएसपी संजीव कुमार ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि न्यायाधीश उत्तम आंनद की मौत को लेकर हत्या की प्राथमिकी सदर थाना में दर्ज की गई है. प्राथमिकी में किसी को नामजद अभियुक्त नहीं बनाया गया है. सीसीटीवी फुटेज और अन्य साक्ष्यों के आधार पर घटना में शामिल ऑटो और लोगों की खोजबीन की गई. विभाग की ओर से टेक्निकल बिंदुओं पर जांच की गई.
इस जांच के बाद लखन वर्मा और राहुल वर्मा को गिरफ्तार किया गया है. लखन वर्मा ऑटो का ड्राइवर है, जिसे गिरिडीह से ऑटो के साथ गिरफ्तार किया गया है. लखन वर्मा जोड़ापोखर थाना क्षेत्र के कुम्हारपट्टी का रहनेवाला है.
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पुलिस ने राहुल को धनबाद रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार किया है, राहुल डिगवाडीह का रहने वाला है. जिस ऑटो से घटना को अंजाम दिया गया था, उस ऑटो को भी पुलिस ने बरामद कर लिया है. गिरिडीह मुफस्सिल थाना के मंगरूडीह से ऑटो को जब्त किया गया है. रांची से धनबाद पहुंची फॉरेंसिक टीम और एसआईटी की टीम घटना को लेकर आगे भी जांच कर रही है. हत्या की साजिश है या महज एक दुर्घटना है, इन बिंदुओं पर जांच अभी चल रही है.
धनबाद जज उत्तम आनंद हत्याकांड की जांच में तेजी लाने के लिए झारखंड पुलिस मुख्यालय में गुरुवार को डीजीपी नीरज सिन्हा के नेतृत्व में एक मीटिंग की गई. जिसमें निर्णय लिया गया कि धनबाद पुलिस से अलग एडीजी अभियान संजय आनंद लाटकर के नेतृत्व में एक और एसआईटी का गठन किया जाए, जो जज उत्तम आनंद हत्याकांड की उच्च स्तरीय जांच करेगा.
झारखंड पुलिस के प्रवक्ता आईजी अभियान अमोल वी होमकर ने बताया कि जज हत्याकांड की जांच के लिए उच्च स्तरीय समिति का गठन कर दिया गया है. एडीजी संजय आनंद लाटकर एसआईटी को लीड करेंगे, जबकि बोकारो आईजी और धनबाद एसएसपी भी इस एसआईटी में शामिल हैं.
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बुधवार को धनबाद जिला एवं सत्र न्यायाधीश (Dhanbad District and Sessions Judge) उत्तम आनंद की मौत के बाद पूरा पुलिस महकमा जांच पड़ताल में जुट गया है. रांची की 5 सदस्यीय फॉरेंसिक टीम गुरुवार को धनबाद पहुंची. घटनास्थल पहुंचकर फॉरेंसिक टीम की ओर से जांच की जा रही है. जांच के दौरान सिटी एसपी आर राम कुमार (City SP R Ram Kumar) भी मौके पर मौजूद रहे.
फॉरेंसिक टीम की ओर से सड़क पर पड़ी कई चीजों की बहुत ही सफलतापूर्वक जांच की जा रही है. सड़क पर पड़े कई सामानों को टीम अपने साथ गहनता से जांच के लिए लेकर जा रही है. पूरी घटना का सीसीटीवी फुटेज मिलने के बाद पुलिस हरकत में आई थी. डीआईजी ने भी बुधवार शाम न्यायाधीश के परिजनों से मुलाकात कर जानकारी ली थी.
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ऑटो चालक के फरार होने के बाद से पुलिस तलाश में जुटी थी. इस बीच सूचना मिली की ऑटो को लेकर चालक गिरिडीह की तरफ भागा है. ऐसे में पुलिस ने गिरिडीह एसपी अमित रेणू के निर्देश पर छानबीन शुरू की. छानबीन के दौरान इंस्पेक्टर विनय कुमार राम की अगुवाई में डांडीडीह के पास सोनार मोहल्ला में छापेमारी की गई और यहीं से ऑटो को बरामद किया गया. इस मामले में ऑटो चालक को गिरफ्तार किया गया है. चालक के साथ एक अन्य को भी पकड़ने की बात कही जा रही है. ऑटो और गिरफ्तार आरोपियों को धनबाद ले जाया गया.
धनबाद के जज को धक्का मारने वाले ऑटो को बुधवार शाम गिरिडीह और धनबाद पुलिस ने बरामद कर लिया था. लखन को गिरिडीह जिले के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के डांडीडीह सोनार मोहल्ले से गिरफ्तार किया गया.
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ऐसे हुई थी मौत
धनबाद जिला एवं सत्र न्यायाधीश (District and Sessions Judge) अष्टम उत्तम आनंद (Judge Uttam Anand) मॉर्निंग वॉक पर निकले थे. इसी दौरान उन्हें एक ऑटो ने टक्कर मार दी, जिसके बाद वे गंभीर रूप से घायल होकर सड़क पर गिर गए. कुछ देर बाद एक ऑटो चालक ने उन्हें अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. मामले की जानकारी मिलते ही पुलिस एक्टिव हो गई है. उत्तम आनंद चर्चित रंजय हत्याकांड की सुनवाई कर रहे थे. ये पूरी वारदात CCTV में कैद हो गई थी.